जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जेएनयू में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोश हमलावरों की पहचान कर ली गई है। जिन नौ छात्रों की पहचान की है जिनमें जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आयशी घोष का नाम भी शामिल हैं। क्राइम ब्रांच के मुताबिक जिन छात्रों की पहचान हुई है, उनमें चुनचुन कुमार (पूर्व छात्र), पंकज मिश्रा (माही मांडवी हॉस्टल), आइशी घोष (जेएनयूएसयू अध्यक्ष), भास्कर विजय, सुजेता तालुकदार, प्रिय रंजन, योगेंद्र भारद्वाज (पीएचडी-संस्कृत) विकास पटेल (पीले शर्ट में एमए कोरियन) और डोनल सामंता के नाम शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि हम इन पहचाने गए लोगों को नोटिस जारी करने जा रहे हैं और उनसे जवाब मांग रहे हैं। पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी भी संदिग्ध को हिरासत में नहीं लिया गया है मगर हम जल्द ही उनसे पूछताछ शुरू करेंगे।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा कि जेएनयू हिंसा मामले की जांच को लेकर कई तरह की गलत जानकारी फैलाई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि एक जनवरी से लेकर पांच जनवरी तक रजिस्ट्रेशन होना था, लेकिन छात्र संगठन एसएफआई, एआईएसए, एआईएसएफ और डीएसएफ ने छात्रों को रजिस्ट्रेशन करने से रोका। वे जबर्दस्ती सर्वर रूम में घुसे और कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद सर्वर को बंद कर दिया। इसके बाद सर्वर को किसी तरह ठीक किया। 4 जनवरी को फिर उन्होंने सर्वर ठप करने की कोशिश की। दोपहर में पीछे शीशे के दरवाजे से कुछ अंदर घुसे और उन्होंने सर्वर को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। इससे पूरा रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस रुक गया। इन दोनों मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
हिंसा में हालांकि जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आयशी घोष को भी चोट लगी, लेकिन सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में आयशी घोष नकाबपोशों के ग्रुप को निर्देश देती दिखी।
देखिए वीडियो-