अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वियतनाम में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) फोरम के आर्थिक नेताओं की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की। बैठक में ट्रंप ने कहा कि, ‘इस विस्तृत क्षेत्र में, एपेक से बाहर के देश भी इंडो-पैसिफिक के इस नये दौर में बड़ी प्रगति कर कर रहे हैं। भारत, अपनी स्वतंत्रता की 70वीं वर्षगांठ मना रहा है। यह एक संप्रभु देश होने के साथ-साथ एक अरब से ज्यादा लोगों वाला विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्र है। जब से भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को विश्व व्यापार के लिए खोला है, इसने जबरदस्त विकास किया है। भारत ने अपने बढ़ते हुए मध्यम वर्ग के लिए अवसरों की एक नई दुनिया खोल दी है और प्रधानमंत्री मोदी इस विशाल देश और इसके सभी लोगों को एक साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। और वास्तव में वह इस पर बहुत, बहुत ही सफलता से काम कर रहे हैं।’
सवाल उठता है कि आखिर अमेरिकी राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वहां पर तारीफ करने की जरूरत क्यों पड़ी, जहां वह खुद मौजूद भी नहीं थे। दरअसल पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में छलांग लगाई है, दुनिया भर की नजर भारत पर स्थिर हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर देश में नोटबंदी, जीएसटी, मुद्रा, उज्जवला, उजाला और अन्य योजनाएं लागू की है, उसने देश के सवा सौ करोड़ लोगों की जिंदगी बदल कर रख दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका आने का न्योता देते वक्त भारत को अपना सच्चा दोस्त बताया था। प्रधानमंत्री के साथ फोन पर बातचीत में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को अपना सच्चा दोस्त मानता है और विश्व की चुनौतियों से निपटने में उन्हें अपना साझेदार समझता है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत जिस तरह से विकास पथ पर अग्रसर है, पूरी दुनिया की नजर भारत पर लगी हुई है। ट्रंप से पहले भी कई विश्व नेता श्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री ने यूएन में की पीएम मोदी की तारीफ
इसके पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी की तरीफ करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वह हमेशा असीमित संभावनाओं की कल्पना करते हैं। उनका यह नजरिया भारत के साथ-साथ, इजरायल और यहां तक कि पूरी मानव जाति के लिए होता है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि मैंने सैकड़ों नेताओं की अगवानी की लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल दौरा ऐतिहासिक रहा। पीएम मोदी इजरायल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने इस साल जुलाई में इजरायल का दौरा किया था।
पीएम मोदी भारत और दुनिया के महान नेता- नेतन्याहू
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप भारत और दुनिया के महान नेता है। आपका इजरायल दौरा इसका साक्ष्य है।’ नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी की योग को लेकर पहल की भी तारीफ की।
चीनी राष्ट्रपति ने की पीएम मोदी की तारीफ
सीमा पर तनाव के बीच इसी साल जुलाई में चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। जर्मनी के हैमबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स देशों की बैठक में चीनी राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत संकल्प को सराहनीय बताया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख और ब्रिक्स देशों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में पीएम मोदी की भूमिका की सराहना की।
ग्लोबल लीडर बनने की राह पर पीएम मोदी- बान की-मून
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी के काम और नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वह ग्लोबल लीडर बनने की राह पर अग्रसर हैं। पूर्व महासचिव ने कहा कि श्री मोदी सिर्फ भारत में ही लोकप्रिय नहीं हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी दमदार मौजूदगी दिखाई देती है। इसी साल जुलाई में वियोन टीवी के साथ इंटरव्यू में मून ने कहा कि, ‘मैं श्री मोदी से कई बार मिला हूं। मैं उनके गृहराज्य गुजरात भी गया हूं। मुझे लगता है कि पीएम मोदी पेरिस जलवायु समझौते को लागू कराने में दुनिया की मुहिम का नेतृत्व कर सकते हैं।’
जो किसी ने नहीं किया वो पीएम मोदी ने कर दिखाया- बिल गेट्स
माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं। बिल गेट्स ने स्वच्छ भारत मिशन को लेकर प्रधानमंत्री की सराहना की। अप्रैल 2017 में उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा कि स्वच्छता पर जोर देने और खुले में शौच को बंद करने के लिए प्रधानमंत्री का काम सराहनीय है। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी समस्या को उठाया है, जिसके बारे में हम सोचना भी पसंद नहीं करते हैं। पिछले तीन साल में उन्होंने जन स्वास्थ्य को लेकर साहसिक टिप्पणी की है, जो अभी तक हमनें किसी निर्वाचित सदस्यों के मुंह से नहीं सुना है। और अब इसका काफी असर देखने को मिल रहा है।
