Home समाचार पढ़े-लिखे केजरीवाल के 9 ऊलजलूल बयान, दिल्ली को बनाना चाहते हैं दुनिया...

पढ़े-लिखे केजरीवाल के 9 ऊलजलूल बयान, दिल्ली को बनाना चाहते हैं दुनिया का नंबर वन देश!

SHARE

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से आज देश विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। ग्लोबल रैंकिंग में वे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। वैश्विक नेता उनके विजन की प्रशंसा कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में देश लगातार अर्थव्यवस्था, निर्यात से लेकर विकास के कई मोर्चे पर रिकार्ड बना रहा है। वैसे में विपक्ष के पास सरकार पर हमला करने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। यही वजह है कि पिछले कुछ समय से समूचा विपक्ष पीएम मोदी पर व्यक्तिगत आक्षेप करने में जुट गया है। खिसियानी बिल्ली आखिर क्या करेगी, खंभा नोचने के सिवा उसके पास कोई चारा नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इन दिनों खंभा नोचने में लगे हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनपढ़ कहते फिर रहे हैं। यह कहकर वे खुद ही जगहंसाई करा रहे हैं। क्योंकि जनता अब केजरीवाल के रेवड़ी कल्चर को अच्छे से जान चुकी है। पिछले नौ साल से यमुना की सफाई से लेकर तमाम मसलों पर वे केवल लॉलीपॉप की थमाते आ रहे हैं।

पढ़े-लिखे केजरीवाल के 9 ऊलजलूल बयान

1. दिल्ली को दुनिया नंबर वन देश बनाना चाहते हैं हमलोग।
2. देश को आजाद हुए 70 साल हो गए। बाद में भगवंत मान ने याद दिलाया 75 साल। फिर उन्होंने सुधारकर कहा- 75 साल हो गए।
3. देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ को बता दिया 175वीं वर्षगांठ।
4. कल मैंने 26 जनवरी का भाषण दिया। 26 जनवरी के भाषण में मैंने कई उदाहरण दिए। जबकि भाषण 15 अगस्त का था।
5. अगर कोई बीमार होता है तो उसको चिंता करने की जरूरत नहीं है। उसका एक भी पैसा खर्च नहीं होता। दिल्ली के सरकारी स्कूल में उसका सारा इलाज मुफ्त होता है सबका।
6. गाय से दूध तो सारे निकालते हैं, हम बैल से दूध निकाल कर देंगे।
7. मेरा गुना-भाग कहता है कि मुंबई से अहदमाबाद बुलेट ट्रेन का एक तरफ का एक आदमी का किराया 75 हजार रुपये होगा।
8. अमीर हो चाहे गरीब हो अगर किसी का 10 लाख रुपये का आपरेशन होना है, आप दिल्ली के सराकारी स्कूल में चले जाइए, आपका आपरेशन मुफ्त होगा।
9. अस्पताल बनबाए, उसमें बीजेपी वालों के पढ़ते हैं, कांग्रेस वालों के भी पढ़ते हैं।

केजरीवाल की बदजुबानी, प्रधानमंत्री मोदी की योग्यता पर उठाए सवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखला गए हैं। यही वजह है कि वे ऊलजलूल बयान देने पर उतर आए हैं। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान  भी  दिल्ली की एक रैली में केजरीवाल ने पीएम मोदी पर व्यक्तिगत हमला करत हुए उनकी शैक्षणिक योग्यता पर ही सवाल उठाए थे। केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार देशवासियों ने 12वीं पास अनपढ़ को प्रधानमंत्री बना दिया था, लेकिन इस बार ये गलती नहीं करना और किसी पढ़े-लिखे नेता को ही पीएम बनाना।

भारत की जनता के थप्पड़ से भी नहीं सुधर रहे केजरीवाल

केजरीवाल ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था पिछली बार देशवासियों ने 12वीं पास अनपढ़ को प्रधानमंत्री बना दिया था, लेकिन इस बार ये गलती नहीं करना और किसी पढ़े-लिखे नेता को ही पीएम बनाना। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता ने बीजेपी को पहले से कहीं अधिक सीट से जीत दिलाकर पीएम मोदी में अपना भरोसा जताया था। इस तरह जनता ने केजरीवाल को एक थप्पड़ रसीद किया था लेकिन वे हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पीएम मोदी को अनपढ़ कहकर वे अपनी ही छवि खराब कर रहे हैं।

