दिल्ली के जामिया में हुई हिंसा से संबंधित एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें दो लड़कियां एक लड़के को पुलिस से बचाने की कोशिश कर रही हैं। लड़कियां पुलिस वालों के सामने आ जाती हैं और फिर पुलिस वाले चले जाते हैं। इस वीडियो में पुलिस को ‘गो बैक गो बैक’ कहकर सबसे आगे रहने वाली लड़की आयशा रेन्ना है। आयशा रेन्ना के साथ वीडियो में दूसरी लड़की लेदीदा शखलून है और वीडियो में जो छात्र पुलिस की लाठियों से पीट रहा है उसका नाम है शाहीन अब्दुल्लाह।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो की हकीकत धीरे-धीरे सामने आने लगी है। सोशल मीडिया पर आयशा रेन्ना और लेदीदा शखलून के हिजाब पहने कई फोटो और वीडियो सामने आए हैं।
Pic 1 – 13th Dec
Pic 2 – 14th Dec
Pic 3 – 15th DecSame girl?
Different time and different place!
Co-incidence or planted by media? pic.twitter.com/T3gqsn3q0m— Deewan. (@Spoof_Junkey) December 16, 2019
जिस आयशा को बहादुर और साहसी युवती की तरह पेश किया जा रहा है, वो मुंबई बम धमाकों के आतंकी याकूब मेमन की समर्थक है। 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों में 317 लोगों की हत्या के इस गुनहगार को जब 30 जुलाई 2015 को फांसी पर लटकाया गया तो आयशा ने लिखा कि माफ करना याकूब, हम तुम्हें बचा नहीं पाए।
लेदीदा पढ़ाई के साथ इस्लाम और कुरान को लेकर वीडियो बनाती है। लेदीदा अपने फेसबुक वॉल पर बद्र, उहद और कर्बला का जिक्र करती है। जिहाद की बात करती है। वो ‘ला इलाहा इल्लल्लाह मोहम्मद रसूल अल्लाह’ का नारा लगाते हुए दिखती है।
The hijab-clad woman protestor whose picture and video have gone viral on #socialmedia since the violent protests against the #CAA is associated with #FraternityYouthMovement, which is a youth organisation of #WelfarePartyofIndia, a political wing of Jamaat-e-Islami-Hind (#JeI). pic.twitter.com/XDGlT51pyT
— IANS Tweets (@ians_india) December 17, 2019
लेदीदा और आयशा दोनों केरल की रहने वाली हैं और हाल ही में केरल से पढ़ाई के लिए जामिया आई है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि लेदीदा और आयशा जिस लड़के शाहीन अब्दुल्लाह को पुलिस से बचाती हैं वो भी केरल का ही रहने वाला है।
शाहीन अब्दुल्लाह जामिया के कन्वर्जेंस जर्नलिज्म का छात्र है और केरल के मख्तुब मीडिया के लिए काम करता है। हिंसक भीड़ के साथ पुलिस जब शाहीन को खदेड़ती है तो वह बचने के लिए वहीं जाता है जहां लेदीदा और आयशा होती है। और फिर वीडियो को वायरल करके पुलिस की अमानवीय छवि को देश के सामने पेश किया जाता है।
आपको यहां पर सिर्फ शाहीन के पुलिस से मार खाने की वीडियो दिखाई जाती है जो काफी क्लियर है, लेकिन इसके पहले क्या घटना हुई, यह नहीं दिखाई देता है। आपको यह नहीं दिखाया जाता कि शाहीन ने पुलिस को कैसे भड़काया, पुलिस ने क्यों खदेड़ा या फिर वहां पहले से तैयारी की गई थी।
घटना के अगले दिन 16 दिसंबर को सुबह 8.17 पर FirstPost में लेदीदा के नाम से एक ऑर्टिकल प्रकाशित होती है- I am a Muslim women protesting CAA, those taht support my cause value India’s constitution इसके एक घंटे बाद उसका वीडियो आ जाता है और 9.08 पर पुलिस के अमानवीय चेहरा दिखाने और लेदीदा- आयशा को आगे बढ़ाने के लिए FirstPost पर ही एक खबर प्रकाशित होती है – Watch: Jamia Millia Islamia students Ladeeda Sakhaloon, Ayesha Renna save journalist from baton-wielding cops
More interesting stuff: turn towards @firstpost
The article about Ladeeda defending a man in protests published at- look at timestamp- 9 am 16th Dec 2019.an Op-Ed by Ladeeda herself was published in Firstpost at – look at timestamp- 8 am 16th Dec 2019.
She had done homework! pic.twitter.com/WaJW4ixbnE
— Be’Havin! (@WrongDoc) December 16, 2019
इसके बाद एंट्री होती है बरखा दत्त और अरफा खानम जैसे कथित सेकुलर पत्रकारों की। जो आयशा और लेदीदा को नायिका के तौर पर पेश करती है।
With the women who became the face of the resistance against the controversial Citizenship law.
Where did they get so much of courage from and where do we go from here?
Interview will be up on @thewire_in in a few mins from now… pic.twitter.com/YF0kYKzPzj— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) December 16, 2019
एनडीटीवी पर इन्हें ‘हिम्मत वाली लड़कियां’ बताया जाता है।
यहां आपको यह जानकर एक और हैरानी होगी कि आयशा का पति ए. रहमान भी एक पत्रकार है और वह अपनी पत्नी तो एक आंदोलनकारी के रूप में पेश करता रहा है।
Jihadi Journo Afsal Rahman and his wife Aysha Renna!
A Delhi based Mallu Couple which duped the entire nation for the last 3 days!!
It’s pity that Journos fell for their tactics !! pic.twitter.com/cLJHB0kNys
— നചികേതസ് (@nach1keta) December 16, 2019
ये सब महज संयोग है या साजिश?