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EXPOSED: बिहार की जनता ने SIR पर लगाई मोहर, राहुल गांधी का हाइड्रोजन बम भी फुस्स, इन फैक्ट्स से ‘वोट चोरी’ के दावे झूठे साबित

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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 121 सीटों पर रिकॉर्ड मतदान से जहां विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर जनता की मुहर लगी, वहीं राहुल गांधी के वोट चोरी के परमाणु बम को पूरी तरह फेल साबित कर दिया। बिहार में रिकॉर्ड 64.70 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले गए। पिछले विधानसभा चुनाव (2020) में राज्य में कुल 57.29 प्रतिशत वोट ही पड़े थे। प्रदेश के 18 जिलों में शांतिपूर्ण मतदान का सबसे बड़ा संदेश मतदाता सूची के शुद्धीकरण यानी SIR पर जनता की जबरदस्त मोहर है। चुनाव आयोग ने एसआइआर की प्रक्रिया के तहत करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम काटे थे, लेकिन पहले चरण में मतदाताओं के सूची में नाम नहीं होने की शिकायतें सामने नहीं आईं। दूसरी ओर राहुल गांधी का ‘वोट चोरी’ का ‘हाईड्रोजन बम’ फोड़ने का दावा भी पूरी तरह फुस्स हो गया। राहुल के मनगढ़ंत आरोपों की जांच और चुनाव आयोग ने तथ्यों की रोशनी में राहुल के दावे एक बार फिर आधारहीन साबित हुए। दिलचस्प बात तो यह रही कि राहुल ने जिन्हें आरोपों का आधार बनाया, उन्होंने ही कांग्रेस से युवराज को झूठा बता दिया।

परमाणु बम पौं बोल गया और हाइड्रोजन बम की हवा निकली
राहुल गांधी ने कुछ माह पहले कथित ‘वोट चोरी’ को लेकर जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, उसको परमाणु बम बोला था। साथ ही ये कहा था कि अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस में वो हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे। बिहार चुनाव 2025 के पहले दौर के मतदान से ठीक पहले राहुल गांधी ने हरियाणा 2024 चुनाव में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का ‘हाइड्रोजन बम’ वो फोड़ा है। यह अलग बात है कि उनका परमाणु बम पौं बोल गया और अब इससे फुस्स-फुस्स की आवाजें आ रही है। दरअसल, उनका वोट चोरी का यह दावा फर्जी साबित हुआ है कि चुनाव आयोग और बीजेपी पर 25 लाख वोटों की चोरी की है। राहुल गाँधी ने ‘एच फाइल्स‘ के नाम से प्रेजेंटेशन देकर दावा किया कि हर आठ में से एक वोटर फर्जी था, जिसकी वजह से कॉन्ग्रेस हारी। यह अलग बात है कि उनके नेतृत्व में लगातार हार पर हार झेल रही कांग्रेस हार की सेंचुरी लगाने के करीब है।

राहुल गांधी की एच-फाइल्स की पड़ताल में चुनाव आयोग ने जो तथ्य सामने रखे, उनसे सारे आरोपों की धज्जियां उड़ गईं…

हरियाणा के ‘एक ही घर’ में 501 और 66 वोटर!
आरोप: राहुल गाँधी ने दावा किया कि हरियाणा के ‘एक ही घर’ में 501 और 66 वोटर हैं। हरियाणा में एक घर में 501 वोटर और दूसरे घर (मकान नंबर 150) पर 66 वोटर दर्ज थे, और ये घर सिर्फ ‘कागजों पर’ हैं।

सच्चाई : होडल विधानसभा क्षेत्र के गुदराना गांव में मकान नंबर 150 की जाँच में पता चला कि यह कोई छोटा मकान नहीं, बल्कि करीब 1 एकड़ में फैला एक बड़ा पुश्तैनी भूखंड है। राहुल गांधी के आरोपों के बाद पलवल जिला परिषद के वाइस चेयरमैन उमेश गुदराना सामने आए और उन्होंने आरोपों को सरासर झूठ बताया। गुदराना ने कहा हम कोई विदेश से आकर यहां नहीं बसे। हम यहीं के नागरिक हैं और समय के साथ हमारा परिवार बढ़ता गया। हमारे दादाजी चार भाई हैं। वे पिछले 80-100 वर्ष से गुदराना गांव में रहते हैं। मेरे पिताजी के 9 भाई हैं और उनके जितने बच्चे और पोते हैं। परिवार में करीब 200 सदस्य और 150 वोटर हैं। पूरा परिवार एक ही नंबर पर रजिस्टर्ड होने के कारण वोटों की संख्या ज्यादा दिखती है। मकान नंबर 265 पर 501 वोटर होने का दावा जांच में मिला ही नहीं, जिससे यह तथ्य भी पूरी तरह से झूठा साबित हुआ।