गुजरात हाईकोर्ट ने लगाया 25 हजार का जुर्माना, फिर भी नहीं सुधरे केजरीवाल

गुजरात हाई कोर्ट ने केजरीवाल पर 25 हजार का जुर्माना लगाया है। पीएम मोदी की डिग्री मांगने वाले केजरीवाल को कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा जब डिग्री 2016 से ऑनलाइन उपलब्ध है तो इसके लिए RTI लगाने की और कोर्ट का समय बर्बाद करने की क्या जरुरत है? अरविंद केजरीवाल दिल्ली का कामकाज छोड़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिग्री मांगने चले थे। गुजरात हाईकोर्ट ने डिग्री मामले की याचिका को खारिज करते हुए केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया। लेकिन केजरीवाल ने इससे भी सबक नहीं लिया और बदजुबानी कर रहे हैं। अब जनता ही उन्हें सबक सिखाएगी।

केजरीवाल ने कहा था- प्रधानमंत्री बनने के लिए कोई डिग्री की जरूरत नहीं 

आज प्रधानमंत्री की डिग्री मांगने वाले केजरीवाल ने एक समय खुद ही कहा था कि प्रधानमंत्री बनने के लिए कोई डिग्री की जरूरत नहीं है। प्रतिभा फॉरमल एजुकेशन की मोहताज नहीं है। कम पढ़ा-लिखा व्यक्ति जिसने कम शिक्षा प्राप्त की हो, वो भी प्रतिभावान हो सकता है। अन्ना हजारे जी की फॉरमल एजुकेशन नहीं है लेकिन कितने ज्ञानी व्यक्ति हैं।

सुर्खियों में बने रहने के लिए केजरीवाल कर रहे मोदी जाप

दरअसल केजरीवाल को यह पता चल गया है कि उन्होंने दिल्ली में विकास का कोई काम तो किया नहीं तो लोगों का ध्यान इस ओर से हटाने और मीडिया में बने रहने के लिए वे बार-बार मोदी नाम का जाप कर रहे हैं। मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए ही वे पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द बोलते रहते हैं। वे यह अच्छी तरह जानते हैं कि अगर पीएम मोदी के खिलाफ नहीं बोलेंगे, तो मीडिया उन्हें कोई तवज्जो नहीं देगा। इसीलिए अब वे अपनी राजनीति मोदी का नाम जपकर चला रहे हैं।

पढ़े-लिखे केजरीवाल के पास कोई मंत्रालय क्यों नहीं?

देश में शायद ही कोई मुख्यमंत्री होगा जिसके पास कोई विभाग न हो। फिर सवाल उठता है कि जब केजरीवाल पढ़े-लिखे हैं तो उनके पास कोई मंत्रालय क्यों नहीं है? यह अपने आप में बड़ा सवाल है। दरअसल केजरीवाल जानते हैं कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार में होगा और इससे बचने के लिए उन्होंने कोई विभाग नहीं रखा है। उदाहरण के रूप सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के मामले सामने हैं। हालांकि केजरीवाल ने इस बारे में कुछ और ही दलील दी है। उनका कहना है कि वे सारे मंत्रियों पर निगरानी रखते हैं।

केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन, सिसोदिया की कैसी निगरानी रखी?

एनटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के लोगों ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और दिल्ली के लोगों की इस जिम्मेदारी को सुचारू रूप से निभाने के लिए ही मैंने कोई पोर्टफोलियो नहीं रखा क्योंकि उससे मुझे सारे मंत्रियों के कामों पर निगरानी रखने में और एक बड़ी तस्वीर देखने मे मदद मिलती है। अब सवाल उठता है कि जब वह केवल निगरानी ही कर रहे थे तो सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया कैसे भ्रष्टाचार करते रहे? आज वे जेल में क्यों हैं।

