प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से उपहारों और स्मृति चिन्हों की नीलामी में भाग लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि नीलामी से प्राप्त आय नमामि गंगे कार्यक्रम में दी जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने ट्वीट संदेश में कहा, “समय के साथ, मुझे कई उपहार और स्मृति चिन्ह मिले हैं, जिनकी नीलामी की जा रही है। इनमें हमारे ओलंपिक नायकों द्वारा दिए गए विशेष स्मृति चिन्ह शामिल हैं। नीलामी में भाग लें। आय नमामि गंगे पहल में दी जाएगी।”
Over time, I have received several gifts and mementos which are being auctioned. This includes the special mementos given by our Olympics heroes. Do take part in the auction. The proceeds would go to the Namami Gange initiative.https://t.co/Oeq4EYb30M pic.twitter.com/PrF44YWBrN
— Narendra Modi (@narendramodi) September 19, 2021
प्रधानमंत्री मोदी को प्रदान किए गए प्रतिष्ठित और यादगार उपहारों की ई-नीलामी का तीसरा संस्करण 17 सितंबर से 7 अक्टूबर, 2021 तक वेब पोर्टल https://pmmementos.gov.in. के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। स्मृति चिन्ह में टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के विजेताओं द्वारा प्रधानमंत्री को उपहार में दिए गए स्पोर्ट्स गियर और उपकरण शामिल हैं। अन्य दिलचस्प कलाकृतियों में अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति, चारधाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, मॉडल, मूर्तियां, पेंटिंग और अंगवस्त्र शामिल हैं।
ई-नीलामी के इस चरण में, लगभग 1330 स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी की जा रही है। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंटिल और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा द्वारा इस्तेमाल भाले सबसे अधिक आधार मूल्य वाले आइटम हैं। इन प्रत्येक आइटम का आधार मूल्य एक करोड़ रुपये है। सबसे कम कीमत वाली वस्तु एक छोटे आकार का सजावटी हाथी है जिसकी कीमत 200 रुपये है।
कुछ अन्य वस्तुएं जैसे लवलीना बोरगोहेन द्वारा इस्तेमाल किए गए बॉक्सिंग दस्ताने, जो नीले रंग के हैं और नीचे की तरफ स्ट्रैप्ड हैंडल हैं और इस पर खिलाड़ी ने खुद हस्ताक्षर किये हैं, उन्हें भी नीलामी के लिए रखा गया है। पैरालंपिक में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर द्वारा हस्ताक्षर किए गए बैडमिंटन रैकेट की भी बोली लगाई जा रही है। इसके अलावा एक टेबल टेनिस रैकेट भी है, जो टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों की रजत पदक विजेता भाविना पटेल द्वारा हस्ताक्षर किया गया है। इसका उपयोग टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में भाविना पटेल द्वारा किया गया था। आप https://pmmementos.gov.in के माध्यम से 7 अक्टूबर, 2021 तक ई-नीलामी में भाग ले सकते हैं।
ई-नीलामी से प्राप्त राशि गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के उद्देश्य से नमामि गंगे अभियान को प्रदान की जाएगी। श्री नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधान मंत्री हैं, जिन्होंने “नमामि गंगे” के माध्यम से देश की जीवन रेखा- गंगा नदी के संरक्षण के नेक काम के लिए मिलने वाले सभी उपहारों को नीलाम करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने अक्सर गंगा को देश की सांस्कृतिक गौरव और आस्था के प्रतीक के रूप में वर्णित किया है। प्रधानमंत्री ने ज्यादातर अवसरों पर गंगा को देश के सांस्कृतिक गौरव और आस्था के प्रतीक के रूप में वर्णित किया है और उत्तराखंड के गोमुख के उद्गम स्थल से लेकर पश्चिम बंगाल में समुद्र विलय होने तक, गंगा नदी को देश की आधी आबादी के जीवन की समृद्धि का आधार बताया है।
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