प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हरीश चंद्र बर्णवाल की vBook स्वर्णाक्षरों में लिखी एक ऐसी किताब है जिसे सभी संजोना चाहेंगे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लेखक और निर्माता वरिष्ठ पत्रकार डॉ. हरीश चन्द्र बर्णवाल की vBook लॉर्ड ऑफ रिकॉर्ड्स का लोकार्पण करते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने कहा कि यह vBook मोदी सरकार की कामकाज का तथ्यात्मक दस्तावेज है। दशकों बाद अगर किसी किताब को याद किया जाएगा तो हरीश बर्णवाल की यह vbook उसमें सबसे ऊपर होगी। इस vBook की लॉन्चिंग के अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) के तत्वाधान में वर्चुअल माध्यम से एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। परिचर्चा में बुद्धिजीवियों के साथ देश भर के 12 कुलपति भी हिस्सा लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राम बहादुर राय ने कहा कि डॉ हरीश चंद्र बर्णवाल नए काम के लिए जाने जाते हैं। वैसे तो वह मिलने पर हर बार कहते हैं कि अब कोई किताब नहीं लिखेंगे, लेकिन एक-दो महीने बाद पता चलता है कि उनकी एक और नई किताब आ गई है। मैं चाहूंगा कि वे इसी प्रकार अपनी लेखनी को चलते रहने दें। उन्होंने कहा कि मैं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी और कला निधि के डीन और विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश चन्द्र गौड़ से आग्रह करता हूं कि वे आम लोगों को इस vBook का सीडी उपलब्ध कराएं।
प्रधानमंत्री मोदी पर डॉ. हरीश चन्द्र बर्णवाल की vBook लॉन्चिंग के ऑनलाइन कार्यक्रम को दो सत्रों में सम्पन्न किया गया। परिचर्चा में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि इंदिरा गांधी कला केंद्र में इस प्रकार का आयोजन होता रहा है, लेकिन इस प्रकार की किताब पहली बार लॉन्च हुई है। उन्होंने कहा कि सरोकार की पत्रकारिता करने वाले डॉ. हरीश ने हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री के कीर्तिमानों को vBook में सहेजने का बड़ा काम किया है। उन्होंने कहा कि उनकी इस किताब के माध्यम से पता चला है कि लॉकडाउन के समय में भी बड़ा-बड़ा काम हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मौके पर पहली बार इस प्रकार के प्रबुद्ध लोग वर्चुअल मोड में सामने आए।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव भाई शर्मा ने कहा कि ये पहली बार है जब देश के इतने सारे वाइस चांसलर्स
एक पुस्तक के विमोचन के लिए एक जगह जमा हुए हैं और अपनी बात रख रहे हैं। नेशनल बुक ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन शर्मा ने कहा कि हरीश चंद्र बर्णवाल ने जिस प्रकार से इस vBook को आकार दिया है, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
पांडिचेरी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो गुरमीत सिंह ने कहा कि डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के हर आयाम को अपनी इस vBook में संजोया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दोनों कार्यकाल के दौरान एक दिन भी छुट्टी नहीं ली। मोदी आज तक बिना थके काम करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने सच्चे अर्थों में कर्मयोगी बन कर दिखाया है।
परिचर्चा के दौरान डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद की कुलपति प्रो. अमी उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ नारी सशक्तिकरण की बात ही नहीं करते, बल्कि उसे पूरा भी करते रहे हैं। तभी तो उन्होंने जब गुजरात के मुख्यमंत्री पद छोड़ा तो वह पद एक महिला को ही सौंपा।उन्होंने सही मायने में देश की महिलाओं को उनका अस्तित्व दिया है।
सिक्किम सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अविनाश खरे ने प्रधानमंत्री मोदी पर इस vBook जैसी अनोखी पुस्तक लिखने के लिए लेखक डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह एक अनूठा प्रयास है जिसमें प्रधानमंत्री की उपलब्धियों को संजोया गया है। प्रो. अविनाश खरे ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मोदी सरकार के कार्य पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
जेकेएल यूनिवर्सिटी, जयपुर के कुलपति डॉ रोशन लाल रैना ने इस परिचर्चा के दौरान अपने संबोधन में कहा कि डॉ हरीश चंद्र बर्णवाल ने अपनी पुस्तक में प्रधानमंत्री मोदी जी की सारी उपलब्धियों को संजो कर अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। मोदी जी के बारे में एक ही बात कह सकता हूं कि उनकी करनी और कथनी में कोई अंतर नहीं है। पीएम मोदी के बारे में उन्होंने कहा कि आज जो नेतृत्व मिला है वह निश्चित रूप से देश को आगे ले जाने वाला है।
अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर रहे और अब दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन कर रहे प्रो. निरंजन कुमार ने संसार के पहले vBook के रचयिता डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि डॉ. हरीश की यह किताब हमें बताती है कि किस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल एक क्षेत्र में बल्कि अनेक क्षेत्रों में उत्तम काम कर एक रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने किताब में दर्ज रिकॉर्ड संख्या का जिक्र कर बताया कि किस प्रकार देश में कृषि क्षेत्र से लेकर विज्ञान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मोदी सरकार ने कितने कीर्तिमान बनाए। उन्होंने कहा कि हरीश जी की इस किताब को आज के हर युवा को पढ़ना चाहिए।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो एम एस परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से बेहतर कोई संचार या संवाद करने वाला कोई दूसरा नहीं है, इसलिए यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। कुलपति परमार ने इस vBook के लेखक और निर्माता डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल से प्रधानमंत्री मोदी के संप्रेषण, संवाद और संचार पर अलग से शोध कर नई किताब लिखने का भी अनुरोध किया।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने अपने कहा कि डॉ. हरीश की यह किताब न केवल वर्तमान के लिए बल्कि आने वाले समय के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होने वाली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की संवादशैली अपने आप में अनोखी है। उनका संवाद न केवल आम जन के लिए होता है, बल्कि बुद्धिजीवियों के लिए होता है।
मुंबई की एसएनडीटी वूमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो शशिकला वंजारी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद की सोच के अनुरूप ही देश में महिलाओं को पूर्ण रूप से वैचारिक रूप से स्वतंत्र होने का अवसर प्रदान किया है।
डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा के कुलपति प्रो अशोक मित्तल ने कहा है कि जहां तक प्रधानमंत्री मोदी के अर्थशास्त्र से संबंधित रिकॉर्ड की बात है तो इस क्षेत्र में भी उनके 30-35 रिकार्ड हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी कर कालाबाजारी और फेक कंपनियों पर लगाम लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सशक्त नेतृत्व के कारण ही हमारे देश का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है।
फरीदाबाद स्थित मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च के कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव ने vBook के बारे में कहा कि यह किताब वैसी ही है जैसे तुलसी दास ने अपने दोहा में कहा है हरि अनंत हरि कथा अनंता। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक हर क्षेत्र में अतुलनीय है और अंतरराष्ट्रीय स्तर का है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस vBook को देखकर बिल्कुल नहीं लगता है कि इसका वीडियो हरीश जी के 11 साल के बेटे ने शूट किया है। इसे देखकर लगता है कि इसे कोई पेशेवर प्रोफेशनल ने शूट किया है।
तेजपुर यूनिवर्सिटी असम के कुलपति प्रोफेसर वी के जैन नॉर्थ ईस्ट में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी।
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने गुजरात के अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार मुख्यमंत्री रहते उन्होंने शिक्षा के प्रसार को लेकर उन्हें प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि हरीश चंद्र जी ने एक बड़ा काम किया कि प्रधानमंत्री जी को एक जानने-समझने का मौका जनमानस को दिया। जब कोई नई चीज वीडियो के माध्यम से लोगों के पास जाएगी तो ज्यादा लोग उसे देख पाएंगे, समझ पाएंगे। उसके लिए हरीश जी को बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की कला निधि के डीन और विभागाध्यक्ष प्रो रमेश चन्द्र गौड़ ने भी इस vBook के लिए डॉ बर्णवाल को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह परिचर्चा मौलिक होने के साथ अनोखी भी है। उन्होंने इस प्रकार की वर्चुअल परिचर्चा की जरूरत बताते हुए इस परिचर्चा में भाग लेने वाले देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का धन्यवाद ज्ञापन भी किया।