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Year Ender 2022 : बीजेपी के लिए रिकॉर्ड तोड़ राजनीतिक सफलताओं का साल रहा 2022, पीएम मोदी ने बीजेपी को दिलाई ऐतिहासिक जीत

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वर्ष 2022 कई प्रमुख सियासी घटनाक्रमों का गवाह रहा। केंद्र में आठ साल का कार्यकाल पूरा करने के बावजूद देश की जनता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू कायम है। चाहे लोकसभा चुनाव हो, विधानसभा चुनाव या फिर स्थानीय निकाय चुनाव देश में मोदी लहर दिखाई दी। इसलिए बीजेपी की राजनीतिक सफलता का सिलसिला वर्ष 2022 में भी जारी रहा। इस वर्ष  7 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए उनमें 5 में बीजेपी ने जीत दर्ज की। वर्ष की शुरुआत में चार राज्यों में बीजेपी की सरकारें बनीं, वहीं साल के अंत में प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी को रिकॉर्ड तोड़ जीत मिली। इस दौरान विधानसभा के हुए उपचुनावों में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा विभिन्न राज्यों में हुए नगर निकायों और पंचायत चुनावों में बीजेपी ने अच्छी सफलता हासिल की। आइए एक नजर डालते हैं इस साल बीजेपी को मिली प्रमुख सियासी सफलताओं पर…

महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी बनीं सबसे बड़ी पार्टी

बीजेपी महाराष्ट्र में हुए नगर पंचायत चुनाव में एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। 18 जनवरी, 2022 को नगर पंचायत की 1649 सीटों के लिए हुए मतदान में बीजेपी ने सत्ताधारी शिवसेना को तगड़ा झटका दिया। महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी के कुल 416 उम्मीदवार जीते। दूसरे नंबर पर एनसीपी रही, जिसके 378 उम्मीदवार जीते। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना 301 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। कांग्रेस के 297 उम्मीदवारों को जीत मिली। इस चुनाव में 206 निर्दलीय भी जीतने में कामयाब रहे।

चार राज्‍यों में बीजेपी की जीत के महानायक बने पीएम मोदी

भारत की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा एक ऐसा रामबाण है जो गरीबों, वंचितों और जरूतमंदों को राहत और उम्मीद देता है, वहीं विपक्षी दलों पर बेहद भारी है। प्रधानमंत्री मोदी आज भी जनता में काफी लोकप्रिय और भरोसेमंद है। इसका प्रमाण मार्च 2022 में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी की शानदार जीत से मिला। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में दोबारा वापसी की। बीजेपी ने इन राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को खूब भुनाया और परिणाम सामने था। विपक्षी दलों को उम्मीद थी कि सत्ता विरोधी लहर की वजह से बीजेपी को नुकसान होगा। लेकिन चुनाव नतीजे ने साबित कर दिया कि बीजेपी के लिए प्रो इनकंबेंसी काम कर रही थी। यूपी के सियासी इतिहास पर नजर डालें तो पिछले 37 सालों में पहली बार हुआ, जब जनता ने किसी एक चेहरे को लगातार दूसरी बार मौका दिया।

यूपी विधान परिषद चुनाव में 36 में से 33 सीटों पर कब्जा

बीजेपी एक के बाद एक चुनाव जीतती जा रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी ने विधान परिषद चुनाव में भी अपना परचम लहरा दिया। बीजेपी ने राज्य में 36 में से 33 सीटें जीत लीं। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया। दो सीट पर निर्दलीय जबकि एक सीट पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली।

असम में बीजेपी ने नगर निकाय चुनाव में 80 में से 75 सीटें जीतीं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के करिश्मे की वजह से असम नगर निकाय चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज कर सबको हैरान कर दिया। इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को पछाड़कर बड़ी जीत दर्ज की। बीजेपी ने 80 में से 75 नगर पालिका बोर्डों में जीत दर्ज करते हुए शहरी निकाय चुनावों में क्लीन स्वीप किया जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक नगरपालिका बोर्ड से संतोष करना पड़ा। बीजेपी की सहयोगी असम गणपरिषद ने दो नगर निगम बोर्ड बारपेटा और बोकाखाट पर कब्जा किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असम में 80 में से 77 नगर निकायों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की जीत पर राज्य की जनता के प्रति आभार जताया। असम में नगर पालिका के 80 बोर्डों के 920 वार्डों के लिए 6 मार्च को वोटिंग हुई थी। जबकि 57 वार्डों के उम्मीदवारों को निर्विरोध घोषित किया गया था। 

