भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 2021 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने 29 अगस्त को 7, लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को अगले 25 वर्षों की लंबी अवधि के लिए सोचने और योजना बनाने के लिए प्रोत्साहित किया कि वे इस दौरान खुद को कैसे विकसित कर सकते हैं और देश के विकास के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
 प्रधानमंत्री मोदी ने खुली और अनौपचारिक बातचीत में प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों को सेवा में शामिल होने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें अब वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने उनसे सेवा में शामिल होने के कारणों पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने खुली और अनौपचारिक बातचीत में प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों को सेवा में शामिल होने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें अब वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने उनसे सेवा में शामिल होने के कारणों पर भी चर्चा की।
 साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाने की बात करते हुए उन्होंने विस्तार से इस बात की चर्चा की कि वे बाजरा-ज्वार को लोकप्रिय बनाने में कैसे योगदान कर सकते हैं, जिससे भारतीय किसानों को लाभ हो सके। उन्होंने बताया कि बाजरा कैसे पर्यावरण के अनुकूल है और इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाने की बात करते हुए उन्होंने विस्तार से इस बात की चर्चा की कि वे बाजरा-ज्वार को लोकप्रिय बनाने में कैसे योगदान कर सकते हैं, जिससे भारतीय किसानों को लाभ हो सके। उन्होंने बताया कि बाजरा कैसे पर्यावरण के अनुकूल है और इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
 उन्होंने एलआईएफई (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) मुहिम के बारे में बात की और इस पर भी चर्चा की कि पर्यावरण के हित में अपनी जीवनशैली में छोटा सा बदलाव कैसे ला सकते हैं। प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस साल स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में उनके द्वारा बताए गए पंच-प्रण पर चर्चा की और इस बारे में जानकारी भी दी कि कैसे आईएफएस अधिकारी इसमें योगदान कर सकते हैं।
उन्होंने एलआईएफई (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) मुहिम के बारे में बात की और इस पर भी चर्चा की कि पर्यावरण के हित में अपनी जीवनशैली में छोटा सा बदलाव कैसे ला सकते हैं। प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस साल स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में उनके द्वारा बताए गए पंच-प्रण पर चर्चा की और इस बारे में जानकारी भी दी कि कैसे आईएफएस अधिकारी इसमें योगदान कर सकते हैं।
 
                 
		








