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बिहार में नीतीश और तेजस्वी के राज में हिन्दू असुरक्षित, गोपालगंज में सरस्वती पूजा के दिन मुस्लिमों ने की युवक की हत्या, विरोध में उतरे हिन्दुओं पर पथराव और फायरिंग

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बिहार में आरजेडी और जेडीयू की सरकार में मुस्लिम तुष्टिकरण चरम पर है। इसकी वजह से हिन्दू और मुस्लिमों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। सरकारी संरक्षण मिलने से मुस्लिम चरमपंथियों के हौसले बुलंद है। गोपालगंज जिले में सरस्वती पूजा के दिन मस्जिद के सामने दो हिन्दू युवकों पर हमला किया गया। इस हमले में चाकू लगने से एक युवक की मौत हो गई और दूसरा जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है। वहीं इस घटना से अक्रोशित लोगों ने प्रदर्शऩ किया। इस दौरान पुलिस ने हिन्दुओं पर फायरिंग की। इसके बाद इलाके में और तनाव फैल गया।   

दरअसल गोपालगंज जिले के बसडीला गांव में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद ने सांप्रदायिक रूप ले लिया। इसके बाद बाजार निकले एनसीसी के छात्र अंकित कुमार को मस्जिद के सामने चाकू से मार कर हत्या कर दी गई। जबकि दूसरे युवक हरिओम को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। गंभीर रूप से जख्मी हरिओम का गोरखपुर में इलाज चल रहा है। 

घटना के बाद शनिवार(28 जनवरी, 2023) को पोस्टमार्टम कराकर अंकित का शव जैसे ही गांव में पहुंचा लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मृतक के परिजनों के साथ ही ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर कर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान आरोपी मुस्लिम पक्ष की ओर से मृतक के परिजनों और पुलिस पर पथराव कर दिया गया। पथराव में तीन पुलिसकर्मियों को चोट आईं। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने विरोध कर रहे हिन्दुओं पर ही फायरिंग शुरू कर दी।

उधर मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक अंकित कुमार और उसके दोस्त हरिओम दोनों शुक्रवार की शाम बाजार करने निकले थे। इसी दौरान मस्जिद के पास मौजूद लोगों ने घेर लिया और मारपीट कर अंकित की हत्या कर दी। मृतक के पिता मोहन जी प्रसाद ने साजिश के तहत बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शहादत मियां, सोनू मियां, सुभान मियां आदि ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया।

आइए देखते हैं बिहार में नीतीश और तेजस्वी की हिन्दू विरोधी सरकार में किस तरह हिन्दुओं और उनके धार्मिक ग्रंथों को निशाना बनाया जा रहा है…

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी के समर्थन से सरकार चला रहे हैं। आरजेडी के साथ जाते ही नीतीश कुमार पर मुस्लिम तुष्टिकरण हावी हो गया। दोनों पार्टियों के नेता मुस्लिम तुष्टिकरण और हिन्दुओं को अपमानित करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। ऐसे नेताओं को नीतीश कुमार का मौन समर्थन मिल रहा है। यहीं वजह है कि जहां रामचरितमानस को जलाने की बात की जा रही है, वहीं अब शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा पर भी पाबंदी लगाई जा रही है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा में स्थित बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में सरस्वती पूजा पर रोक लगा दी गई। इसके पीछे साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने की वजह बतायी गई। इससे कॉलेज के छात्र भड़क गए। छात्रों ने आरोप लगाया कि प्राचार्य ई. अरविंद कुमार अमर और फैकल्टी एसडी सिंह ने कुछ छात्रों के साथ मारपीट की और कई छात्रों को कमरे में बंद कर रिस्टीकेट करने की धमकी दी।

बिहार को पाकिस्तान बनाने की कोशिश कर रही नीतीश सरकार- गिरिराज सिंह

उधर बीजेपी नेता व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार बताते हुए उनके खिलाफ हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदू देवी-देवताओं और सनातन धर्म मानने वाले लोगों के खिलाफ साजिश रची जा रही है। हिंदू धर्म ग्रंथों और देवी-देवताओं की पूजा रोक कर बहुसंख्यक हिंदू समाज के लोगों पर चोट पहुंचाया जा रहा है। नीतीश कुमार ही इस तरह की साजिश को संरक्षण दे रहे हैं। गिरारज सिंह ने कहा कि छात्र सरस्वती पूजा विद्या के मंदिर में नहीं करेंगे, तो क्या पाकिस्तान में करेंगे। नीतीश कुमार कुर्सी के लिए किसी हद तक नीचे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज बिहार सरकार के संरक्षण में हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। लगता है नीतीश सरकार बिहार को पाकिस्तान बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।

जेडीयू नेता गुलाम रसूल ने शहरों को कर्बला बनाने की धमकी दी 

जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने झारखंड के हजारीबाग में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया। बलियावी ने धमकी दी कि वो शहरों को कर्बला बना देंगे। भड़काऊ बयान देते हुए बलियावी ने कहा, ‘मुझे जितनी गालियां देनी हैं दे लो, लेकिन मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालो तुम, अगर मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे… तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे।” मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने अपने भाषण में आगे कहा कि मोराबादी और रांची को जाम कर दो। इस पर बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को गुलाम रसूल बलियावी और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है।

राजस्व मंत्री आलोक मेहता  ने सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल बताया

बिहार सरकार में भूमि सुधार मंत्री एंव राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को लेकर विवादित बयान दिया। भागलपुर में एक सभा के दौरान आलोक मेहता ने कहा कि देश में 10 प्रतिशत वाले लोग अंग्रेजों के दलाल हैं। उन्हें अंग्रेजों ने जाते वक्त सैकड़ों जमीन देकर जमींदार बना दिया, जबकि मेहनत मजदूरी करने वाले आज तक भूमिहीन हैं। उन्हें समाज में कोई सम्मान नहीं मिलता। जो इन लोगों के खिलाफ आवाज उठाता था उनकी जुबान बंद कर दी जाती थी। आलोक मेहता यहीं नहीं रुके, उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे मन में राजनीति के प्रति नफरत भरी जा रही है। वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को मंदिर में घंटा बजाना चाहिए वो सत्ता की कुर्सी पर बैठे हुए हैं।

रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री का अधूरा ज्ञान

गौरतलब है कि बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा के अंतर्गत आता है। चंद्रशेखर यादव ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कहा था, ‘मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं। रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं। यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं। एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोलवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं। नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी। देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी।’

 

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