सोशल मीडिया सबसे बड़ी ताकत, मोदी से सीखे दुनिया: जुकरबर्ग
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। सोशल मीडिया को सबसे बड़ी ताकत बताते हुए उन्होंने फेसबुक के बारे में फरवरी 2017 में अपने विचार को साझा करते हुए लिखा कि कैसे पूरे विश्व को एक कम्युनिटी बनाया जा सकता है। जुकरबर्ग ने फेसबुक टाइमलाइन पर बिल्डिंग ग्लोबल कम्युनिटी नाम से लिखे एक पत्र को पोस्ट के रूप में लोगों के सामने रखा। जुकरबर्ग ने इस पोस्ट में बदलती दुनिया में सोशल मीडिया की भूमिका बताते हुए पीएम मोदी का उदाहरण दिया। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जनता से लगातार संपर्क में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने यह बताया है कि सोशल मीडिया के जरिए सामाजिक रूप से जुड़ाव, जनता से सीधे संवाद और चुने गए नेताओं के प्रति जिम्मेदारी को कैसे स्थापित किया जा सकता है।
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव कुछ ऐसा है कि ना सिर्फ विदेशी नेता उनकी अगवानी में पलक-पांवड़े बिछा देते हैं बल्कि हिंदी बोलने और लिखने लगते हैं। हाल ही में नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री जॉन रूटे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिंदी में स्वागत करते हुए ट्वीट किया था।
Minister -president of Netherlands tweets in Hindi for welcome of PM MODI, I’m sure it’s proud for us. pic.twitter.com/SGyFChHj4I
— Rahul Saroj (@RahulSaroj14) June 28, 2017
नीदरलैंड्स में पधारने के लिए धन्यवाद @narendramodi हम आने वाले वर्षों में हमारे सतत सहयोग के लिए तत्पर हैं। pic.twitter.com/bi9EzwQQTt
— Minister-president (@MinPres) June 27, 2017
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की मुहिम में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था: अबकी बार ट्रंप सरकार
विरोधियों ने माना पीएम मोदी जैसा कोई नहीं !
”मैं 85 वर्ष का हूं और दोबारा प्रधानमंत्री बनने की मेरी महत्वाकांक्षा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझसे बहुत बड़े नेता हैं।” The Economic Times में छपे इस इंटरव्यू में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने खुले मन से ये स्वीकार किया है कि पीएम मोदी से बड़ा नेता आज देश में नहीं है। दरअसल वर्तमान भारतीय राजनीति में पीएम मोदी वो चेहरा हैं जिनके आस-पास कोई अन्य नेता खड़ा हो पाने की हैसियत नहीं रखता है। सवा सौ करोड़ देशवासियों की आशा और आकांक्षा के प्रतीक बने पीएम मोदी महिलाओं, युवाओं के मन-मस्तिष्क पर तो छा ही चुके हैं, साथ ही देश के बाल मन पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ चुके हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूल मंत्र के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां जनता के दिल में अपनी खास जगह बना ली है वहीं विरोधी भी उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाते।
पीएम मोदी के मुरीद हैं शशि थरूर
चीन के साथ डोकलाम गतिरोध के शांतिपूर्ण समाधान को भारत की कूटनीतिक जीत करार देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि विदेश मंत्रालय के राजनयिकों और प्रधानमंत्री कार्यालय का कुशल नेतृत्व सभी को इसका श्रेय जाता है।
Now that Chinese withdrawal seems to be confirmed, it looks like a victory for @Indiandiplomacy. Congratulations MEA & @PMOIndia ! https://t.co/5B4O14DapV
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 28, 2017
थरूर पहले भी कर चुके हैं पीएम की तारीफ
शशि थरूर पहले भी पीएम मोदी की कई बार तारीफ की है। थरूर मोदी की ऊर्जा और उत्साह से बेहद प्रभावित हैं। 26 अक्टूबर, 2016 को एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने पीएम मोदी की जमकर प्रशंसा की थी। हालांकि उनकी इसी खुली प्रशंसा के कारण कई बार अटकलें लगाई जाती हैं कि थरूर बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। इसमें कितनी सच्चाई है ये तो थरूर ही बता सकते हैं। लेकिन इतना तय है कि ये पीएम मोदी का खास अंदाज है कि धुर विरोधी को भी वे अपना बना लेते हैं।
उमर अबदुल्ला ने की पीएम मोदी की प्रशंसा
डोकलाम विवाद में भारत की सफल कूटनीति को नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सराहा। उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी और उनकी टीम को बधाई देते हुए लिखा कि ये इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत ने बिना किसी गरज और धमक के चीन पर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी।
India getting the better of China is all the more remarkable because it was done without any chest thumping & bluster.Kudos PM Modi & team
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 28, 2017
मोदी विरोध में विपक्षी एकता Myth है !
