आज पूरा विश्व कोरोना संकट का सामना कर रहा है और सभी संसाधन होते हुए भी विकसित देश असहाय नजर आ रहे हैं। लेकिन ऐसे कठिन समय में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अतुलनीय साहस और संयम का परिचय देकर आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने अपनी अभूतपूर्व सक्रियता से अपने आप को एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित किया है, जो घरेलू जरूरतों और वैश्विक जिम्मेदारी को एक साथ निभा रहा है। अपनी नेतृत्व क्षमता के कारण ही प्रधानमंत्री मोदी एक ‘भरोसेमंद विश्वनायक’ बन चुके हैं। आइए देखते हैं किस तरह प्रधानमंत्री मोदी लोगों का विश्वास जीतने में सफल रहे हैं।
मोदी सरकार में पहली बार
- 12 मई, 2020 को पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की घोषणा की।
- पीएम मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ का मंत्र दिया।
- पीएम मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ को विश्व कल्याण के लिए जरूरी बताते हुए ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ का नया नारा दिया।
- 80 करोड़ से अधिक लोगों को नवंबर 2020 तक मुफ्त राशन प्रदान करने की घोषणा की गई।
- मोदी सरकार ने कोरोना वायरस से लोगों की सुरक्षा और बचाव के लिए आरोग्य सेतु नाम का मोबाइल एप लॉन्च किया।
- एससीटीआईएमएसटी ने कोरोना संकट का सामना करने के लिए आटोमेटेड वेंटिलेटर का विकास किया।
- भारत पीपीई किट और एन-95 मास्क के उत्पादन में विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
- कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए भारतीय रेलवे के ट्रेन कोचों को क्वारंटीन/आइशोलेशन वार्डों में परिवर्तित किया गया।
- पीएम मोदी की अपील पर कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में 22 मार्च, 2020 की शाम 5 बजे घर-घर तालियां और थालियां बजीं।
- कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुटता दिखाने के लिए 5 अप्रैल की रात 9 बजे घर की बत्तियां बुझाकर दीये, कैंडिल और टार्च से रौशनी की गई।
- कोरोना वॉरियर्स के सम्मान और हौसला बढ़ाने के लिए सेना के तीनों अंगों के जवानों ने सलामी दी। वायु सेना ने अस्पतालों पर फूल बरसाए।
- किसानों को अपनी फसल कहीं पर, किसी को भी बेचने की आजादी मिली।
- 7 अगस्त, 2020 को देवलाली से दानापुर तक पहली किसान रेल की शुरुआत हुई।
- विदेशी मुद्रा भंडार लगातार रिकॉर्ड बना रहा है। यह अबतक का सबसे ऊंचे स्तर 572.771 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
आपदा को अवसर में बदला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
“सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो ये मंहगा जरूर लगता है, बहुत बड़ी कीमत चुकानी पडी है, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनिया भर में होना बहुत स्वाभाविक है।”
“केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए। लॉकडाउन होते ही सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया।”
“आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख पीपीई और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। ये हम इसलिए कर पाए, क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया। आपदा को अवसर में बदलने की भारत की ये दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प के लिए उतनी ही प्रभावी सिद्ध होने वाली है।”
“दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जिसे कोरोना ने प्रभावित न किया हो। लेकिन कोरोना के खिलाफ जैसी लड़ाई भारत ने लड़ी, वैसी संभवत: कहीं नहीं लड़ी गई। जनता कर्फ्यू से लेकर अभी तक जिस तरह इस महामारी का मुकाबला किया गया, चुनाव नतीजों ने उसे भी अपना समर्थन दिया है।”
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी लोकप्रियता
