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श्रीलंकाई मीडिया में छाया मोदी का जादू, बताया भारत-श्रीलंका संबंध का स्वर्णिम काल

श्रीलंकाई मीडिया में मोदी-मोदी

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EXCLUSIVE REPORT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व शैली से जहां श्रीलंका के आम लोग कायल हैं, वहीं पड़ोसी देशों के साथ उनकी सहयोगात्मक कार्यशैली श्रीलंका की मीडिया को खूब भा रही है। पीएम मोदी के बड़े फैसलों, उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति और आकर्षक व्यक्तित्व की चर्चा दौरा खत्म होने के बाद भी मीडिया की सुर्खियां बनी हुई हैं। श्रीलंकाई मीडिया किस तरह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व पर फिदा है इस बात की तस्दीक श्रीलंका के सिंघली, तमिल और अंग्रेजी अखबारों में छपी रिपोर्टों से की जा सकती है। 11 और 12 मई को पीएम मोदी के श्रीलंका दौरे का प्रत्येक पहलू मीडिया की सुर्खियां बनी रहीं और पीएम मोदी का जादू छाया रहा। पीएम मोदी के इस दौरे को अभूतपूर्व कवरेज मिला, ऐसा कवरेज जो भारत से एक साल बाद 1948 में स्वतंत्र हुए देश श्रीलंका में किसी भी विदेशी शख्सियत को शायद ही कभी मिला हो।

11 मई को श्रीलंका पहुंचने से महीनों पहले से वहां की मीडिया ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर सीरीज निकलनी शुरू कर दी थी। दौरे के पहले दिन की खबरों में पहला पन्ना तो पीएम मोदी के दौरे के हरेक रंग को दिखाते हुए कवरेज दिया गया, वहीं भीतर के कई पन्नों पर पीएम मोदी से जुड़ी हर पल की अपडेट तस्वीरों के साथ छापी गयी। प्रधानमंत्री द्वारा भगवान बुद्ध के जरिये भारत से श्रीलंका का जुड़ाव स्थापित करने की बात हो या फिर वेसाक सम्मेलन में पीएम मोदी का पूजा अर्चना करने का अंदाज, श्रीलंका की चाय की तारीफ हो या फिर तमिल मजदूरों से उनकी मुलाकात, सबकुछ श्रीलंका की मीडिया की सुर्खियां रहीं। जब तक पीएम मोदी श्रीलंका में मौजूद रहे मीडिया में पीएम मोदी का जादू मीडिया के सिर चढ़कर बोलता रहा। सबसे खास ये कि दौरा खत्म होने के बाद भी वहां की अखबारों में पीएम मोदी का ये दौरा छाया हुआ है और अखबारों में पीएम मोदी से संबंधित रिपोर्ट छपना लगातार जारी है। ज्यादातर अखबारों ने जहां इसे अभूतपूर्व बताया वहीं कुछ अखबारों ने भारत-श्रीलंका संबंधों की नयी शुरुआत बताया है।

श्रीलंका के बड़े अखबार ‘Nation’ने प्रथम पृष्ठ पर श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे और राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना के साथ पीएम मोदी का हाथ ऊपर किए हुए तस्वीर छापते हुए ‘BROTHERHOOD RENEWED’शीर्षक दिया है। अखबार ने लिखा है कि नॉरवुड हैटन में तमिल मजदूरों को किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा तमिल मजदूरों को संबोधित करना ऐतिहासिक है, क्योंकि ये पहली बार हुआ है।

‘Nation’अखबार का दूसरा पन्ने पर भी पीएम मोदी के दौरे को ही कवरेज दिया है। जिसमें पीएम मोदी के दौरे से संबंधित तस्वीरों को छापा गया है।

अखबार CEYLON TODAY ने The ‘Modi-style Vesak message’ नाम से लेख में लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने वेसाक दिवस में शामिल होकर प्रेम और दया के संदेश के साथ सांस्कृतिक संबंधों को एक नई गति प्रदान करने की कोशिश की है। अखबार ने लिखा है कि भारत श्रीलंका को चीन के कर्ज के कुचक्र से बचाना चाहता है, इसके लिए दोनों देशों के बीच आपसी भरोसा जरूरी है।