इससे पहले भी उमर अब्दुल्ला पीएम मोदी की प्रशंसा कर चुके हैं। यूपी चुनाव के बाद उमर अब्दुल्ला ने साफ कहा था कि विपक्षी एकता के ख्वाब देखने वाले 2019 का सपना देखना छोड़ दें और 2024 की तैयारी करें। इसके बाद उन्होंने सात अगस्त को भी एक ट्वीट किया जिसमें मोदी के विरुद्ध विपक्षी एकता को Myth करार दिया। हालांकि उनकी बात विरोधी दलों को रास नहीं आई थी। लेकिन उमर अब्दुल्ला अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं, सो पीएम मोदी की तारीफ भी उन्होंने खुलकर की।
The myth of opposition unity has been systematically shown for what it is- a chimera.It’s each 1 for themselves in 2019 & 5 more years 2 BJP https://t.co/uKb8rym8Uu
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 7, 2017
नीतीश कुमार को भाता है पीएम मोदी का साथ
सितंबर 2013 में बिहार की सियासत ने नई करवट ली थी। ये वही समय था जब बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा की थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने उनके नाम पर असहमति जताते हुए एनडीए से 17 का अपना नाता ही तोड़ लिया था। लेकिन चार साल बाद नीतीश कुमार की एनडीए में ‘घर वापसी’ हो गई। इस प्रकरण में सबसे खास यह रहा कि जिन पीएम मोदी के कारण नीतीश कुमार का एनडीए से नाता टूटा था, उन्हीं के कारण फिर से वह नाता वापस स्थापित हो गया है। 31 जुलाई को एक सवाल के जवाब में नीतीश ने खुलकर कहा कि 2019 में भी पीएम मोदी ही प्रधानमंत्री होंगे, उनकी जगह कोई और उस कुर्सी पर काबिज नहीं होगा। नीतीश के अनुसार पीएम मोदी के व्यक्तित्व का कोई मुकाबला करे ऐसी क्षमता आज किसी के पास नहीं है।
#WATCH: #Bihar CM and JD(U) president #NitishKumar says “No one is capable of challenging Modi ji in 2019 LS elections”. pic.twitter.com/iDn0LPkMUX
— ANI (@ANI) July 31, 2017
पीएम मोदी के दम खम से डरे वामपंथी !
वामपंथियों को बीजेपी और पीएम मोदी का धुर विरोधी माना जाता है। लेकिन बीते 3 अगस्त को वामपंथी नेता प्रकाश करात ने माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के संपादकीय में पीएम मोदी की कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता की तारीफ की। उन्होंने लिखा, “मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस वर्षों के अपने कुशासन और भ्रष्टाचार की वजह से बदनाम हो चुकी है, इसलिए वामपंथी और लोकतांत्रिक ताकतें देश की सबसे पुरानी पार्टी से गठबंधन करके भाजपा को रोकने की उपलब्धि नहीं हासिल कर सकती है।” उन्होंने कांग्रेस के साथ अन्य क्षेत्रीय दलों को भी कमजोर बताते हुए लिखा है कि अलग-अलग चरित्र वाली धर्मनिरपेक्ष पार्टियां गठबंधन बनाकर भी भाजपा के रथ को नहीं रोक सकती।