- विश्वविख्यात अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा है कि कोरोना की बीमारी का आतंक पूरी दुनिया की तरह अमेरिका में भी है। कोरोना का कुप्रबंध अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ले डूबा, लेकिन भारत के बिहार राज्य के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता के चलते उनकी पार्टी बीजेपी को सफलता मिली।
लोकप्रियता के मामले में सबसे आगे पीएम मोदी
अप्रैल से नवंबर 2020 के बीच राष्ट्राध्यक्षों की अप्रूवल रेटिंग
ब्रिटेन के पीएम- बोरिस जॉनसन – 39 प्रतिशत
अमेरिकी राष्ट्रपति – डोनाल्ड ट्रम्प – 41 प्रतिशत
ब्राजील के राष्ट्रपति – बोल्सोनारो – 46 प्रतिशत
भारत के पीएम – नरेन्द्र मोदी – 74 प्रतिशत
स्रोत : THE WALL STREET JOURNAL
लोकतांत्रिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों की लोकप्रियता
राष्ट्राध्यक्षों के अप्रूवल रेटिंग में अव्वल पीएम मोदी
देश का नाम | राष्ट्राध्यक्ष | अप्रूवल रेटिंग |
भारत | पीएम मोदी | 74% |
ऑस्ट्रेलिया | स्कॉट मॉरिसन | 62% |
मैक्सिको | लोपेज ओब्रोडोर | 60% |
जर्मनी | एंजेला मर्केल | 57% |
इटली | ग्यूसेप कोंते | 57% |
कनाडा | जस्टिन ट्रूडो | 53% |
जापान | योशिहिदे सुगा | 50% |
दक्षिण कोरिया | मून जे-इन | 49% |
ब्राजील | जेयर बोल्सोनारो | 47% |
अमेरिका | डॉनल्ड ट्रंप | 41% |
ब्रिटेन | बोरिस जॉनसन | 38% |
स्पेन | पेड्रो सांचेज़ | 36% |
फ्रांस | इमैनुएल मैक्रों | 35% |
स्रोत : 17 नवंबर, 2020 तक अमेरिकी डाटा रिसर्च कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट का सर्वे
- स्विट्जरलैंट के पोलिंग संगठन गैलअप इंटरनेशनल एसोसिएशन के अप्रैल में जारी सर्वे के मुताबिक भारत की 91 प्रतिशत जनता ने माना कि मोदी सरकार कोरोना महामारी में बहुत अच्छा काम कर रही है।
- बहुराष्ट्रीय बाजार शोध फर्म इप्सॉस इंडिया के सर्वे में पीम मोदी को 87 प्रतिशत की रेटिंग मिली। 23 से 26 अप्रैल के बीच किए गए इस सर्वे में 13 देशों के लगभग 26,000 लोगों से बातचीत की गई।
अंतर्राष्ट्रीय प्रशंसा
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात को मंजूरी देने पर पीएम मोदी को महान नेता बताया।
- ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने पीएम मोदी की तुलना भगवान हनुमान से की।
- ऑस्ट्रेलियाई हाई कमिश्नर ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम मोदी को ‘सुपरमैन’ बताया।
- बिल गेट्स ने कोरोना से जंग में पीएम मोदी के प्रयासों की प्रशंसा की।
- WHO के कोविड-19 के विशेष प्रतिनिधि डेविड नबैरो ने भारत की प्रशंसा की।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी भारत की जमकर प्रशंसा की।
भरोसा हुआ मजबूत
- 12 सितंबर, 2020 को आईएएनएस सीवोटर कोविड-19 ट्रैकर के सर्वे में पीएम मोदी की रणनीति को 75.8 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया।
- सोशल मीडिया प्लेटफार्म लोकल सर्कल्स के 30 अप्रैल से 14 मई के बीच कराए गए सर्वे में देश के 90 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोरोना से निपटने में मोदी सरकार प्रभावी रही है।
- मई 2020 में TIMES NOW और ORMAX Media के एक सर्वे में पीएम मोदी को 71 प्रतिशत रेटिंग मिली। ये सर्वे देश के 6 मेट्रो सिटीज दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में किया गया था।
भरोसे की जीत
- कोरोना महामारी के दौरान देश में पहली बार हुए चुनाव और उपचुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की।
- बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 110 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
- बिहार में बीजेपी को 5 प्रतिशत वोट शेयर और 67 प्रतिशत की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ 74 सीटों पर सफलता मिली।
