एक तरफ मीडिया अभिव्यक्ति की आजादी की वकालत करती है, वहीं इसका एक धड़ा राजनीतिक चाटुकारिता की वजह से दूसरों की आवाज दबाने की कोशिश में लगा है। आउटलुक अंग्रेजी के संपादक रुबेन बनर्जी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के हवाले से आईएएनएस की एक खबर को फर्जी करार देते हुए उसकी सदस्यता रद्द करने की धमकी दी।
Ending @ians_india subscription. Unending disaster. @Outlookindiahttps://t.co/ebIwESyeks
— Ruben Banerjee (@Rubenbanerjee) July 14, 2020
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की एक ट्वीट ने आउटलुक की एजेंडा पत्रकारिता की पोल खोल कर रख दी और आईएएनएस की रिपोर्ट की पुष्टि की। प्रियंका के एक ट्विट का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि उनके पास एक कांग्रेस नेता का फोन आया था, जिन्होंने बंगले के एक्सटेंशन के लिए अनुरोध किया था। पुरी ने लिखा, “तथ्य खुद बोलते हैं! कांग्रेस में बहुत शक्तिशाली नेता ने मुझे 4 जुलाई 2020 को दोपहर 12:05 बजे यह अनुरोध करने के लिए फोन किया था कि 35, लोधी एस्टेट को एक अन्य कांग्रेस सांसद को आवंटित किया जाए ताकि प्रियंका वाड्रा रह सकें।’
Facts speak for themselves!
A powerful Congress leader with much clout in the Party called me on 4 July 2020 at 12:05 pm to request that 35, Lodhi Estate be allotted to another INC MP so that Priyanka Vadra can stay on.
Let’s not sensationalise everything please. https://t.co/n1RQr6SGm6
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) July 14, 2020
दरअसल केंद्रीय मंत्री पुरी ने यह टिप्पणी उस ट्विट के जवाब में की थी जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट को ” फर्जी ” करार दिया। इसमें दावा किया गया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बंगला खाली करने के लिए कुछ और दिन की मोहलत मांगी है। प्रियंका गांधी ने इसे ‘फेक न्यूज’ बताया। प्रियंका ने ट्वीट में कहा, “यह फर्जी खबर है। मैंने सरकार से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है। 1 जुलाई को मुझे सौंपे गए पत्र के अनुसार, मैं 35, लोधी एस्टेट में 1 अगस्त तक सरकारी आवास खाली कर दूंगी।”
This is FAKE NEWS.
I have not made any such request to the government. As per the eviction letter handed to me on the 1st of July, I will be vacating the government accommodation at 35 Lodhi Estate by the 1st of August.https://t.co/GkBO5dkaLs
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 14, 2020
आउटलुक पर प्रकाशित खबर को फर्जी करार दिए जाने के बाद आउटलुक ने कांग्रेस और उसकी महासचिव को खुश करने की कोशिश की। आउटलुक ने अपनी खबर पर सफाई प्रकाशित करते हुए कहा कि आईएएनएस का यह समाचार एक ऑटोमेटेड न्यूज फीड के माध्यम से लगा था। आउटलुक के संपादक रुबेन बनर्जी ने खबर के सभी पहलू को जाने बिना आईएएनएस की खबर पर ही सवाल उठा दिया और उसकी सदस्यता खत्म करने की धमकी देकर अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने की कोशिश की। इससे पहले भी रुबने बनर्जी आईएएनएस के खिलाफ ट्विट कर चुके हैं।
.@ians_india becoming a source of embarrassment. It has left us red-faced with erroneous reports – for which we pay as subscribers – several times in recent months. https://t.co/eFUjiNKhUP
— Ruben Banerjee (@Rubenbanerjee) July 6, 2020
इसके अलावा आप देख सकते हैं रुबेन बनर्जी कांग्रेस की खबरों में खास दिलचस्पी लेते रहे हैं और उन्हें ट्विट और रीट्विट करते रहे हैं।
बंगला खाली करने के नोटिस के बाद लखनऊ शिफ्ट हो सकती हैं प्रियंका, यूपी चुनाव पर फोकस @INCIndia @priyankagandhi #Lucknowhttps://t.co/Pp0ga84h0I
— आउटलुक (@outlookhindi) July 2, 2020
The Lines that Divide :
A bit of History https://t.co/Zb3mkT34ZQ
Manish Tewari
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 29, 2020