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दहशतगर्दों की अब खैर नहीं, मोदी सरकार ने कश्मीर भेजे 38 हजार जवान

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मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को चाक-चौबंद बनाने के लिए सुरक्षाबलों की 280 से ज्यादा कंपनियां भेजी हैं। सरकार का यह कदम घाटी से आतंकियों का सफाया करने में बहुत कारगर साबित होगा।

आतंक पर कसा जाएगा शिकंजा

मोदी सरकार ने करीब हफ्ते भर पहले भी 10 हजार अतिरिक्त जवान घाटी में भेजे थे। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के जम्मू-कश्मीर दौरे से लौटने के बाद लिया गया था। उस समय गृह मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि घाटी में आतंक विरोधी कार्रवाई को और मजबूती देने के लिए सुरक्षाबलों की कंपनियां तैनात की जा रही हैं, इनमें अधिकतर सीआरपीएफ के जवान हैं। वहीं सेना और वायुसेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। 

घोषणापत्र के मुताबिक चल रही है भाजपा ? 

मोदी सरकार के 15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त जवानों की तैनाती के बाद कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां तिलमिला उठी हैं। लोकसभा 2019 चुनाव के घोषणापत्र में भी बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 35 ए और 370 को खत्म करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी, पार्टी का तर्क है कि ये अनुच्छेद राज्य के एकीकरण में बाधा बनने के अलावा जम्मू-कश्मीर के विकास में भी रुकावट बने हुए हैं। मोदी सरकार के इस कदम से लग रहा है उसने इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।

अतिसंवेदनशील इलाकों में तैनात होंगे सुरक्षाबल

महज हफ्ते भर के अंदर ही केंद्र सरकार ने घाटी में 28,000 और जवानों को भेजने का फैसला लिया है। इन जवानों को शहर के अतिसंवेदनशील इलाकों के अलावा अन्य जगहों पर तैनात किया जाएगा। सरकार ने शहर में प्रवेश और बाहर निकलने के सभी रास्तों को केन्द्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए श्रीनगर पहुंचे हैं।

अटकलों का बाजार है गर्म

घाटी में इस हलचल के बीच कुछ बड़ा होने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। वहीं अचानक से सुरक्षाकर्मियों की तैनाती को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधान वापस लेने की प्रक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है।

महबूबा मुफ्ती ने दिया था भजडकाऊ बयान

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में कहा था कि अनुच्‍छेद 35ए के साथ छेड़छाड़ करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जो हाथ 35ए के साथ छेड़छाड़ करने के लिए उठेंगे, वो हाथ ही नहीं वो सारा जिस्म जल के राख हो जाएगा। महबूबा मुफ्ती ने घाटी में अतिरिक्त 10 हजार सैनिकों की तैनाती के केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल उठाया मुफ्ती ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के इस फैसले ने घाटी के लोगों में भय जैसा माहौल पैदा कर दिया है।

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