- 11 राज्यों के 59 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी ने परचम लहराते हुए 40 सीटों पर जीत हासिल की।
- मध्य प्रदेश में 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी के 19 उम्मीदवार चुनाव जीत गए।
- गुजरात में बीजेपी ने आठ सीटों पर हुए उपचुनावों में सभी पर जीत दर्ज की।
- उत्तर प्रदेश में सात सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी छह सीटों पर जीत हासिल की।
- पूवोर्त्तर राज्य मणिपुर में भी पांच सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने चार पर जीत हासिल की।
- कनार्टक में दो सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी ने दोनों सीटें पर बाजी मार ली।
- तेलंगाना में बीजेपी का कोई मज़बूत जनाधार नहीं है, वहां भी एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी को सफलता मिली।
पीएम मोदी की सक्रियता अभूतपूर्व
- पीएम मोदी पर जनता के बढ़ते भरोसे की वजह कोरोना वायरस से निपटने के मामले में उनकी अभूतपूर्व सक्रियता रही है।
- पीएम मोदी ने 25 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा की और लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए अपील की।
- पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वैश्विक नेताओं को महामारी से निपटने में एकजुट करने की कोशिश की।
- सार्क और जी-20 देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठकें कीं और कोरोना वायरस से मिलकर लड़ने की पहल की।
- पीएम मोदी ने कोविड के संबंध में विभिन्न देशों में पदस्थापित भारत के राजदूतों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की।
- पीएम मोदी ने एचसीक्यू दवाई के निर्यात से प्रतिबंध हटाते हुए मदद की पहल की, जिसे दुनियाभर के देशों ने तारीफ की।
- पीएम मोदी ने पीएमओ में नियमित समीक्षा बैठक के साथ जरूरत के मुताबिक तत्काल फैसले लिए।
- डॉक्टरों से लेकर फार्मा सेक्टर के प्रतिनिधियों से बातचीत की और RNA टेस्टिंग किट्स बनाने को लेकर युद्ध स्तर पर काम करने को कहा।
- पीएम मोदी ने एसोचेम, फिक्की, सीआईआई जैसे उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ ही कई स्थानीय चैंबर्स से बातचीत की।
- पीएम मोदी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत की। वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट प्रसारित करने की अपील की।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कई रडियो जॉकी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संवाद किया।
राष्ट्र के नाम संबोधन
पहला संबोधन- 19 मार्च
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 मार्च को कोरोना वायरस के मुद्दे पर पहली बार देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता-कर्फ्यू का पालन करने और कोरोना वॉरियर्स का आभार जताने के लिए शाम 5 बजे 5 मिनट तक ताली और थाली बजाने की अपील की।
दूसरा संबोधन- 24 मार्च
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिन के लॉकडाउन का एलान किया था। इसमें उन्होंने घर में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की थी।
तीसरा संबोधन- 3 अप्रैल
प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।
चौथा संबोधन- 14 अप्रैल
प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अप्रैल, 2020 को देश को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रव्यापी बंद लॉकडाउन को 19 दिन बढ़ाने की घोषणा की।
पांचवां संबोधन- 12 मई
प्रधानमंत्री मोदी ने 12 मई, 2020 को देश को संबोधित किया। इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की।
छठा संबोधन- 30 जून
प्रधानमंत्री मोदी ने छठी बार देश को संबोधित करते हुए 80 करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को मुप्त में अनाज देने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर तक करने की घोषणा की।
