लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 3 अगस्त को संसद भवन परिसर में पांच करोड़वां एलपीजी कनेक्शन दिल्ली निवासी तकदीरन को सौंपा। इसी के साथ यह बात भी सामने आई कि मोदी सरकार ने पांच करोड़ गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित समय से आठ महीने पूर्व ही प्राप्त कर लिया है।
मधेपुरा, छपरा रेल कारखाना को शुरू किया जाना हो या कर्नाटक में बिदार-कालबुर्गी रेलवे ट्रैक का लोकार्पण। गोरखपुर, बरौनी जैसी पांच जगहों पर खाद कारखानों के जीर्णद्धार कार्यक्रम की शुरुआत होना हो या फिर पूर्वोत्तर में 73 रणनीतिक सड़कों का निर्माण, या फिर साठ सालों से अटके पड़े नर्मदा डैम के काम को पूरा करना हो… ऐसे कई प्रोजेक्ट्स सालों से या तो बंद पड़े थे, या इसकी गति बेहद धीमी थी। मोदी सरकार ने ऐसे प्रोजेक्ट्स को बंद नहीं किया बल्कि इसे पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित की और उसे पूरा किया। जाहिर है प्रधानमंत्री मोदी ने लटकाने, अटकाने और भटकाने की कार्य संस्कृति को पूरी तरह बदल कर रख दिया है।
कांग्रेस ने लटकाया, मोदी सरकार ने पूरा करवाया
बाण सागर
14 मई, 1978 को शुरू कई गई परियोजना को 39 साल बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा करवाया
नर्मदा डैम
5 अप्रैल, 1951 को रखी गई इस परियोजना को पीएम मोदी ने 17 सितंबर, 2017 को देश को सौंपा
सड़क परियोजना
पूर्वोत्तर में 102 रणनीतिक सड़कों के निर्माण में आई तेजी, 22 सड़कें बनकर तैयार
भूपेन हजारिका पुल
2003 से प्रस्तावित ढोला सादिया पुल का निर्माण पीएम मोदी ने 2017 में पूरा करवाया
गोरखपुर फर्टिलाइजर
26 वर्षों से बंद पड़े फर्टिलाइजर प्लांट को 22 जुलाई, 2016 को दोबारा शुरू किया गया
डिब्रूगढ़ रिफाइनरी
25 वर्षों से लटके पड़े इस रिफाइनरी को पीएम मोदी ने 5 फरवरी, 2016 को देश को सौंपा