दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में रविवार शाम नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस में घुसकर छात्रों पर हमला किया और हॉस्टल में तोड़फोड़ भी मचाई। इस हमले को लेकर लेफ्ट और एबीवीपी के छात्र एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। यूनिवर्सिटी में हुए इस हमले को लेकर बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
अमित मालवीय ने जेएनयू कैंपस के अंदर का वीडियो शेयर कर बताया कि लेफ्ट यूनियन से जुड़े छात्रों ने जेएनयू के मेन सर्वर रूम को ब्लॉक किया और उसके बाद उग्र प्रदर्शन पर उतर आए।
जेएनयू की ‘नकाबपोश क्रांति’ बेनकाब
अमित मालवीय ने वीडियों ट्वीट कर कहा, ‘JNU की ‘नकाबपोश क्रांति’ बेनकाब’! लेफ्ट यूनियन्स से जुड़े इन छात्रों ने जेएनयू के मुख्य सर्वर रूम को ब्लॉक कर दिया और आज वह उग्र प्रदर्शन पर उतर गए’ उन्होंने आगे कहा, ‘याद रखें कि कुछ दिनों पहले फेस रिकग्निशन (चेहरा दिखाने) से बचने के लिए लेफ्ट ने मास्क का इस्तेमाल कैसे करना है, इसके लिए ट्यूटोरियल किए थे।’
The ‘masked revolution’ of JNU ‘unmasked’!
These students affiliated to Left unions blocked the main server room of JNU and today they went on rampage.
Remember a few days ago there were tutorials by Left on how to use masks to avoid facial recognition? pic.twitter.com/ECvfTiYj5i
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 5, 2020
वीडियो में हुआ खुलासा
अमित मालवीय द्वारा डाला गए वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ छात्र-छात्राएं नकाब पहनकर कैंपस के अंदर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। ये तमाम लेफ्ट के छात्र-छात्राएं जेएनयू में मुख्य सर्वर रूम के बाहर मुंह पर नकाब पहनकर बैठे हैं। जिसमें कैंपस के एक पदाधिकारी कहते हैं हमारा काम है कोर्ट के आदेश का पालन कराना। कोर्ट का आदेश है कि कैंपस से 100 मीटर दूर विरोध प्रदर्शन किया जाए, हमे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन कैंपस के भीतर प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है।
How come some ‘Left activists’, who are neither students nor professors of JNU, always land up at the campus every time violence breaks out?
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 5, 2020
वहीं एक अन्य ट्वीट में अमित मालवीय ने कहा, “आखिर कैसे कुछ लेफ्ट एक्टिविस्ट, जो कि न जेएनयू के छात्र हैं और न ही प्रोफेसर हैं, कैंपस में घुस जाते हैं, वे हमेशा कैंपस में हिंसा करने की फिराक में रहते हैं.”
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से लिया हालात का जायजा
जेएनयू कैंपस में हुई मारपीट के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने हालात का जायजा लेने के लिए पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से बात की और उनसे घटना की पूरी रिपोर्ट भी देने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने कैंपस में हुई हिंसा की वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराने के साथ जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए।
वहीं मानव संसाधन मंत्रालय ने तत्काल प्रबाव से जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। कैंपस में हुई हिंसा की जांच जॉइंट सीपी शालिनी सिंह करेंगी। दूसरी तरफ कैंपस में स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस ने मार्च किया है, जानकारी के मुताबिक स्थिति नियंत्रण में है।
गौरतलब है कि रविवार शाम करीब 5 बजे के बाद जेएनयू कैंपस में कुछ नकाबपोश हमलावर जमकर हिंसा की थी। इन हमलावरों ने कैंपस में घुसकर छात्रों पर हमला कर हॉस्टलों में तोड़फोड़ भी की थी। हमले में कई छात्र और फैकल्टी को चोटें आईं जिसके बाद देर रात पुलिस ने कैंपस में फ्लैग मार्च किया।