सातवां संबोधन-20 अक्टूबर
प्रधानमंत्री मोदी ने 20 अक्टूबर, 2020 को सातवीं बार देशवासियों को संबोधित करते हुए लोगों से कोरोना वायरस से सचेत रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब तक महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।
मुख्यमंत्रियों से संवाद
- पीएम मोदी 20 मार्च, 2020 से लेकर अब तक 10 बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें कर चुके हैं।
- 20 मार्च को पीएम मोदी ने पहली बार देश के सभी मुख्यमंत्रियों से बात की और साथ मिलकर कोरोना चुनौती से निपटने की अपील की।
- 2 अप्रैल को पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के उपायों पर चर्चा की।
- 11 अप्रैल को पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। इस दौरान केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से मिल रही सफलता का जिक्र किया।
- 27 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने मौसम में होने वाले बदलाव को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाने पर जोर दिया।
- 12 मई को मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने सुरक्षित दूरी बनाए रखने सहित पूरी सावधानी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
- 16 जून को पीएम मोदी ने 21 मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करते हुए जान और जहान पर फोकस किए जाने के जोर दिया।
- पीएम मोदी ने 17 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की।
- 11 अगस्त को पीएम मोदी ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की औरकोरोना के खिलाफ जंग में 72 घंटे का फॉर्मूला दिया।
- 23 सितंबर को कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग बैठक की और टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट पर जोर दिया।
- 24 नवंबर को पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 टीका की आपूर्ति, वितरण और टीकाकरण की व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की।
कोरोना से बचाव के उपाय
- कोरोना वैक्सीन की रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए 900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
- मोदी सरकार हर व्यक्ति को वैक्सीन सुनिश्चित करने के लिए टीका की आपूर्ति, वितरण और टीकाकरण की व्यवस्था पर ध्यान दे रही है।
- 30 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस की जांच के लिए 6 लैब्स बनाए गए थे। आज उनकी संख्या बढ़कर 2000 से अधिक हो गई है।
- कोरोना का संकट आया तो एक दिन में सिर्फ 300 टेस्ट हो पाते थे। आज हर दिन 7 लाख से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं।
- ICMR के अनुसार, देश में 22 नवंबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 13 करोड़ 25 लाख सैंपल टेस्ट किए गए।
- देश में कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख से ज्यादा बेड्स की सुविधा उपलब्ध है। 12,000 क्वारन्टीन सेन्टर्स हैं।
- कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने युद्ध स्तर पर आइसोलेशन वार्ड बनाए।
- कोरोना के काल में डेढ़ लाख से ज्यादा वेलनेस सेंटर्स ने गांवों की बहुत बड़ी मदद की है।
- कोविड अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर की आपूर्ति की गई।
- कोविड से लड़ने और इसके संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत आरोग्य सेतु एप लॉन्च किया गया।
- मेडिकल और पैरामेडिकल मैनपावर में बढ़ोतरी के साथ ही उनकी ट्रेनिंग का काम भी किया जा रहा है।
- 3 फरवरी, 2020 को COVID-19 से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री की अगुआई में एक शक्तिसंपन्न मंत्रिसमूह का गठन किया गया।
