अमेरिका के ह्यूस्टन में होने वाले हाउडी मोदी (Howdy Modi) कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से सुझाव मांगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लोगों से अपने भाषण के लिए विचार साझा करने को कहा है। उन्होंने कहा कि वह इनमें से कुछ का अपने भाषण में जिक्र करेंगे। इससे संबंधित विचार लोग नमो एप पर ‘ओपन फोरम’ के जरिए साझा कर सकते हैं।
There is great enthusiasm towards the #HowdyModi programme in Houston on 22nd. For my speech that day, I want to hear from you.
Share your ideas for my address. I would refer to some of them during my remarks.
Express your thoughts on the special Open Forum on the NaMo App. pic.twitter.com/IgH97MQBDc
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2019
अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी का जलवा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से देश की बागडोर संभाली है, दुनियाभर में देश की साख मजबूत हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का रुतबा लगातार बढ़ रहा है। भारत एक विश्व शक्ति बनकर उभर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का आलम यह है कि 22 सितंबर को अमेरिका के ह्यूस्टन की हाउडी मोदी रैली में खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल होंगे। दुनिया में यह पहली होगा जब दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेता किसी संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। हाउडी मोदी रैली में भारतीय समुदाय के 50 हजार से ज्यादा लोगों को दो वैश्विक नेताओं का संबोधित करना ऐतिहासिक होगा। अमेरिका में यह किसी विदेशी नेता का अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा। इस विशाल रैली की एक खासियत यह भी होगी कि इसमें 50 से अधिक अमेरिकी सांसद भी शिरकत करेंगे।
Howdy Modi कार्यक्रम को लेकर अमेरिका में जबरदस्त उत्साह
अमेरिका के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम हाउडी मोदी (Howdy Modi) को लेकर जबरदस्त उत्साह है। हाउडी मोदी कार्यक्रम को लेकर ह्यूस्टन के सभी प्रमुख हाईवे पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं। इलाके में रहने वाले सभी भारतीय लोगों के घरों के बाहर तिरंगा लहरा रहा है। हाउडी- हाउ डू यू डू (How do you do) का संक्षिप्त रूप है। इस कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है। 22 सितंबर को होने वाले इस कार्यक्रम के लिए 50 हजार से ज्यादा लोग पंजीकरण करवा चुके हैं। कार्यक्रम के लिए कोई टिकट नहीं है, लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन https://howdymodi.org पर कराना जरूरी होगा।
एक नजर डालते हैं कि पीएम मोदी अब तक किन-किन देशों में भारतीयों से संवाद कर चुके हैं।
न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में किया था भारतीयों को संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले अमेरिकी दौरे में 29 सितंबर 2014 को न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी को सुनने और उनकी एक झलक पाने के लिए अमेरिका के अलग-अलग हिस्से से लोग भारतीय समुदाय के लोग न्यूयॉर्क पहुंचे थे। मैडिसन स्क्वॉयर खचाखच भरा था और हजारों की संख्या में एनआरआई बाहर लगी स्क्रीन्स पर पीएम मोदी का भाषण सुन रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने वहां अप्रवासी भारतीयों को भरोसा दिलाया था कि वो उनके सपने का भारत बनाएंगे और 21वीं सदी भारत की सदी होगी। पीएम मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी ऐसी थी, कि पूरा हॉल मोदी-मोदी के नारों से गूंजता रहा। अमेरिका की धरती पर भारत के किसी प्रधानमंत्री का पहली बार इतना जोरदार स्वागत हुआ था।
सिडनी के अल्फॉन्स एरीना में पीएम मोदी को सुनने उमड़े भारतीय
प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, वह 28 वर्षों के बाद ऑस्ट्रेलिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। ऑस्ट्रेलिया में पीएम मोदी को भव्य स्वागत हुआ। 17 नवंबर 2014 को सिडनी के अलफॉन्स एरीना में प्रधानमंत्री मोदी ने हजारों की संख्या में उपस्थित भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। वहां मौजूद लोगों में पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेने और उनका ऑटोग्राफ लेने की दीवानगी दिखाई दे रही थी।
कनाडा में 10 हजार से ज्यादा भारतीयों को किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी जब कनाडा के दौरे पर गए तो उन्होंने वहां भी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद स्थापित किया। पीएम मोदी ने 16 अप्रैल 2015 को टोरंटो के रिको कोलेजियम में मौजूद 10 हजार से ज्यादा भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफेन हार्पर भी मौजूद थे। अपने भाषण में पीएम मोदी ने विकास को हर समस्या का समाधान बताते हुए दूसरों द्वारा छोड़ी गई गंदगी को साफ करने का संकल्प भी जताया।
दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय के बीच छाए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने 17 अगस्त 2015 को यूएई की यात्रा के दौरान दुबई में खचाखच भरे क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। अपने भाषण में पीएम मोदी ने यूएई में रह रहे लाखों भारतीयों की खुले दिल से तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी ऐसी थी कि उनके भाषण के दौरान लगातार मोदी-मोदी के नारे लगते रहे।
लंदन के वेम्बले स्टेडियम में भारतीयों से पीएम मोदी का संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2015 में ब्रिटेन का दौरा किया था। इस दौरे में पीएम मोदी ने 14 नवंबर को लंदन के वेम्बले स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग स्टेडियम पहुंचे थे।
ओमान के मस्कट में गूंजा नमो मंत्र
11 फरवरी, 2018 को अपने पहले ओमान दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मस्कट में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। मस्कट के सुल्तान काबू स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित कार्यक्रम में हजारों की संख्या में मौजूद भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आप सभी भारत के राजदूत हैं। उन्होंने कहा कि ओमान खाड़ी देशों में हमारा सबसे करीबी पड़ोसी है। भारत की बढ़ती हुई प्रगति के साथ खाड़ी देशों की भारत में रुचि भी बढ़ रही है। संबोधन के बाद प्रधानमंत्री मोदी पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाकर भारतीय मूल के लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया था।
स्वीडन में भारतीय समुदाय को पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने 17 अप्रैल, 2018 को स्वीडन का दौरा किया था। इस मौके पर श्री मोदी ने स्टॉकहोम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार नए भारत के निर्माण के लिए पूरे प्रयास कर रही है। भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री मोदी ने कि भारतीय होने का गर्व ऐसी भावना है जो हमें एक-दूसरे को जोड़ती है, मुश्किल समय में एक साथ खड़े होने का बल प्रदान करती है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में एक ऐसी सरकार है जो भारत की साख के लिए, भारत के स्वाभिमान, भारत को 21वीं सदी में नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए दिन-रात एक कर रही है।
रवांडा और युगांडा में भारतीयों से किया संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल में रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की पांच दिनों की यात्रा की थी। इस दौरान श्री मोदी 23 से 24 जुलाई तक रवांडा में रहे थे और 24 से 25 जुलाई तक युगांडा में रहे थे। पीएम मोदी ने यहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की थी और उनके साथ संवाद भी किया था। रवांडा जाने वाले पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे, जबकि 20 वर्षों बाद कोई भारतीय पीएम युगांडा पहुंचा था।