यह भारत का सौभाग्य है कि उसे पहली बार ऐसा पीएम मिला है, जो न सिर्फ राष्ट्रहित में सख्त से सख्त कदम उठाता है…सौ साल में आई सबसे भीषण महामारी से दुनियाभर के 98 देशों के नागरिकों का बचाव करता है, बल्कि वह भावुक हृदय वाला ऐसा आम इंसान भी है, जो किसी के भी दुख, आत्मीयता और अपनत्व भरे शब्दों से भावुक हो उठता है। ऐसा एकाधिक बार हुआ है, जबकि ऐसे नाजुक मौकों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आंखें छलक आई हैं। गुरुवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के भरूच में ‘उत्कर्ष समारोह’ के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात के दौरान एक दृष्टिहीन लाभार्थी की बेटी से बात की और उसके सपने को सुनकर बरबस ही उनकी भी आंखें छलक आईं। भावुक पीएम ने कहा, “बेटी, ये जो तुम्हारी संवेदनाएं हैं, वो ही तुम्हारी ताकत हैं।”
सउदी अरब में आई ड्रॉप डालने से चली गई अयूब की आंखों की रोशनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के भरूच में ‘उत्कर्ष समारोह’ से जुड़े हुए थे। भरूच के जिला प्रशासन ने विभिन्न योजनाओं के जरूरतमंदों का चयन कर शत-प्रतिशत लाभार्थियों को योजना से जोड़ा था। पीएम मोदी ऐसे ही कुछ लाभार्थियों से संवाद कर रहे थे। पीएम ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों में से एक अयूब पटेल नाम के व्यक्ति से बात की। अयूब ने बताया कि वह सउदी अरब में थे, वहां उन्होंने आई ड्रॉप डाला, जिसका साइड इफेक्ट हुआ और उनकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कर जाती रही। अयूब भाई की आंखों की रोशनी लगभग जा चुकी है, लेकिन सरकार से मिली मदद ने उनके हौसले को कभी कमजोर नहीं पड़ने दिया। उनकी बेटियों को मिल रहे स्कॉलरशिप ने कठिन हालात में भी उन्हें पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया है।
भरुच की बेटी को सुनकर भावुक हुए प्रधानमंत्री @NarendraModi जी pic.twitter.com/FCkXDNbA2M
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 12, 2022
पीएम मोदी की भरूच के अयुब भाई इब्राहिम भाई पटेल से बातचीत के अंश
अयूब- मैं ब्लाइंट हूं और ..राष्ट्रीय अंजन मंडल में मानद सेवा दे रहा हूं…
पीएम:आप ये मत कहिए की आप ब्लाइंड हैं , आपको दिव्य दृष्टि है
अयूब- मेरे घर में 6 लोग हैं, तीन बेटी है वाइफ और माता जी हैं…
पीएम:आखें बचपन से ही चली गई हैं क्या?
अयूब-लास्ट 15 साल से…आंखों का ड्रॉप डालने से ऐसा हो गया …अभी 5 परसेंट बचा है उससे दिख रहा है।
पीएम: बेटियां क्या कर रही हैं?
अयूब- बेटियां पढ़ती हैं ….एक 12वीं ..एक 8वीं और एक पहली कक्षा में है। उनका आर्थिक में सेलेक्शन हो गया है। कक्षा 1-8 साल तक सरकार उसको पढ़ाई करवाएगी। दोनों बेटियों को स्कॉलरशिप मिल रहा है हर साल …
पीएम:कितना स्कॉलरशिप मिल रहा है?
अयूब-बड़ी लड़की को 10 हजार और छोटी लड़की को आठ हजार..बड़ी लड़की डॉक्टर बनना चाहती है… आप इसको आशीर्वाद दीजिए सरजी।
पीएम: अरे मेरा हमेशा आशीर्वाद है…क्या नाम है बेटा?
लड़की-आल्या
पीएम: अच्छा बेटा बताइये, डॉक्टर बनने का मन में कैसे विचार आया
लड़की-पापा की प्रोब्लम को देख कर (इसके बाद वह पापा के गले लग भावुक हो गई)
अयूब- अब उससे नहीं बोला जाएगा, वो जरा भावुक हो गई है।
(यह देख पीएम भी भावुक हो गए और उनकी आंखें छलक आईं, रुंधे गले से उन्होंने कहा
पीएम: ऐसी है बेटी को ( पीएम मोदी भावुक हुए) ….. बेटी तुम्हारी जो संवेदना है न वही तुम्हारी ताकत है।
पीएम से बेटी बोली- पापा की हालत देखकर लिया डॉक्टर बनने का फैसला
इस दौरान उन्होंने अपनी बेटी के डॉक्टर बनने के सपने के बारे में पीएम को बताया। मोदी ने बेटी से पूछा कि वह डॉक्टर क्यों बनना चाहती है। उसने बताया कि पापा की हालत देखकर यह फैसला लिया और वह रोने लगी। इसे देखकर पीएम भी भावुक हो गए। इसके बाद पीएम मोदी ने मदद की पेशकश की। उन्होंने कहा कि अपनी बेटियों के सपने को पूरा करने के लिए अगर आपको किसी मदद की जरूरत हो तो मुझे बताएं। इस समारोह का आयोजन भरूच जिले में राज्य सरकार की चार प्रमुख सरकारी योजनाओं के 100 % पूरा होने के मौके पर किया गया। पीएम ने कहा कि आज का ये उत्कर्ष समारोह इस बात का प्रमाण है कि जब सरकार ईमानदारी से, एक संकल्प लेकर लाभार्थी तक पहुंचती है, तो कितने सार्थक परिणाम मिलते हैं। समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
यह पहला मौका नहीं है, जब पीएम मोदी भावुक हुए हैं। इससे पहले भी कई बार पीएम भावुक हो चुके हैं। आइए देखते हैं ऐसे ही कुछ पल…
#WATCH: PM Modi gets emotional while reminiscing an incident involving Congress leader Ghulam Nabi Azad, during farewell to retiring members in Rajya Sabha. pic.twitter.com/vXqzqAVXFT
— ANI (@ANI) February 9, 2021
राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की विदाई भाषण पीएम मोदी दे रहे थे, वे काफी भावुक नजर आए थे।
#WATCH | PM Narendra Modi gets emotional while talking about the hardships faced by healthcare and frontline workers during the pandemic. pic.twitter.com/B0YQsqtSgW
— ANI (@ANI) January 16, 2021
कोरोना काल के दौरान जान गंवाने वाले हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को याद कर पीएम इमोशनल हो गए थे।साल 2015 में जब मोदी ने फेसबुक हेडक्वॉर्टर में मार्क जुकरबर्ग से मुलाकात की थी, तब वह इमोशनल हो गए थे। दरअसल, जकरबर्ग ने जब पीएम से उनकी मां के बारे में पूछा तो जवाब देते वक्त उनकी आंखें भर आई थीं।