- COVID-19 की रोकथाम के लिए विज्ञान और तकनीक से जुड़ी एक कमेटी का गठन किया गया।
- वित्त मंत्रालय के तहत ‘कोविड-19 इकोनॉमिक रिस्पॉन्स टास्क फोर्स’ का गठन किया गया।
- मास्क और सेनेटाइजर के बढ़ते दाम पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार ने उनकी कीमतें तय कीं।
- कोरोना से लड़ने के लिए पीएम मोदी ने 28 मार्च को पीएम केयर्स फंड बनाया। सरकारी और निजी संस्थाओं से करोड़ों रुपये दान में मिले।
- 24 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने की 21 दिनों के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की।
- सामाजिक न्याय मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान वंचितों, आश्रयहीनों और भिखारियों के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था की।
- स्वास्थ्यकर्मियों, वार्ड-ब्यॉज, नर्सेस, पारामेडिक्स, टेक्नीशियन, डॉक्टर और विशेषज्ञों के लिए विशेष बीमा स्कीम की घोषणा की गई।
बेहतर स्थिति में भारत
- विश्व में सबसे ज्यादा रिकवरी भारत में हुई है और रिकवरी रेट लगातार बढ़ रही है। मृत्यु दर व एक्टिव केस रेट में गिरावट दर्ज की जा रही है।
- नवंबर के अंत तक देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.46 प्रतिशत है, जबकि रिकवरी रेट 93.70 प्रतिशत है। एक्टिव केस 5 प्रतिशत से भी कम है।
- भारत में प्रति दस लाख जनसंख्या पर करीब 5500 लोगों को कोरोना हुआ, वहीं अमेरिका और ब्राज़ील जैसे देशों में 25 हजार के करीब है।
- भारत में प्रति दस लाख लोगों में मृत्युदर 83 है, जबकि अमेरिका, ब्राज़ील, स्पेन, ब्रिटेन जैसे अनेक देशों में ये आंकड़ा 600 के पार है।
- दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, “साथियों, जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को रत्तीभर भी कमजोर नहीं पड़ने देना है।”
गरीबों का कल्याण
- कोरोना वायरस से लड़ाई में गरीबों की सहायता के लिए पीएम गरीब कल्याण पैकेज के जरिए 1,75,000 करोड़ रुपये दिए गए।
- पीएम मोदी ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का नवंबर 2020 के अंत तक विस्तार करने की घोषणा की।
- कोरोना संकट के समय 20 करोड़ गरीब परिवारों के जन-धन खातों में 31,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए।
- गरीब बुजुर्ग और दिव्यांग साथियों के लिए 1000 रुपए की सहायता भी सीधे उनके खातों में भेजी गई।
- ‘एक देश एक राशन कार्ड योजना’ के तहत एक ही राशन कार्ड से किसी भी शहर या राज्य में राशन लेने की सुविधा दी गई।
- जनधन-आधार-मोबाइल- JAM की त्रिशक्ति ने कोरोना काल में गरीबों के खाते में रकम भेजने में बड़ी मदद की।
- सरकार ने व्यावसायिक संस्थानों के कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट में उनके वेतन की 24 प्रतिशत राशि जमा करने की घोषणा की।
- महामारी की स्थिति में ईपीएफ खाते में जमा रकम के 75 प्रतिशत या तीन महीने के वेतन (जो भी कम हो) को निकालने की अनुमति दी गई।
- सेल्फ-हेल्प ग्रुप के जमानत फ्री लोन की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की गई।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है।
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत 11.33 करोड़ घरों में शौचालय बनाए गए।
- पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए 1.57 करोड़ आवासों का निर्माण किया गया।
- पीएम जन धन योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 25 करोड़ हो गई है।
- 28 अप्रैल, 2018 को देश के प्रत्येक गांव और मार्च 2019 में सभी घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया।
- मोदी सरकार पिछले एक साल में 2 करोड़ परिवारों तक नल से जल पहुंचाने में सफल हुई है।
- मध्यम वर्गीय परिवारों को जल्द घर मिले, इसके लिए 25 हजार करोड़ रुपये का विशिष्ट फंड बनाया गया।
