प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में राष्ट्रीय कृषि शोध संस्थान में लगे कृषि मेले को संबोधित करते हुए कहा कि हमें उन परंपराओं को छोड़ देना चाहिए, जो आज के समय के अनुकूल नहीं है। पराली जलाने को गलत परंपरा करार देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत मां को आग से जलाने और उसे परेशान करने जैसा है।
इससे पहले उन्होंने थीम पैवेलियन और जैविक मेला कुम्भ का मुआयना किया और 25 कृषि विज्ञान केंद्रों का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने जैविक उत्पादों के लिए एक ई-मार्केटिंग पोर्टल भी लांच किया। उन्होंने कृषि कर्मण पुरस्कार एवं पंडित दीन दयाल उपाध्याय कृषि प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए।
‘किसानों की हर मदद को तैयार’
पीएम मोदी ने किसानों की आय को बढ़ाने के उपायों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा लगातार प्रयास है कि किसानों को लोन में दिक्कत न आए। इसलिए सरकार ने किसानों को दिए जाने वाले कर्ज की राशि को 10 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है और इसके लिए वह प्रतिबद्ध है।
समूह में खेती करें किसान’
पीएम मोदी ने किसानों को समूह में काम करने की सलाह देते हुए कहा कि पुरानी कहावत है कि एकता में शक्ति है। यह बात किसानों, उत्पादकों और मैन्युफैक्चरर्स पर भी लागू होती है। यदि किसान समूह में काम करेंगे तो लागत कम लगेगी और अधिक आय होगी। इससे खेत से लेकर उपभोग तक बढ़ने वाली कीमत का ज्यादा लाभ किसानों को ही मिलेगा।
‘ऑर्गेनिक खेती से आएगी समृद्धि’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स के लिए ई-मार्केटिंग पोर्टल का मैंने सुझाव रखा था, इसका उद्घाटन देख मुझे खुशी है। पीएम मोदी ने कहा कि ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स पर मेरा जोर इसलिए है क्योंकि ये जितने पुराने हैं, उतने ही आधुनिक भी हैं। आज देश में 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर ऑर्गेनिक खेती होती है। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर नॉर्थ ईस्ट को ऑर्गेनिक खेती के हब के तौर पर विकसित किया जा रहा है। हम जितना ज्यादा ऑर्गेनिक रिवॉल्यूशन पर ध्यान देंगे, उतना ही किसानों की भूमिका बढ़ेगी।
‘पानी के विजन के साथ कार्य’
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत हर खेत को पानी के विजन के साथ कार्य किया जा रहा है। जो सिंचाई परियोजनाएं दशकों से अधूरी पड़ी थी, उन्हें 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करके पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने कृषि उत्पादों से जुड़ी कंपनियों को को-ऑपरेटिव सोसायटी की तरह ही ताकत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बजट में जिस Operation Greens का ऐलान किया है, वो भी नई सप्लाई चेन व्यवस्था से जुड़ा है। ये फल और सब्जियां पैदा करने वाले और खासतौर पर Top यानि Tomato, Onion और Potato उगाने वाले किसानों के लिए लाभकारी रहेगा।
‘पराली जलाना छोड़ें किसान’
प्रधानमंत्री ने कहा, ”वास्तव में हम देखें तो इस तरह हम फसल जला रहे हैं। हम अपनी भारत मां को आग से जला रहे हैं। मिट्टी से लिए गए पोषक तत्वों और हवा, पानी और रोशनी से पैदा फसल को जब हम जला देते हैं तो इससे प्रदूषण होता है। इसके अलावा मिट्टी भी खराब होती है। यदि मशीनों के जरिए पराली को खेत में ही मिला दें तो इससे खेत की उपज बढ़ती है। इससे खाद की जररूत कम होती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बातों को ट्विटर के जरिये भी लोगों तक पहुंचाया। उन्होंने एक के बाद एक दस ट्वीट किए।
कृषि उन्नति मेले में आज किसान भाइयों और बहनों से मिलने का सुखद अवसर प्राप्त हुआ। मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं, जिन्हें ‘कृषि कर्मण’ और ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि प्रोत्साहन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। https://t.co/hoy5Bpr6lD pic.twitter.com/8vXl9sqNTT
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
कृषि उन्नति मेले ने न्यू इंडिया के दो प्रहरियों को एक साथ, एक मंच पर लाने का अवसर दिया है। एक प्रहरी हमारे अन्नदाता किसान हैं और दूसरे वैज्ञानिक। pic.twitter.com/gPmxQ3rLgk
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
मैं विशेष रूप से मेघालय और वहां के किसानों की प्रशंसा करना चाहता हूं। pic.twitter.com/E7qkuF1z57
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
हमारे किसान ही हमारे अन्नदाता हैं। हमें नहीं भूलना चाहिए कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद अनाज उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने में किसानों की कितनी बड़ी भूमिका रही है। देश कृषि की उन्नति में लगे हर किसान का ऋणी है। pic.twitter.com/iqUpuUOHfh
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
समय के साथ कृषि क्षेत्र को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। खेती और किसानों के कल्याण के लिए सरकार पूरी समग्रता के साथ प्रयास कर रही है और हम इन चुनौतियों से बाहर निकल रहे हैं। pic.twitter.com/iluCI23VAv
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
कृषि क्षेत्र में व्यापक बदलाव के लिए एनडीए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में मैंने विस्तार से बताया। इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने से लेकर एग्रीकल्चर मार्केटिंग रिफॉर्म और एफपीओ को मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी। pic.twitter.com/JuRVm16fib
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
Organic Farming को प्रोत्साहित करने का हमने प्रयास किया है। E-Marketing Portal का इतने कम समय में शुभारंभ होना एक सुखद अनुभव रहा। यह पोर्टल Organic उत्पादों को खेत से बाजार तक और बाजार से उपभोक्ता के द्वार तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। pic.twitter.com/f7mSQXJw2Y
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
Sweet Revolution हमारे किसानों के लिए समृद्धि के द्वार खोल रहा है। मधुमक्खी पालन ना सिर्फ किसान की उपज बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि शहद के रूप में अतिरिक्त कमाई का साधन भी बनता है। pic.twitter.com/zbjcbtznBt
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
सोलर फार्मिंग भी एक और अवसर लेकर आया है। यह न सिर्फ सिंचाई की जरूरत को पूरा कर रहा है, बल्कि पर्यावरण की भी मदद कर रहा है। pic.twitter.com/EFGORDciht
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
‘Waste to Wealth’ की दिशा में भी हमारी सरकार सार्थक प्रयास कर रही है। pic.twitter.com/Jrj3q99ue0
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
मैं किसान बहनों और भाइयों से आग्रह करता हूं कि यदि वे पराली जलाना छोड़ दें और मशीनों के माध्यम से पराली को खेत में ही मिला दें, तो उन्हें बहुत लाभ होगा। pic.twitter.com/t2IGrlUCtc
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018
सरकार इस बात का लगातार ध्यान रख रही है कि किसानों को आर्थिक मदद मिलने में कोई परेशानी न हो। pic.twitter.com/Q4meA9f0wq
— Narendra Modi (@narendramodi) 17 March 2018