देश में अभी लव जिहाद चर्चा और बहस का ज्वलंत मुद्दा बन हुआ है। इसी बीच नारकोटिक जिहाद ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। केरल के कोट्टयम में सायरो मालाबार चर्च पाला धर्मप्रांत के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि केरल में कैथोलिक लड़कियां अब ‘लव एंड नारकोटिक जिहाद’ की शिकार हो रही हैं। बिशप ने यह बात कोट्टायम जिले के कुरुविलंगाडु में एक चर्च समारोह में बोलते हुए कही। यह चर्च उनके सूबे के अंतर्गत आता है। बिशप ने कहा कि जहां भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, वहां नशीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है और कैथोलिक लड़कियों को शिकार बनाया जा रहा है।
They’ve realised that in a nation like India, taking up weapons & destroying others isn’t easy, they’re using other means. Their aim is to promote their religion&end non-Muslims. They use ‘love jihad’ & ‘narcotic jihad’: Pala (Kerala) Bishop Joseph Kallarangatt addresses devotees pic.twitter.com/ESLyAZdGaJ
— ANI (@ANI) September 9, 2021
बिशप ने कहा कि केरल में ‘लव जिहाद’ होने से इनकार करने का कोई भी प्रयास वास्तविकता से आंखें मूंद लेने जैसा है। केरल में लव एंड नारकोटिक जिहाद के काम में मदद के लिए एक समूह काम कर रहा है। इसके तहत नशीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है और यहीं कैथोलिक लड़कियां शिकार बनती हैं और उनका धर्मांतरण होता है। कैथोलिक युवाओं में भी नशीली दवाओं का उपयोग बढ़ रहा है।सभी कैथोलिकों को इसके बारे में पता होना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।
बिशप ने कहा कि कुछ लोग न्याय, शांति और इस्लाम के लिए युद्ध और संघर्ष को जरूरी बताकर कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहे हैं। दुनिया भर में कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी हैं जो नस्लवाद, नफरत और घृणा को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें उनका स्वार्थ है। इसके जरिए मुस्लिम विचारों को जबरदस्ती लाने की योजना चल रही है। कई प्रयास हुए हैं कि मुस्लिम विचारधारा को लागू किया जा सके। ताकि कोई गैर-मुसलमान न रह सके।
केरल सरकार ने विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों – आईबी, एनआईए और रॉ से 2016 में राज्य से 19 लापता लोगों के बारे में रिपोर्ट की सत्यता के बारे में संपर्क किया था। इसके बाद केरल से आईएस में शामिल होने की खबरें सामने आईं। कुछ रिश्तेदारों के अनुसार माना जाता है कि वे सब आईएस में शामिल हो गए है। इन 19 में 10 पुरुष, छह महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे और इनमें से ज्यादातर कासरगोड और कुछ पलक्कड़ जिले के रहने वाले हैं और इनमें ईसाई और हिंदू धर्मांतरित शामिल हैं।
गौरतलब है कि देश में बढ़ते लव जिहाद के मामलों के देखते हुए चार बीजेपी शासित राज्यों ने इस पर कानून बनाया है, जिनमें उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात शामिल है। कानून के तहत अब किसी भी तरह से छल, बल, लालच अथवा बहला फुसलाकर कर किसी युवती से विवाह कर उसका धर्म परिवर्तन करने पर सजा का प्रावधान किया गया है। इस तरह के विवाह की शिकायत माता-पिता रक्त संबंधी अथवा पीड़िता के परिवार का कोई भी सदस्य अथवा रिश्तेदार कर सकता है। इस तरह बीजेपी सरकारों ने लव जिहाद कानून को बहुत सख्त बनाते हुए धर्म परिवर्तन कराने के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया है।