अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आपसी, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मसलों के साथ द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर व्यापक बातचीत की। संपर्क बढ़ाने के साथ-साथ अफगानिस्तान में ढांचागत परियोजनाओं, मानव संसाधन विकास योजनाओं और क्षमता विकास योजनाओं के लिए सहयोग और बढ़ाने पर भी भारत ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। राष्ट्रपति गनी ने दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित संबंधों की सराहना करते हुए कहा की हिंसा नहीं शांति से ही दक्षिण एशिया का विकास संभव है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान के नेतृत्व में चल रही शांति एवं सामंजस्य प्रक्रिया को भारत के समर्थन देने की बात एक बार फिर दोहराई ताकि अफगानिस्तान एक संगठित, शांतिपूर्ण, समेकित और लोकतांत्रिक राष्ट्र बना रहे और आर्थिक रुप से उभरता देश बन सके। उन्होंने अफगानिस्तान में आतंकी हमलों और हिंसा की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में उन्होंने अफगान नागरिकों और सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता जताई।
विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर संयोजन और सलाह-मशविरा पर संतोष जताते हुए दोनों पक्ष इस सहयोग को और मजबूत करने और विकास, शांति, स्थायित्व एवं प्रगति के लिए अपने-अपने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ और नजदीक से काम करने पर सहमत हुए। राष्ट्रपति गनी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच मुलाकात के दौरान दिखी गर्मजोशी इस बात का सूचक है की इस दौरे से दोनों देशों के रिश्तों को नई उंचाई मिली है।