दिल्ली हिंसा के मामले में अब कांग्रेस के करीबी हर्ष मंदर का वीडियो सामने आया है। यूपीए कार्यकाल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सलाह देने के लिहाज से गठित की गई नेशनल एडवाइजरी काउंसिल के पूर्व सदस्य हर्ष मंदर इस वीडियो में लोगों को सीएए, सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ भड़काते दिख रहे हैं। हर्ष मंदर ने 16 दिसंबर को जामिया मिलिया में लोगों को भड़काने का काम किया। इस वीडियो में मंदर कह रहे हैं कि ये लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में भी नहीं जीती जाएगी, क्योंकि हमने सुप्रीम कोर्ट को देखा है- एनआरसी के मामले में, अयोध्या के मामले में, कश्मीर के मामले में, । सुप्रीम कोर्ट ने इंसानियत, समानता और सेक्युलरिज्म की रक्षा नहीं की है। वहां हम कोशिश जरूर करेंगे। हमारा सुप्रीम कोर्ट है, लेकिन फैसला न संसद में, न सुप्रीम कोर्ट में होगा, ये फैसला सड़कों पर होगा। इस देश का क्या भविष्य होगा, आप सभी नौजवान हैं, आप अपने बच्चों को किस तरह का देश देना चाहते हैं। ये फैसला कहां होगा? ये सड़कों पर होगा। सड़कों पर होगा और हम सब सड़कों पर निकले हैं।
#Exposed Here is Ultra-Left Activist Harsh Mandar instigating Anti-CAA Protesters and spewing venom against Supreme Court of India, clearly asking protesters not to believe in highest institution of judiciary. pic.twitter.com/nxRmkIxiav
— Jammu-Kashmir Now (@JammuKashmirNow) March 3, 2020
दिल्ली में सीएए विरोधी एक प्रदर्शन के दौरान 19 दिसंबर, 2019 को उन्हें हिरासत में भी लिया गया था। नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में मंदर ने कहा था कि अगर कैब पास हुआ तो वो सविनय अवज्ञा की राह पर चलेंगे और खुद को मुस्लिम के रूप में पंजीकृत करवा लेंगे। मंदर ने लोगों से कहा था कि वे भी कैब के विरोध में इस सविनय अवज्ञा से जुड़ें।
If CAB is passed, this is my civil disobedience:
I will officially register Muslim. I will then refuse to submit any documents to NRC. I will finally demand the same punishment as any undocumented Muslim- detention centre & withdrawn citizenship.
Join this civil disobedience— Harsh Mander (@harsh_mander) December 10, 2019
आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि द हिंदू के अनुसार अजमल कसाब और याकूब मेमन जैसे आतंकियों के लिए दया याचिका दायर करने वालों में हर्ष मंदर भी शामिल थे।
As per various news websites, this guy Harsh Mander had filed mercy petition for Ajmal Kasab and Yakub Memon.
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) December 10, 2019
इसके पहले जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह कह रहा है कि हम वादा करते हैं कि 24 फरवरी को जब डोनाल्ड ट्रंप भारत आएंगे तो हम ये बताएंगे कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और हिंदुस्तान की सरकार हिंदुस्तान को बांटने का काम कर रही है। महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही है। ये बताएंगे कि हिंदुस्तान की आवाम, हिंदुस्तान के हुक्मरानों के साथ लड़ रही है और अगर यहां के हुक्मरान देश को बांटना चाहती है तो यहां की आवाम देश को जोड़ने के लिए तैयार है। हम तमाम लोग सड़कों पर उतरकर आएंगे।
देखिए वीडियो-
महाराष्ट्र के अमरावती में दिया गया यह भाषण राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे से ठीक पहले 17 फरवरी का है। ट्रंप के आने के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़क गए थे।