क्या कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की बात नहीं मानते? यह सवाल इस लिए उठ रहा है कि पंजाब, राजस्थान, पुड्डिचेरी में कांग्रेस की अपनी और महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार है। इन राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर वैट और सेस ज्यादा होने के कारण लोगों को प्रति लीटर अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।
राजस्थान, पंजाब, पुड्डिचेरी और महाराष्ट्र की सरकार पेट्रोल और डीजल पर ज्यादा वैट लगाकर करोड़ों रुपये कमी रही है। देखिए लॉकडाउन के दौरान किस तरह से वैट और सेस बढ़ाकर कांग्रेसी राज्य कमाई कर रहे हैं।
महाराष्ट्र
पुड्डिचेरी
पंजाब
राजस्थान
कोरोना संकट काल में कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण इन राज्यों के लोग परेशान हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने मुख्यमंत्रियों की जगह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिख रही हैं।
Congress President Smt. Sonia Gandhi writes to the Prime Minister urging the govt to immediately roll back hikes on fuel prices & pass the benefit of low crude oil prices to the citizens. pic.twitter.com/NQstx7v5Ac
— Congress (@INCIndia) June 16, 2020
सोनिया गांधी ने अपने मुख्यमंत्रियों की जगह प्रधानमंत्री मोदी से बढ़े हुए दाम वापस लेने की मांग की है। सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि ऐसे वक्त में जब लोग संकट में हैं, तब इस तरह दाम बढ़ाना उनपर और भी संकट पड़ रहा है। ऐसे में सरकार का फर्ज बनता है कि लोगों के संकट को दूर करें। अगर कांग्रेस अध्यक्ष अपने मुख्यमंत्रियों को इस तरह का पत्र लिखकर दाम कम कराती तो आम लोगों को कुछ फायदा भी होगा, लेकिन पेट्रोल डीजल के दाम पर दोहरा रुख अपनाते हुए सोनिया गांधी केंद्र सरकार को पत्र लिख रही हैं। मंशा साफ है। कोरोना काल में भी राजनीति।