गुवाहाटी नगर निगम चुनाव में जीत लीं 60 में से 58 सीटें

जहां पूरे भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता कायम है, वहीं असम में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार ने लोगों के भरोसे को मजबूत किया है। मुख्ममंत्री हिमंता विस्व सरमा लोगों के उम्मीदों पर खरे उतर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि अप्रैल 2022 में राजधानी गुवाहाटी में हुए नगर निगम चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने प्रचंड जीत हासिल की। 9 साल बाद हुए नगर निगम चुनाव में जहां एनडीए ने नगर निगम की कुल 60 में से 58 सीटें जीत कर सबको हैरान कर दिया, वहीं कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। गौरतलब है कि गुवाहाटी नगर निगम के चुनाव की 24 अप्रैल, 2022 को मतगणना हुई थी। इसमें बीजेपी ने 52, असम गण परिषद ने 6 सीटों पर जीत हासिल की थी।

गुजरात में ऐतिहासिक जीत,माधव सिंह सोलंकी का टूटा रिकॉर्ड

गुजरात विधानसभा चुनाव में जनता के फैसले ने सभी राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया। 8 दिसंबर, 2022 को आए चुनाव नतीजे ने साबित कर दिया कि गुजरात की जनता के दिल में प्रधानमंत्री मोदी बसते हैं। 27 सालों के एंटी इंकम्बेंसी के बावजूद रिकॉर्ड जीत हासिल करना किसी आश्चर्च से कम नहीं है। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी को जनता का भरपूर आशीर्वाद मिला और बीजेपी ऐतिहासिक जीत मिली। बीजेपी ने 156 सीटें हासिल कर नरेन्द्र मोदी के 127 सीटों और माधव सिंह सोलंकी के 148 सीटों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। इसके साथ ही बीजेपी ने करीब 53 प्रतिशत वोट हासिल कर 50 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर लिया । चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था- नरेन्द्र का रिकॉर्ड भूपेन्द्र तोड़ेंगे। वहीं कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा और उसकी सीटें घटकर 17 हो गईं। उसे नेता प्रतिपक्ष के पद से भी हाथ धोना पड़ा।

यूपी में बीजेपी ने अखिलेश और आजम के किले को ध्वस्त किया 

जून 2022 में लोकसभा की 3 और विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव हुए। यूपी के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया। आजमगढ़ में भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी उम्मीदवार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत हासिल की। उन्होंने सपा उम्मीदवार ​​​धर्मेंद्र यादव को 8,679 वोटों से हराया। यह सीट अखिलेश यादव के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थी। दूसरी तरफ रामपुर में आज़म ख़ान का दबदबा कायम नहीं रह सका। बीजेपी के घनश्याम लोधी ने सपा प्रत्याशी आसिम राजा को 42 हजार से भी अधिक वोटों से हरा कर रामपुर लोकसभा सीट जीत लिया। दिसंबर 2022 में यूपी की रामपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने पहली बार कब्जा जमाया। 

दक्षिणी राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाने में लगी रही बीजेपी

वर्ष 2022 में भी बीजेपी दक्षिणी राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाने में लगी रही। उत्तर में मजबूत पकड़ बनाने के बाद बीजेपी की नजर दक्षिण के राज्यों पर टिकी है। बीजेपी ‘मिशन साउथ’ के तहत हर राज्य में अलग-अलग रणनीति पर काम कर रही है। इसकी झलक राज्यसभा के लिए मनोनयन में भी देखने को मिली। मनोनीत सदस्यों पर नजर डालें तो सभी दक्षिण भारतीय है। समाजसेवी वीरेंद्र हेगड़े (कर्नाटक), उड़न परी के नाम से मशहूर पीटी ऊषा (केरल), संगीतकार इलैया राजा (तमिलनाडु), लेखक और फिल्म डायरेक्टर वी विजयेंद्र (आंध्र) सभी दक्षिण भारत से आते हैं। ये सभी बीजेपी के ‘मिशन साउथ’ का हिस्सा है। 

2022 में मिली ऊर्जा से 2024 की राह हुई आसान

वर्ष 2022 में मिली ऊर्जा 2024 के आम चुनाव में भी अपना रंग दिखा सकती है। वर्ष की शुरुआत में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जीत ने 2024 में बीजेपी की सफलता की बुनियाद रख दी है। कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। वहीं वर्ष के अंत में गुजरात की प्रचंड जीत ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। इस उत्साह के साथ ही बीजेपी ने 2022 की सफलता, असफलता और भावी चुनौतियों के आधार पर अपने टार्गेट को भी बढ़ा दिया है और मिशन 2024 के लिए अभी से काम करना शुरू कर दिया है।

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