देश के किसानों का कल्याण करने और उन्हें समृद्ध बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक मसीहा के रूप में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से ही कृषि के क्षेत्र में एक के बाद एक अनेक ऐसे निर्णय लिए, जिससे किसान की आय दोगुनी हो, किसान के घर में खुशहाली आए और खेती फायदे का सौदा बने। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में मोदी सरकार ने बुधवार यानि 9 जून, 2021 को वर्ष 2021-22 के लिए धान सहित कई खरीफ फसलों के एमएसपी में औसतन 50 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की। इसके जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने एमएसपी समाप्त करने को लेकर भ्रम फैलाने वालों को करारा जवाब दिया कि एमएसपी जारी है, इसे बढ़ाया जा रहा है और भविष्य में भी यह क्रम जारी रहेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में किसान सम्मान निधि जारी करने, एमएसपी को सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजने, खाद पर सबसे अधिक सब्सिडी देने और फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला किया। इस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने चार बड़े फैसले लेकर कृषि कानून का विरोध कर रहे फर्जी किसानों के आंदोलन की हवा निकला दी है।
किसान हित में चार बड़े फैसले
- 14 मई को किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त जारी की गई।
- एमएसपी का पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजने की शुरुआत हुई।
- खाद पर सबसे अधिक 140 प्रतिशत सब्सिडी देने का फैसला किया गया।
- फसल बीमा योजना का लाभ सभी फसलों और सभी किसानों को मिला।
किसानों की समृद्धि के लिए समर्पित मोदी सरकार
खरीफ फसल की एमएसपी में 50% से अधिक की वृद्ध
फसल | 2021-22 के लिए एमएसपी (प्रति क्विंटल) | MSP में बढ़ोतरी (निवल) | लागत मूल्य पर मुनाफा |
धान (सामान्य) | 1940 रुपये | 72 | 50 प्रतिशत |
धान (ग्रेड ए) | 1940 रुपये | 72 | 50 प्रतिशत |
ज्वार (हाईब्रिड) | 1960 रुपये | 188 | 50 प्रतिशत |
ज्वार (मालदंडी) | 2738 रुपये | 188 | 51 प्रतिशत |
बाजरा | 2250 रुपये | 100 | 85 प्रतिशत |
मक्का | 1870 रुपये | 20 | 50 प्रतिशत |
अरहर | 6300 रुपये | 300 | 62 प्रतिशत |
मूंगफली | 5550 रुपये | 275 | 50 प्रतिशत |
कपास (मध्यम रेशा) | 5726 रुपये | 211 | 50 प्रतिशत |