अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तीय अपराध को एक बड़ा खतरा बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्य देशों से भगोड़े आर्थिक अपराधियों की पहचान-प्रत्यर्पण के साथ उन्हें पनाह और प्रवेश नहीं देने के लिए एक साझा मंच बनाने की अपील की।
आर्थिक अपराधों से निपटने के लिए नौ सूत्री सुझाव पेश करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटने के लिए सशक्त और सक्रिय सहयोग की जरूरत है।
Striking at the root of economic malpractices for a better future.
During the second session at G-20 Summit, which focused on international trade, financial and tax systems, I presented a 9-point programme on ways to take stringent action against fugitive economic offenders. pic.twitter.com/IsSryMrms8
— Narendra Modi (@narendramodi) December 1, 2018
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी-20 देशों को मिलकर एक ऐसा तंत्र बनाना चाहिए जो भगोड़े आर्थिक अपराधियों को प्रवेश और उन्हें शरण देने से रोके।
प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्य देशों के सीमापार से संगठित अपराध रोकथाम संधि को लागू करने के लिए एक व्यवस्था बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जी-20 मंच को आर्थिक अपराधियों की संपत्तियों का पता लगाने का काम शुरू करने पर विचार करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक नीतियां तैयार करते समय जनता पहले अवधारणा की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि इससे लोगों के दैनिक जीवन पर सीधा सकारात्मक प्रभाव होगा।