विधानसभा चुनाव में ‘ब्राजीलियन मॉडल’ ने 22 बार डाला वोट
आरोप: राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सोनीपत के राई विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में ब्राज़ील की एक मॉडल का फोटो है। राहुल के मुताबिक इस मॉडल ने अलग-अलग नाम (जैसे स्वीटी या सीमा) से 10 बूथों पर 22 बार वोट डाले। यह ‘वोट चोरी’ की बड़ी साजिश है।

सच्चाई: आयोग ने जब राई क्षेत्र के 8 गाँवों (मच्छरौला, मुरथल, बारोटा आदि) में जांच की गई, तो सामने आया कि वोट किसी मॉडल ने नहीं डाले, बल्कि असली मतदाताओं ने ही डाले थे। 22 में से 13 महिला मतदाताओं ने पुष्टि की कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपना वोट खुद डाला था। इन मतदाताओं ने बताया कि वोटर लिस्ट में भले ही उनकी जगह किसी और का फोटो लगा था, लेकिन उनका नाम, पति का नाम और पता बिल्कुल सही था। वोट डालते समय उन्होंने अपना वोटर आई कार्ड दिखाया, जिसके बाद चुनाव अधिकारियों ने उन्हें वोट देने दिया। दूसरी ओर ब्राजील की डिजिटल इन्फ्लुएंसर और हेयरड्रेसर ने सोशल मीडिया पर इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने वीडियो जारी कर साफ किया, “मेरी तस्वीर का इस्तेमाल… मुझे नहीं पता कि यह चुनाव है या कुछ और, जहां वोटिंग जरूरी है। ये लोग मुझे एक भारतीय महिला के रूप में दिखा रहे हैं ताकि दूसरों को धोखा दिया जा सके, दोस्तों। यह मैं नहीं हूँ, मैं कभी भारत गई भी नहीं हूं, लेकिन मैं भारतीय लोगों से बहुत प्यार करती हूं।”

सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए और डुप्लीकेट वोटिंग कराई
आरोप: राहुल गांधी ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए, ताकि एक ही महिला वोटर के द्वारा कई बार वोट डालने जैसे मामले सामने ना आ सकें।

सच्चाई: राहुल ने अपने इस आरोप के प्रमाण स्वरूप कोई डिलीटेड फुटेज के साक्ष्य पेश नहीं किए, जबकि चुनाव आयोग नियमों से बंधा होता है और हर चरण की निगरानी होती है। चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि वह बिना शपथ पत्र और निर्धारित शिकायत के स्वतः संज्ञान नहीं ले सकता, क्योंकि इससे आधारहीन आरोपों की जिम्मेदारी तय नहीं हो पाती। राहुल गांधी को पहले पुख्ता सबूत पेश करने चाहिए।

 

5 लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर और 19 लाख बल्क वोटर्स
आरोप: हरियाणा के पिछले विधानसभा चुनाव के लिए राहुल ने दावा किया कि 5 लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर और 19 लाख बल्क वोटर्स थे, जिससे कुल 25 लाख वोटों की चोरी हुई। राहुल ने चुनाव आयोग पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के बयान को लेकर भी ‘खुलेआम झूठ बोलने’ का आरोप लगाया।

सच्चाई: कांग्रेस नेता राहुल के आरोपों को आधारहीन बताते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने मतदाता सूची के रिवीजन (SSR) के दौरान डुप्लीकेट मतदाताओं को हटाने के लिए कोई शिकायत या आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी। आयोग ने कहा कि अगर आरोप सही हैं, तो कॉन्ग्रेस निर्धारित नियमों के अनुसार हर एक आरोप के संबंध में शपथ पत्र दे, जिसके बाद आयोग हर शिकायत पर कार्रवाई करेगा। आयोग के मुताबिक हरियाणा चुनाव से पहले 4,16,408 दावों और आपत्तियों पर सुनवाई हुई थी, लेकिन चुनाव के बाद किसी भी उम्मीदवार द्वारा मतदान या मतगणना पर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई।

