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दिल्ली ब्लास्ट पर पीएम मोदी का सख्त संदेश: दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा- क्या अब फिर होगा एक्शन?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में हुए कार विस्फोट की घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए देश को भरोसा दिलाया कि इस कायराना साजिश में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सोमवार शाम 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। हादसे के बाद से राजधानी में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और जांच जारी है। जहां इस कार धमाके से देश सन्न है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी का बयान एक बार फिर ‘कड़ा और साफ’ है। भूटान यात्रा के दौरान इस आतंकी हमले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने साफ कहा है कि हमारी एजेंसियां इस साजिश की तह तक जाएंगी। इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी का यह ‘अल्टीमेटम’ सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि पिछले कुछ सालों में भारत की आतंकवाद-विरोधी नीति के एक नए पैटर्न की ओर इशारा करता है। देश यह समझने की कोशिश कर रहा है कि पिछली घटनाओं की तरह, क्या इस बार भी ‘बयान’ के बाद ‘एक्शन’ देखने को मिलेगा।

पीएम मोदी के वे तीन बयान, जिसके बाद बदल गया ‘गेम’
साल 2014 के बाद जब भी भारत पर बड़ा आतंकी हमला हुआ, पीएम मोदी की प्रतिक्रिया सिर्फ निंदा तक सीमित नहीं रही, बल्कि भारत की जवाबी कार्रवाई का स्पष्ट संकेत भी दिया। उनके तीन बयान, जिनके बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसे बड़े कदम उठाए। यह एक ऐसा पैटर्न है जो दिल्ली ब्लास्ट के बाद भी देखने को मिल रहा है।

1. Uri Attack (2016)
2016 में हुए उरी हमले में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। यह भारत के सैन्य ठिकानों पर सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था।
• पीएम मोदी का निर्णायक बयान:
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा था: “उरी में हमारे 18 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा… आतंकवाद के सामने भारत कभी झुका नहीं है, न झुकेगा।”
• भारत की जवाबी कार्रवाई:
इस बयान के बाद, भारत ने पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक की। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा- LoC पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर- PoK में कई आतंकी लॉन्च पैड को निशाना बनाकर तबाह किया।

2. Pulwama Attack (2019)
2019 में, जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक आत्मघाती हमले में CRPF के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे।
• पीएम मोदी का निर्णायक बयान:
पुलवामा की घटना के तुरंत बाद, पीएम मोदी का संदेश बहुत कड़ा था: “जो दोषी हैं, उन्हें बहुत भारी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने सेना को खुली छूट दी है।”
• भारत की जवाबी कार्रवाई:
इस खुली छूट का परिणाम एयर स्ट्राइक के रूप में सामने आया, जहां भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर सफलतापूर्वक बम गिराए।

3. Pahalgam Attack (2025)
2025 में, पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों को धर्म के आधार पर निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की हत्या हुई।
• पीएम मोदी का निर्णायक बयान:
इस जघन्य कृत्य पर प्रधानमंत्री ने कहा था: “पहलगाम में जो हुआ, वह भारत की आत्मा पर हमला था, लेकिन हमारा जवाब निर्णायक होगा।”
• भारत की जवाबी कार्रवाई:
इस बार भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। यह थल, नौ और वायु सेना की एक समन्वित कार्रवाई थी, जिसने सीमा पार के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और यह संदेश दिया कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।

वर्तमान संदर्भ दिल्ली ब्लास्ट:
प्रधानमंत्री मोदी का दिल्ली ब्लास्ट के बाद दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा वाला बयान यह दर्शाता है कि यह ‘बयान-से-कार्रवाई’ का पैटर्न अभी भी भारत की नीति का हिस्सा है। पीएम मोदी का यह दोहराना इस बात का भी साफ संकेत है कि प्रतिक्रिया सिर्फ जांच तक सीमित नहीं रहेगी। पिछली घटनाओं में भारत ने साबित किया है कि वह आतंकियों के ठिकानों पर स्ट्राइक करने की क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति रखता है। अगर जांच में इस हमले के तार फिर से सीमा पार से जुड़ते हैं, तो समान या उससे भी बड़ी जवाबी कार्रवाई की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। जबकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पहले ही यह ‘New Normal’ स्थापित कर दिया है कि भारत आतंकवाद के हर कृत्य को ‘युद्ध का एक कार्य’ मानकर जवाब दे सकता है।

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