- रेहड़ी-पटरी वालों को अपनी आजीविका शुरू करने के लिए पीएम स्वनिधि योजना 01 जून, 2020 को लॉन्च की गई।
- स्ट्रीट वेंडर के लिए 5000 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा दी गई, इससे 50 लाख स्ट्रीट वेंडर लाभान्वित होंगे।
महिलाओं का सशक्तिकरण
- तीन महीने तक महिला जनधन खाताधारकों को प्रति माह 500 रुपये दिए गए।
- माताओं-बहनों के लिए 1000 रुपए की सहायता भी सीधे उनके खातों में भेजी गई।
- उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस सिलिंडर दिए गए।
- महिलाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के समान अवसर देने के लिए मोदी सरकार लगातार कोशिश कर रही है।
- 425 करोड़ जन-धन खाते खोले गए हैं, उनमें से 22 करोड़ खाते महिलाओं के हैं।
- कोरोना काल में करीब 30 हजार करोड़ रुपये महिलाओं के खाते में जमा किए गए।
- 25 करोड़ के करीब मुद्रा लोन दिए गए हैं, उनमें से 70 प्रतिशत मुद्रा लोन लेने वाली महिलाएं हैं।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिल रहा है, उसमें अधिकतम रजिस्ट्री महिलाओं के नाम हो रही है।
- मोदी सरकार ने महिलाओं को अंडरग्राउंड कोयले की खदान में काम करने की मंजूरी दी।
- बेटियों को लड़ाकू विमान उड़ाने की मंजूरी दी। आज बेटियां आसमान की बुलंदियों को चूम रही हैं।
- भारत दुनिया के उन देशों में है, जहां नौसेना और वायुसेना में महिलाओं को क़ॉम्बैट रोल में शामिल किया जा रहा है।
- मोदी सरकार ने गर्भवती महिलाओं को वेतन के साथ 6 महीने की छुट्टी देने की मंजूरी दी।
- मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को बड़ी राहत देते हुए तीन तलाक की कुप्रथा से आजादी दिलाई।
- मोदी सरकार ने जन-औषधि केंद्र के अंदर एक रूपये में सैनिटरी पैड पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा काम किया है।
- मोदी सरकार ने बेटियों में कुपोषण खत्म हो और उनकी शादी की सही आयु क्या हो, इसके लिए कमेटी बनाई है।
- महिला एसएचजी के लिए आजीविका के साधन के रूप में नर्सरी, हरा चारा, फलीदार प्रजातियों के रोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रवासी कामगारों को मिला काम
- मोदी सरकार ने 13 मई, 2020 को प्रवासी मजदूरों के कल्याण के लिए पीएम केयर्स फंड से 1000 करोड़ रुपये जारी किए।
- मोदी सरकार ने अपने गृह राज्यों को लौट रहे मजदूरों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
- प्रवासी श्रमिक को अपने ही गांव में रोजगार मिल सके, इसके लिए मोदी सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू किया।
- गांवों में श्रमिकों की हुनर मैपिंग की शुरुआत की गई है, ताकि श्रमिकों के कौशल के मुताबिक काम मिल सके।
- देश की श्रम-शक्ति के बेहतर इस्तेमाल के लिए मोदी सरकार वोकल फॉर लोकल पर बल देते हुए री-स्किल और अप-स्किल पर जोर दे रही है।
- प्रवासी श्रमिकों और शहरी गरीबों के लिए किफायती किराया आवास परिसरों के लिए योजना की घोषणा की गई।
- मनरेगा के तहत मजदूरों की दिहाड़ी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये की गई।
- पीएम श्रम योगी मानधन योजना के तहत 44.53 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है।
आत्मनिर्भरता की ओर किसान
- कृषि सेक्टर के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के एग्री-इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड की घोषणा की गई।
- आवश्यक वस्तु अधिनियम में ऐतिहासिक संशोधन कर खाद्य वस्तुओं को आवश्यक वस्तुओं की सूची से हटाया गया।
- किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुविधा के हिसाब से कृषि उत्पाद खरीदने और बेचने का अधिकार दिया गया।
- किसानों की आधुनिक तकनीक और बेहतर इनपुट्स तक पहुंच भी सुनिश्चित की गई।
- बिचौलियों की भूमिका खत्म होने से किसानों को अपनी फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा।