CEYLON TODAY ने ‘Free flow of trade and tech mutually beneficial’ नाम से दूसरा आलेख लिखा है। अखबार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस कथन को प्राथमिकता दी है जिसमें उन्होंने कहा है, ”भारत का तेजी से विकास पूरे क्षेत्र, विशेष रूप से श्रीलंका के लिए लाभांश ला सकता है।”

THE SUNDAY LEADER ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा को महत्वपूर्ण बताते हुए तमिलों से उनके लगाव के बारे में लिखा है। अखबार ने ‘Modi Reaches Out To Tamils’ लिखा है कि किस तरह प्रधानमंत्री को सुनने के लिए तमिलों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी थी।

The island अखबार ने प्रधानमंत्री मोदी के उस कथन को कोट किया है जिसमें उन्होंने कहा है ”बौद्ध धर्म हमारे संबंधों को विशेष चमक देता है, ये हमारे परस्पर मूल्यों के माध्यम से अपनी शक्ति को आकर्षित करता है और हमारी दोस्ती हमारे लोगों के दिलों में है।

SUNDAY ISLAND अखबार ने ‘India for ‘quantum jump’ in Sri Lanka ties amidst China threat’ शीर्षक लेख में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कही गई बात को कोट करते हुए लिखा है कि ये भारत और श्रीलंका के बीच आर्थिक संबंधों को नया आधार देने का महान समय है।

Sunday Observer अखबार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कही गई बात ‘WORLD ALSO OWES A DEBT OF GRATITUDE TO SRI LANKA’ को कोट करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री द्वारा यूएन वेसाक दिवस को उद्घाटन करने का अवसर देश के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। अखबार ने उम्मीद जताई है कि पीएम मोदी का ये दौरा भारत-श्रीलंका के बीच सहयोग बढ़ने से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सकती है। अखबार ने बौद्ध धर्म के उपदेश के प्रचार-प्रसार में भी भारत की भूमिका की सराहना की है।


Sunday Observer ने अपने दूसरे आलेख ‘CONTEMPORARY RELEVANCE OF BUDDHA’S MESSAGE’ में लिखा है कि बुद्ध के उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। अखबार ने लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री का वेसाक समारोह में शामिल होना ऐतिहासिक है।

Sunday Observer ने अपनी दूसरी रिपोर्ट में ‘SECURITY OF OUR SOCIETIES INDIVISIBLE’नाम से शीर्षक लेख में भारत के प्रधानमंत्री के उस कोट को तवज्जो दी है जिसमें उन्होने कहा है-”आज, श्रीलंका के साथ भारत का विकास सहयोग 2.6 अरब डॉलर के बराबर है। इसके अलावा, हमारा एकमात्र उद्देश्य अपने लोगों के लिए शांतिपूर्ण, समृद्ध और सुरक्षित भविष्य को साकार करने में श्रीलंका का समर्थन करना है। श्रीलंका के लोगों की आर्थिक और सामाजिक कल्याण 1.25 अरब भारतीयों के साथ जुड़ा हुआ है। चाहे वह भूमि या हिंद महासागर के पानी में हो, हमारे समाज की सुरक्षा अविभाज्य है। राष्ट्रपति सिरीसेना और प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे के साथ मेरी बातचीत ने हमारे समान लक्ष्यों को प्राप्त करने में हाथ मिलाने के लिए हमारी इच्छा को मजबूत किया है।”

श्रीलंका के ज्यादातर सिंघली और तमिल अखबारों में भी पीएम मोदी के दौरे को पहले पन्ने से लेकर भीतर के कई पन्नों में जगह दी गई है। सभी अखबारों ने पीएम मोदी के दौरे को श्रीलंका और भारत के संबंधों के लिए मील का पत्थर कहा है। दरअसल श्रीलंका पहुंचे नरेंद्र मोदी ने वेसाक समारोह में शामिल होकर जहां भारत और श्रीलंका के सांस्कृतिक संबंधों को नया आयाम दिया, वहीं कोलंबो से काशी की सीधी उड़ान की घोषणा कर धार्मिक आधार पर दोनों देशों के दोस्ती के संबंधों को नई मजबूती प्रदान की। दूसरी तरफ वे न सिर्फ आर्थिक समझौतों से दोनों देशों के बीच सहयोग के नये द्वार खोलने में कामयाब रहे, बल्कि एक हद तक चीन के खिलाफ लामबंदी में भी सफलता प्राप्त की। जाहिर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में श्रीलंका और भारत के बीच सकारात्मक संबंधों ने नई करवट ली है।

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