पीएम मोदी के दोबारा सत्ता में वापसी के बाद से ही पाकिस्तान घबराया हुआ है और लगातार भारत से बातचीत की कोशिश में जुटा है लेकिन भारत ने साफ कहा है कि जबतक पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता तबतक बातचीत नहीं हो सकता।
बधाई के माध्यम से बातचीत की पेशकश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर एक बार फिर से बातचीत करने की पेशकश की है। अपनी चिट्ठी में इमरान खान ने पीएम मोदी को दोबारा सत्ता में आने पर बधाई दी है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बातचीत की पेशकश करते हुए सभी जरूरी मसलों समेत कश्मीर के मुद्दे को हल करने की बात कही है। इमरान खान ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत ही एकमात्र उपाय है। इमरान खान ने पीएम मोदी को इस बात का भरोसा दिया है कि पाकिस्तान, कश्मीर समेत सभी समस्याओं का समाधान चाहता है।
शंघाई सहयोग संगठन में भी वार्ता से भारत का इंकार
गौरतलब है की विदेश मंत्रालय ने साफ कहा था बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान के बीच कोई बातचीत नहीं होगी।
आतंकवाद और वार्ता, एक साथ संभव नहीं
भारत जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद से पाक के साथ किसी तरह की आधिकारिक बातचीत में शामिल नहीं हुआ है। इसके बाद फरवरी 2019 में पुलवामा हमले और भारत की एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।
भारत का कहना है कि द्विपक्षीय वार्ता और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते। पाक को बातचीत के लिए आतंक का साथ देना बंद करना होगा।