मकान नंबर ‘शून्य’ का मतलब राहुल ने फर्जी वोटर निकाला
आरोप: राहुल ने दादरी शहर की मतदाता सूची में नरेंद्र नामक एक युवक का उदाहरण दिया, जिसके पास खुद का मकान होने के बावजूद उसका मकान नंबर ‘शून्य’ (0) दिखाया गया है। राहुल ने दावा किया कि चुनाव आयोग मकान नंबर ‘0’ उन लोगों का दिखाता है, जिनके पास घर नहीं होता और ऐसा करना मतदाता की जांच को मुश्किल बनाने का एक तरीका है।

सच्चाई: चुनाव आयोग की सघन पड़ताल में पता चला कि यह आरोप भी आधारहीन है और स्थानीय प्रशासनिक समस्या को गलत ढंग से पेश किया गया है। जिस नरेंद्र का जिक्र किया गया, वह अपने परिवार के साथ 30 वर्षों से दादरी में खुद के मकान में रह रहा है। जाँच में यह सामने आया कि उस वार्ड में नगर परिषद की ओर से कोई मकान नंबर आवंटित यानि अलॉट ही नहीं किया गया है। इसी कारण नरेंद्र के ही नहीं, बल्कि उनके माता-पिता और पत्नी के वोटर कार्ड और यहां तक कि आधार कार्ड में भी मकान संख्या ‘शून्य’ दर्ज है।

 

राहुल गांधी मिमियाए- वोटर लिस्ट आखिरी मिनट पर मिली
आरोप: कांग्रेस सांसद राहुल से जब पूछा गया कि आने वाले चुनावों में ‘वोट चोरी’ रोकने के लिए उनकी क्या तैयारी है, तो राहुल गांधी बोले, “सबसे पहले आपको यह समझना है कि वोटर लिस्ट बहुत मुश्किल से मिलती है।” हरियाणा की वोटर लिस्ट पर राहुल ने कहा, “ये जो हरियाणा की वोटर लिस्ट थी, लास्ट मिनट, चुनाव से एकदम पहले हमें दी जाती है, फाइनल लिस्ट।” राहुल ने इस दावे का इस्तेमाल यह बताने के लिए किया कि उन्हें तैयारी के लिए समय ही नहीं मिला।

सच्चाई: राहुल गाँधी के इस दावे पर हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने तुरंत फैक्ट शीट जारी करके सच्चाई सामने रखी। चुनाव आयोग के मुताबिक, हरियाणा चुनाव से लगभग दो महीने पहले (2 अगस्त 2024) ही सभी राजनीतिक दलों के साथ ‘ड्राफ्ट मतदाता सूची’ बांट दी गई थी। इसके बाद, आपत्तियों को ठीक करके फाइनल मतदाता सूची भी चुनाव से करीब 40 दिन पहले (27 अगस्त 2024) राजनीतिक दलों के साथ शेयर कर दी गई थी। चुनाव आयोग ने साफ कहा कि राहुल का यह दावा कि उन्हें ‘आखिरी वक्त’ पर वोटर लिस्ट दी गई, पूरी तरह गलत है। इसके अलावा, एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई। फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद, कॉन्ग्रेस या किसी भी दल ने एक भी शिकायत या अपील दाखिल नहीं की थी।

सीएम नायब सिंह सैनी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर खड़े किए सवाल
आरोप: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का क्लिप राहुल गांधी ने दिखाया। इस क्लिप में सीएम सैनी यह कहते दिख रहे हैं कि ‘बीजेपी अकेले सरकार बनाएगी… हमारे पास सारी व्यवस्थाएँ हैं।’ राहुल गाँधी ने सीएम सैनी के ‘मुस्कुराते चेहरे’ और ‘व्यवस्था’ शब्द पर सवाल उठाया। राहुल का दावा था कि सीएम सैनी का इतना आश्वस्त दिखना और ‘व्यवस्था’ शब्द का उपयोग करना यह साबित करता है कि बीजेपी ने वोट चोरी की कोई ‘सेंट्रलाइज्ड साजिश’ रची थी, क्योंकि एग्जिट पोल कॉन्ग्रेस के पक्ष में थे।

