उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी बीच सियासी मेढ़कों की उछल-कूद भी शुरू हो चुकी है। बीजेपी छोड़कर जाने वाले मंत्री और विधायक सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनके जाने से जनता पर कितना असर होगा और विधानसभा चुनाव के संभावित नतीजे क्या हो सकते हैं। इसको लेकर टाइम्स नाउ नवभारत ने एक ताजा सर्वे किया, जिसमें दावा किया गया है कि यूपी में फिर से योग सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी और तमाम उठा पटक और तिकड़म के बावजूद अखिलेश यादव की सरकार नहीं बनेगी।
#VoteMeterOnTNNavbharat: यूपी में दल-बदल से जनता का मूड बदला?@SushantBSinha और @Ankit_Tyagi01 के साथ देखिए, आज चुनाव हुए तो #UttarPradesh में किसकी बनेगी सरकार?@VetoYourVoice #UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/3yhtlHY5uT
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 14, 2022
यूपी में किसको मिलेगी कितनी सीट
टाइम्स नाउ नवभारत के सर्वे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल तक सभी पार्टियों को मिलने वाली सीटों का आंकड़ा दिया गया है। राज्य के हर इलाके में बीजेपी समाजवादी पार्टी से आगे नजर आ रही है। इससे पता चलता है कि दल बदुलओं के पार्टी छोड़ने से बीजेपी की संभावित जीत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। इस चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगियों को 219 से 245 तक सीटें मिल सकती हैं, जबकि मुख्य प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगियों को 143 से 154 सीटें मिल सकती हैं। जो बहुमत से करीब 60 सीटें कम हैं। बसपा को 8-14 सीटें मिल सकती हैं तो कांग्रेस के लिए भी 8-14 सीटों की भविष्यवाणी की गई है।
पार्टी | सीटें |
बीजेपी+ | 219-245 |
सपा + | 143-154 |
बसपा | 8-14 |
कांग्रेस | 8-14 |
अन्य | 0-3 |
यूपी में किसको कितने प्रतिशत वोट
वोट प्रतिशत के मामले में भी बीजेपी समाजवादी से पार्टी से आगे हैं। टाइम्स नाउ नवभारत के सर्वे के मुताबिक बीजेपी को सबसे अधिक 37.2 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि समाजवादी पार्टी को 35.1 प्रतिशत से संतोष करना पड़ सकता है। वहीं बीएसपी को 12.1 प्रतिशत और कांग्रेस को 9.7 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।
पार्टी | वोट प्रतिशत |
बीजेपी+ | 37.2 |
सपा + | 35.1 |
बसपा | 12.1 |
कांग्रेस | 9.7 |
अन्य | 5.8 |
सीएम पद के लिए पहली पसंद योगी आदित्यनाथ
सर्वे के मुताबिक, सीएम पद के लिए योगी आदित्यनाथ अब भी दूसरों से काफी आगे हैं। योगी आदित्यनाथ को 49.6 फीसदी लोग दोबारा सीएम बनते देखना चाहते हैं। वहीं, अखिलेश यादव को 35.7 लोगों ने पसंद किया। मायावती 10 फीसदी लोगों और प्रियंका गांधी 3.9 फीसदी लोगों की पसंद हैं।
बीजेपी का जनाधार कायम
कई मंत्रियों और विधायकों के बीजेपी छोड़ने से सवाल उठ रहे हैं कि क्या वोटर भी बीजेपी से दूर जाएंगे। इसका सटीक जवाब तो 10 मार्च को ही मिलेगा। लेकिन सर्वे पता चलता है कि बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में जाने वाले नेताओं से बीजेपी का जनाधार प्रभावित नहीं हो रहा है। क्योंकि जिन नेताओं ने बीजेपी छोड़ी है, उनका टिकट कटने जा रहा था।
व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और टिकट कटने का डर
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी उन मौजूदा विधायकों के टिकट काट रही है, जिनके खिलाफ स्थानीय लोगों की नाराजगी है। स्थानीय स्तर पर लोगों का गुस्सा सरकार के प्रति कम अपने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ज्यादा है। लोग चाहते हैं कि बीजेपी ऐसे विधायकों को दोबारा टिकट न दे जिनका प्रदर्शन और रिपोर्ट कार्ड खराब है। बीजेपी आलाकमान ने भी इस बात को गंभीरता से लिया है और निर्णायक कदम उठाने जा रहा है। इससे डरे कई विधायकों ने पहले ही पाल बदल लिया। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे मंत्रियों ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की वजह से बीजेपी छोड़ी है।
बीजेपी, सपा, बीएसपी और कांग्रेस में यूपी की जंग
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। इस बार यहां सात चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होगा और 10 मार्च को मतगणना होगी। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं। वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी को शानदार सफलता मिली थी। इस बार उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में बीजेपी, सपा, बीएसपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और सपा में ही दिखाई दे रहा है। अब फैसला जनता के हाथ में हैं।