- किसान सम्मान निधि के तहत 6 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 93,000 करोड़ रुपये बैंक खाते में भेजे गए।
- 12 सितंबर, 2019 को पीएम किसान मानधन योजना शुरू की गई। किसानों को प्रति माह 3,000 रुपये पेंशन की सुविधा है।
- सितंबर 2020 तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 9 करोड़ से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया।
- मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को अब स्वैच्छिक बना दिया है।
- 5 करोड़ डेयरी किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड्स (केसीसी) अभियान की शुरुआत की गई।
- सरकार ने किसानों को राहत देते हुए किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए गए कर्ज के भुगतान की तारीख को आगे बढ़ा दिया।
- लॉकडाउन के दौरान किसानों की फसलों और अनाजों के यातायात को आसान बनाने के लिए ‘किसान रथ’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया।
- पशुपालकों और डेयरी सेक्टर के लिए 15 हजार करोड़ रुपए का एक विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया गया।
- मोदी सरकार ने मधुमक्खी पालन के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया।
- 20 हजार करोड रुपये की लागत से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की गई।
अर्थव्यवस्था को मिली रफ्तार
- मोदी सरकार ने 12 मई, 2020 को देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की।
- आर्थिक पैकेज ने कुटीर उद्योग, गृह उद्योग और लघु-मंझोले उद्योग को गति देने और करोड़ों लोगों की आजीविका बचाने में मदद की।
- मोदी सरकार ने 13 अक्टूबर, 2020 को आर्थिक सुस्ती से लड़ने और मांग बढ़ाने के लिए 73 हजार करोड़ रुपये के दूसरे पैकेज की घोषणा की।
- मोदी सरकार ने 12 नवंबर, 2020 को अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने के लिए 2.65 लाख करोड़ रुपये के तीसरे आर्थिक पैकेज का एलान किया।
- कोविड-19 का सामना करने के लिए वित्त मंत्री सीतारमण ने वैधानिक और रेगुलेटरी अनुपालनों में कई महत्वपूर्ण राहत और छूट की घोषणा की।
- देरी से भुगतान पर लगने वाली पेनाल्टी, विलम्ब शुल्क को माफ किए जाने से लेकर ब्याज दर आदि से जुड़े कई बिन्दुओं पर राहत दी गई।
- आरबीआई ने उदार मौद्रिक नीति के साथ ही ऐसे कई कदमों की घोषणा की, जिससे देश के सिस्टम में नकदी धन के प्रवाह को गति मिली।
- मोदी सरकार ने नेशनल इंफ्रास्ट्रकचर पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर 110 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च करने की घोषणा की है।
- नेशनल इंफ्रास्ट्रकचर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत अलग-अलग सेक्टर में लगभग सात हजार प्रोजेक्ट की पहचान की गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार ने बनाया रिकॉर्ड
- कोरोना काल में भी दुनिया की बड़ी कंपनियां और निवेशक भारत की ओर रूख कर रहे हैं, जो मोदी सरकार पर विश्वास को दर्शाता है।
- मोदी सरकार की नीतियों के कारण विदेशी मुद्रा भंडार लगातार रिकॉर्ड बना रहा है। यह अबतक का सबसे ऊंचे स्तर पहुंच गया है।
- देश का विदेशी मुद्रा भंडार 13 नवंबर, 2020 को खत्म हफ्ते में 4.277 अरब डॉलर बढ़कर 572.771 अरब डॉलर हो गया।
विदेशी मुद्रा भंडार में अप्रत्याशित बढ़ोतरी
वर्ष 2014 – 311 अरब डॉलर
8 सितंबर, 2017 – 400 अरब डॉलर
5 जून, 2020 – 500 अरब डॉलर
13 नवंबर, 2020 – 572.771 अरब डॉलर
प्रधानमंत्री मोदी में अटूट विश्वास
- 22 मार्च को जनता कर्फ्यू को मिला व्यापक जन समर्थन
- 22 मार्च की शाम 5 बजे घर-घर बजीं तालियां और थालियां
- 5 अप्रैल की रात 9 बजकर 9 मिनट पर घर-घर दीप जले
- पीएम केयर्स फंड में दान की लगी होड़
- ‘दो गज दूरी, बहुत है जरूरी’ के मंत्र का पालन