सच्चाई: राहुल गांधी का यह आरोप अपने आप में बचकाना और हास्यास्पद है। जांच करने पर पता चला कि सीएम सैनी का बयान ‘वोट चोरी’ या चुनावी धांधली से बिल्कुल संबंधित नहीं था। सीएम सैनी से असल में एक रिपोर्टर ने पूछा था कि क्या बीजेपी सरकार बनाने के लिए किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन (गठबंधन की संभावना) करेगी। इसके जवाब में सीएम सैनी ने आत्मविश्वास से कहा था, “हमें किसी भी तरह के गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैंने शुरू से ही कहा है कि भाजपा अकेले सरकार बनाएगी…।”

हरियाणा की महिला वोटर का वीडियो क्लिप भी गलत निकला
आरोप: राहुल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महिला वोटर की वीडियो क्लिप चलाई। क्लिप का इस्तेमाल करते हुए राहुल ने यह बताने की कोशिश की कि हरियाणा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और यह महिला उनकी ‘वोट चोरी’ की थ्योरी का सबूत है।

सच्चाई: राहुल की वीडियो क्लिप वाली महिला से जब मीडिया ने बात की तो पता चला कि राहुल गांधी ने उनके वीडियो का इस्तेमाल गलत संदर्भ में किया था। महिला वोटर का नाम अंजलि त्यागी है और वह सोनीपत, हरियाणा की रहने वाली हैं। अंजलि त्यागी ने राहुल गांधी के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने साफ कहा, “मेरे वीडियो का गलत संदर्भ में इस्तेमाल किया गया।

फाइल फोटो

हरियाणा के बूथ पर 223 बार एक ही महिला का नाम
आरोप: राहुल गांधी ने दावा किया बूथ पर 223 बार एक ही महिला का नाम है। चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए कि उस महिला ने कितनी बार वोट किया। एक लड़की ने 10 जगह वोटिंग की। फेक फोटो वाले एक लाख 24 हजार 177 मतदाता थे। यही वजह है कि सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए गए। सीसीटीवी फुटेज से यह खुलासा हो जाता कि उस बूथ पर क्या हुआ था?

सच्चाई: हरियाणा चुनाव आयोग ने एक ही ट्वीट से राहुल गांधी के सारे आरोपों की चिंद्दियां बिखेर दी हैं और सच्चाई सबसे सामने उजागर कर दी है। हरियाणा चुनाव आयोग के तरकश से फैक्ट्स का ब्रह्मास्त्र निकला है। उसने एक-एक आरोप का सिंपल से एक ट्वीट करके जवाब दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि ये कुछ महत्वपूर्ण हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से संबंधित तत्थ हैं..
• प्रारूप मतदाता सूची (Draft Electoral Rolls) पिछले साल 8 अगस्त को प्रकाशित की गई और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई थी.
• विशेष सारांश पुनरीक्षण (SSR) के दौरान प्राप्त दावे और आपत्तियों की कुल संख्या: 4,16,408
• कुल बी.एल.ओ (BLOs – बूथ स्तर अधिकारी) की संख्या: 20,629
• अंतिम मतदाता सूची (Final Electoral Rolls) साल 2024 में 27 अगस्त को प्रकाशित की गई और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई.
• ई.आर.ओ (ERO – Electoral Registration Officer) के आदेशों के खिलाफ जिलाधिकारियों (DMs) के पास दायर अपीलों की संख्या: शून्य (Nil)
• जिलाधिकारियों के आदेशों के खिलाफ मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के पास दायर दूसरी अपीलों की संख्या: शून्य (Nil)
• मतदाता सूची अंतिम रूप से तैयार की गई और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि तक सभी प्रत्याशियों के साथ 16 सितंबर 2024 को साझा की गई.
• कुल मतदान केंद्रों (Polling Stations) की संख्या: 20,632
• कुल प्रत्याशियों (Contesting Candidates) की संख्या: 1,031
• सभी प्रत्याशियों द्वारा नियुक्त कुल मतदान अभिकर्ताओं (Polling Agents) की संख्या: 86,790
• मतदान के अगले दिन जांच के दौरान प्रत्याशियों द्वारा दी गई आपत्तियों की संख्या: शून्य (Nil)
• सभी प्रत्याशियों द्वारा मतगणना के लिए नियुक्त गणना अभिकर्ताओं (Counting Agents) की संख्या: 10,180
• मतगणना के दौरान आर.ओ (RO – Returning Officer) को प्राप्त शिकायतों/आपत्तियों की संख्या: 5
• परिणाम की घोषणा की तिथि: 8 अक्टूबर 2024
• चुनाव को चुनौती देने के लिए दायर चुनाव याचिकाओं की संख्या: 23

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