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वडनगर की गली-गली में आज भी होते हैं पीएम मोदी और अब्बास की दोस्ती के चर्चे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 18 जून को अपनी मां हीराबेन का 100वें जन्मदिन के मौके पर एक ब्लॉग लिखा। इस ब्लॉग में प्रधानमंत्री मोदी ने बचपन में अपने घर में रहने वाले मुस्लिम लड़के ‘अब्बास’ का भी जिक्र किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के मुस्लिम दोस्त ‘अब्बास’ को लेकर काफी चर्चा हो रही है। हर कोई ‘अब्बास’ के बारे में जानने को लेकर उत्सुक है। दरअसल अब्बास का पूरा नाम अब्बास मियांभाई मोमिन है। प्रधानमंत्री मोदी और अब्बास की दोस्ती काफी पुरानी है और दोनों के रिश्तों की कहानी वडनगर और कैसीम्पा में हर कोई जानता है। आइए जानते हैं कौन हैं ‘अब्बास’ ?

इस समय अब्बास अपने छोटे बेटे और पत्नी के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। लेकिन वडनगर में ऐसे कई लोग हैं जो प्रधानमंत्री मोदी और अब्बास की दोस्ती के गवाह है। अब्बास को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बड़े भाई सोमाभाई मोदी ने खुलकर बातचीत की और उनके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब्बास के पिता के निधन के बाद उनकी पढ़ाई छूट रही थी। जब हमारे पिता को पता चला तो वह अब्बास को अपने साथ घर ले आए और उसे हम लोगों के साथ रखा और आगे की पढ़ाई पूरी करवाई। बाद में अब्बास की सरकारी नौकरी लग गई।

एबीपी न्यूज के मुताबिक, वडनगर के जिस बीएन हाई स्कूल में दोनों पढ़े थे, उस स्कूल के ट्रस्टी कमलेश त्रिवेदी बताते हैं कि नरेन्द्र मोदी और अब्बास के रिश्ते जगजाहिर हैं। उन्होने बताया की कई दफा अब्बास और वो स्कूलों के कार्यक्रम में एक साथ मौजूद रहे हैं। उस दौरान स्वयं अब्बास ने स्वयं बच्चों के बीच इस बात का खुलासा किया था कि यदि मोदी जी के पिता नहीं होते तो वह पढ़ नहीं पाते। यहीं नहीं समय-समय पर अब्बास इस बात का जिक्र अपने गांव के बच्चों के बीच करते भी रहे हैं। 

अब्बास के मामा के लड़के गुलाम हैदर के मुताबिक इसमें कोई शक नहीं की अब्बास के पिता और नरेन्द्र मोदी जी के पिता आपस में अच्छे दोस्त थे। दोनों लोगों की वडनगर में अगल-बगल दुकान थी। अब्बास के पिता चाय बनाते थे। जबकि नरेन्द्र मोदी के पिता भजिया बेंचते थे। लेकिन अचानक अब्बास के पिता की मौत हो गई। नरेन्द्र मोदी और अब्बास दोनों एक ही स्कूल बीएन हाई स्कूल में पढ़ते थे। कैसीम्पा से वडनगर पढ़ाई करने जाना थोड़ा मुश्किल था। जिसे देखते हुए दामोदर काका (मोदी के पिता) ने अब्बास को अपने घर रखा, पढ़ाया। उनकी मां हीराबा अब्बास को अपने बच्चों की तरह रखती थी।

गौरतलब है कि अब्बास के दो बेटे हैं। छोटा बेटा ऑस्ट्रेलिया तो बड़ा बेटा गुजरात के कासीम्पा गांव में रहता है। अब्बास सरकार में क्लास 2 कर्मचारी के तौर पर काम करते थे। वो फूड एंड सप्लाई विभाग में थे। कुछ महीने पहले ही वे रिटायर हुए हैं। अब्बास ने प्रधानमंत्री मोदी के परिवार के साथ रहकर आठवीं और नौवीं की पढ़ाई पूरी की थी ।

 

 

 

 

 

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