एनडीए सरकार ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. अमर्त्य सेन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया। लेकिन अमर्त्य सेन ने इस सम्मान का इस्तेमाल अपनी सुविधा के लिए किया। इंडिया टुडे को आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक अमर्त्य सेन ने 2015 से 2019 के बीच 21 बार एयर इंडिया की मुफ्त यात्रा सुविधा का लाभ उठाया। एयरलाइंस ने बताया कि सेन भारत रत्न पाने वाले एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने इस योजना का लाभ उठाया है। अब तक 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। इनमें से 14 लोगों को मरणोपरांत और 34 लोगों को उनके जीवन काल में ही सम्मानित किया गया था। वर्तमान में अमर्त्य सेन के अलावा तीन अन्य भारत रत्न पुरस्कार विजेता हैं जो अभी भी जीवित हैं, उनमें लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर और प्रोफेसर सी एन आर राव शामिल है।
हालांकि अटल बिहारी वाजपेयी की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 1999 में अमर्त्य सेन को भारत रत्न से सम्मानित किया था, लेकिन आमर्त्य सेन के निशाने पर हमेशा एनडीए की सरकारें रही हैं। अमर्त्य सेन ने खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ काफी कुछ कहा है। 2013 में सबसे पहले उन्होंने मोदी जी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध किया था। मोदी जी के नेतृत्व में एडीए सरकार बनने के बाद भी उन्होंने निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा। 2019 में जब पीएम मोदी दोबारा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए तो उन्होंने कहा कि मोदी जी उपलब्धियों के सहारे नहीं, बल्कि डर के सहारे जीते हैं। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को असहमति के स्वर पसंद नहीं है और वो अपने विरोधियों को जेल भेज देती है। इसी साल मार्च में दिए एक बयान में तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि भारत का लोकतंत्र गर्त में जा रहा है।