प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए जी-20 देशों के सम्मेलन में 11 सूत्रीय एक्शन प्लान पेश किया है। सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने जी-20 देशों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने आतंकवाद को सबसे बड़ी चुनौती बताया। श्री मोदी ने इस विषय को चुनने के लिए जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले इसे समझना होगा।
PM @narendramodi :
Very important to understand terrorism before action pic.twitter.com/8SP1PXqWcJ— Gopal Baglay (@MEAIndia) July 7, 2017
इस दौरान उन्होंने 11 सूत्रीय एक्शन प्लान पेश किया।
PM welcomed plan of action in #G20 on Counter Terrorism and presented 11 point action agenda for it pic.twitter.com/Ig6maKcX1y
— Gopal Baglay (@MEAIndia) July 7, 2017
1- आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है। ऐसे देशों के अधिकारियों का जी-20 सम्मेलन में प्रवेश पर प्रतिबंध जरूरी।
2- संदिग्ध आतंकवादियों की सूची का जी-20 देशों के बीच आदान-प्रदान और ऐसे आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ साझी कार्रवाई अनिवार्य हो।
3- आतंकवादियों से संबंधित प्रभावकारी सहयोग के लिए कानूनी प्रक्रिया को आसान बनाना, जिससे उनका प्रत्यर्पण आसानी से किया जा सके।
4- अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन को तुरंत अपनाया जाए।
5- UNSCR और अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रक्रियाओं को प्रभावी तरीके से अमल में लाया जाए।
6- कट्टरता के कार्यक्रमों पर जी-20 देशों द्वारा साझे प्रयास की रणनीतियों को आपस में साझा करना।
7-FATF और अन्य प्रक्रियाओं द्वारा आतंकवादियों को मिलने वाली मदद और उनके सोर्स पर प्रतिबंध के साथ उसे खत्म करना।
8- FATF की तरह ही हथियारों तक पहुंत पर रोक के लिए WEATF का गठन किया जाए।
9- जी-20 देशों के बीच आतंकवादी गतिविधियों पर केंद्रित साइबर सिक्योरिटी क्षेत्र में ठोस सहयोग।
10- जी-20 में आतंकवाद पर रोक के लिए सभी देशों के बीच एक तंत्र का गठन।
11-जी-20 के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच तालमेल को लेकर ठोस कदम उठाना।