झूठ बोलना केजरीवाल की फितरत

केजरीवाल ने झूठ बोलने और झूठे वादों का पर्वत खड़ा करने में रिकार्ड कायम किया है। केजरीवाल पिछले नौ साल से यमुना की सफाई के झूठे वादे करते आ रहे हैं। दिल्ली में हर साल प्रदूषण काफी बढ़ जाती है तो लोगों का सांस लेना तक दूभर हो जाता है। और हर साल वह इसे दूर करने के वादे करते ही दिखते हैं लेकिन आज तक कोई ठोस हल नहीं निकाल पाए। दिल्ली में देश का पहला वर्चुअल स्कूल खोले जाने का झूठ हो, ब्लड डोनेशन कैंप का फर्जी विज्ञापन हो या फिर कोरोना योद्धाओं को 1 करोड़ रुपये देने का झूठा वादा केजरीवाल ने अपने झूठ पर टिकी सियासत का लगातार विस्तार किया है। लेकिन जनता में अब उनके झूठ की पोल खुल चुकी है।

केजरीवाल ने यमुना सफाई को लेकर झूठ बोलने का रिकार्ड तोड़ा

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि यमुना नदी को इतना साफ कर देंगे कि लोग डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना मैली है और छठ पर्व के समय श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत होती है। लेकिन केजरीवाल का पांच साल खत्म ही नहीं हो रहा है।

दिल्ली सरकार ने नहीं शुरू किया देश का पहला वर्चुअल स्कूल

अरविंद केजरीवाल ने 31 अगस्त, 2022 को दिल्ली में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत करने का दावा किया। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी केजरीवाल का झूठ पकड़ा गया। दिल्ली से पहले बीजेपी की उत्तराखंड सरकार और मोदी सरकार वर्चुअल स्कूल खोल चुकी है। केजरीवाल के इस झूठ से उनके शिक्षा मॉडल पर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है। आज देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में शुरू। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे कहा कि हमें बाबा साहब का सपना पूरा करना है, देश के हर बच्चे तक अच्छी शिक्षा पहुंचानी है, दिल्ली के डिजिटल स्कूल में नौवीं क्लास के लिए एडमिशन शुरू हो गए हैं। इस वेबसाइट DMVS.ac.in पर जाकर बच्चे एडमिशन ले सकते हैं। जब अरविंद केजरीवाल के इस दावे की पड़ताल की गई, तो यह पूरी तरह से झूठा नकला। दरअसल दिल्ली में खोला गया वर्चुअल स्कूल देश का पहला वर्चुअल स्कूल नहीं है। सबसे पहले 2020 में बीजेपी शासित राज्य उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत की थी। इस स्कूल के जरिये भारतीय ज्ञान परंपरा, वैदिक गणित, विज्ञान, भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृति, कला और परंपराओं की शिक्षा दी जा रही है। वर्चुअल होम स्कूल के उद्घाटन कार्यक्रम में अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों के लोग वर्चुअली जुड़े हुए थे।

दिल्ली के 10 लाख बच्चों को नौकरी देने का दावा निकला झूठ

पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी केजरीवाल ने दिल्ली में 10 लाख नौकरियां देने का दावा किया था। लेकिन झूठ की पोल खुल ही जाती है। RTI से मिली जानकारी में यह सामने आया कि दिल्ली में 7 सालों में केवल 3246 नौकरियां दी गई हैं। नौकरियां देने के मुद्दे पर केजरीवाल और उनके करीबी मनीष सिसोदिया ने कब क्या कहा, इस पर गौर फरमाइए- 21 फरवरी 2022 को केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 10 लाख नौकरी दी। 24 मार्च 2022 को केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 12 लाख युवाओं को नौकरी दी। इसके ठीक दो दिन बाद 26 मार्च 2022 को मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 1.78 लाख युवाओं को नौकरी दी गई। इससे इनके झूठ का पता चलता है।

पंजाब चुनाव से पहले कहा- 24 घंटे पानी का इंतजाम करेंगे, चुनाव बाद कहा- यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी

झूठ बोलने और यूटर्न में रिकार्ड बनाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम एक और झूठ जुड़ गया है। केजरीवाल को वचन देना आता है और जब पूरा करने की बारी आती है तो पीएम नरेंद्र मोदी की याद आ जाती है। पंजाब चुनाव से पहले उन्होंने कहा था पंजाब के कई जिलों में पानी की किल्लत है। हम सत्ता में आएंगे तो 24 घंटे पानी का इंतजाम करेंगे। लेकिन अब चुनाव के बाद कह रहे हैं पानी की समस्या दूर करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर के मुद्दे पर बुरी तरह घिर चुकी आम आदमी पार्टी के मुखिया ने अब पीएम नरेंद्र मोदी से मांग की कि वह इसका समाधान करें।

Leave a Reply