जॉब सीकर की जगह जॉब क्रिएटर बन रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना के अंतर्गत ऋण सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इसकी घोषणा इस साल 2024-25 के बजट में की थी। अब इसे लागू कर दिया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए वित्तीय सेवा विभाग (DFS) ने कहा है कि योजना के तहत नई तरुण प्लस श्रेणी बनाई गई है। यह श्रेणी उन उद्यमियों को 10 लाख रुपये से 20 लाख रुपये तक के ऋण प्रदान करेगी, जिन्होंने अपने पिछले तरुण ऋण चुका दिए हैं। यह पहल एक मजबूत उद्यमी इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस योजना के तहत 20 लाख रुपये तक के ऋण को अब माइक्रो यूनिट्स के लिए क्रेडिट गारंटी फंड के तहत कवर किया जाएगा, जिससे छोटे व्यवसायों के लिए वित्तपोषण तक पहुंच आसान हो जाएगी।
The new ‘Tarun Plus’ category has been created under the #MudraScheme and will offer Loans above ₹10 lakh up to ₹20 lakh for entrepreneurs who’ve repaid their Tarun loans. Government’s commitment to a robust entrepreneurial ecosystem continues! (⅔)
— DFS (@DFS_India) October 25, 2024
कारोबार के लिए अब 20 लाख रुपये तक कर्ज
नई तरुण प्लस श्रेणी के तहत अब कोई भी व्यक्ति जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वह इस योजना के तहत 20 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकता है। इसके पहले पीएमएमवाई के के तहत, लाभार्थी माइक्रो यूनिट/उद्यम क विकास / विकास और वित्तपोषण की जरूरतों के स्तर को दर्शाते हुए ‘शिशु’, ‘किशोर’ और ‘तरुण’ के लिए तीन श्रेणी में बांटा गया था। शिशु के तहत 50 हजार, किशोर में 50 हजार से पांच लाख तक और तरुण में पांच लाख से 10 लाख रुपये तक के लोन दिए जाते हैं। अब आप नई तरुण प्लस श्रेणी 20 लाख तक के लोन ले सकते हैं। मुद्रा योजना की सफलता छोटे कारोबारियों को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। इसका रोजगार-सृजन पर विविध और बेहद प्रभावपूर्ण असर पड़ा है। अब, सभी को इसका सीधा फायदा दिखाई दे रहा है। यह बात स्पष्ट है कि सरकार देश में सभी को नौकरियां नहीं दे सकती, लेकिन रोजगार के अवसर और धन उपलब्ध करवा करके सभी के विकास में योगदान सुनिश्चित कर सकती है।
स्वरोजगार को मिल रहा बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई मुद्रा योजना से देश में स्वरोजगार को बढ़ावा मिला है। इस योजना ने अल्प समय में ही कई लोगों की जिंदगी बदल दी है। मोदी सरकार ने इस योजना ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाया है। मुद्रा योजना के कारण युवा जॉब सीकर की जगह जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 6 सितंबर 2024 तक 49 करोड़, 55 लाख, 57 हजार 805 लाभार्थियों को पीएम मुद्रा लोन दिए जा चुके हैं। इस योजना के लाभार्थियों में ज्यादातर महिलाएं हैं।
जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बन रहे हैं युवा
कई लोगों के पास हुनर तो है, लेकिन पूंजी की कमी की वजह से अपने हुनर का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों को प्रोत्साहन देने और उनके हाथों को काम देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 8 अप्रैल, 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरूआत की थी। मोदी सरकार की मुद्रा योजना के जरिए छोटे व्यापारियों और युवाओं को बिना बैंक गारंटी के लोन उपलब्ध कराया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी की मुद्रा योजना से देश में युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है और ऐसे लोगों को अपने व्यवसाय के लिए लोन मिला है, जिनकी बैंकों में कोई पहुंच नहीं है। मुद्रा योजना से न सिर्फ स्वरोजगार के मौके मिले हैं बल्कि इसने जॉब मल्टिप्लायर का काम काम किया है, औरों को भी रोजगार का अवसर दिया है।
छोटे कारोबारियों को साहूकारों से मिली मुक्ति
मुद्रा योजना शुरू होने से पहले ऊंची पहुंच वालों को तो लोन आसानी से मिल जाया करते थे, लेकिन छोटे कारोबारियों को साहूकारों के चक्कर लगाने पड़ते थे। साहूकारों का ब्याज देने के चक्कर में उनकी पूरी जिंदगी ब्याज के कर्ज में डूब जाती थी। मुद्रा योजना ने उद्यमियों को ब्याजखोर लोगों से बचाया है। मोदी सरकार मुद्रा योजना से उद्यमियों के सपनों को साकार कर रही है। केंद्र सरकार ने छोटे उद्यम शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू की है।
मुद्रा योजना के तहत कर्ज मिलना हुआ आसान
मुद्रा योजना से पहले तक छोटे कारोबार शुरू करने के लिए बैंक से कर्ज लेने में काफी औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती थीं। कर्ज लेने के लिए गारंटी भी देनी पड़ती थी। इस वजह से कई लोग कारोबार तो शुरू करना चाहते थे, लेकिन बैंक से कर्ज लेने से कतराते थे। अब मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी का कर्ज मिलता है। इसके अलावा कर्ज के लिए कोई प्रोसेसिंग चार्ज भी नहीं लिया जाता है। मुद्रा योजना में कर्ज चुकाने की अवधि को 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
रोजगार के बड़े अवसर पैदा कर रही है मुद्रा योजना
छोटे व्यापारी आर्थिक तौर पर कमजोर होने के कारण अपने व्यापार को आगे बढ़ाने में असमर्थ थे, उनके लिए मुद्रा योजना वरदान साबित हुआ है। व्यापार को बढ़ावा देने के साथ दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। दर्जी, मैकेनिक, टैक्सी चलाने वाले, ऑटो चलाने वाले, बुनकर… सभी को आसानी से लोन मिल जा रहा है। इस योजना से महिलाओं को ही नहीं, सभी धर्म, जाति और वर्ग के लोगों को फायदा मिल रहा है। सही मायनों में यह योजना प्रधानमंत्री मोदी के मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास का सटीक उदाहरण है।
PMMY का ऐसे उठा सकते हैं फायदा
मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन के लिए आपको सरकारी या बैंक की शाखा में आवेदन देना होगा। बैंक का ब्रांच मैनेजर आपसे कामकाज से बारे में जानकारी लेता है। उस आधार पर आपको PMMY लोन मंजूर करता है।