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कांग्रेस ने गिराई देश की प्रतिष्ठा, चीन को खुश करने के लिए उड़ाया दलाई नामा के नाम का मजाक

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क्या कोई सत्ता प्रेम में इतना भी अंधा हो सकता है कि उसे राष्ट्र सम्मान भी नहीं दिखता हो? जाहिर है अधिकतर जवाब ना में आएगा, लेकिन देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी ऐसा नहीं सोचती। कई ऐसे अवसर आए हैं जब यह साफ दिखा है कि वह सत्ता प्रेम में राष्ट्र सम्मान को ठेस लगाने से भी नहीं चूकती।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फोटो के साथ ‘द लाई लामा’ (The Lie Lama) लिखकर दिल्ली के दीवारों पर चिपका दिया गया है। इस पूरे प्रकरण के पीछे कांग्रेस का हाथ है।

गौरतलब है कि सबसे पहले 10 मई को यह पोस्टर कांग्रेस दफ्तर के आगे लगे एक कार पर दिखी थी, इसके बाद यह पूरी दिल्ली में चिपका दी गई है।

आप देख सकते हैं कि एक कांग्रेसी नेता की कार है, जो दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के बाहर खड़ी है। इस कार के शीशे पर यही पोस्टर लगी है।

इसी पोस्टर के आधार पर अखबार की कतरन है, जिसे एजेंडा पत्रकार या कांग्रेसी पक्षकार की तरह ओम थानवी जी ने शेयर भी किया है।

इतना ही नहीं कांग्रेस के मुखपत्र कहे जाने वाले नवजीवन में सबसे पहले यह खबर छपी और 10 मई शाम 05 बजकर 39 मिनट पर प्रकाशित की गई। इसमें यह भी बताया गया है कि कहां-कहां पोस्टर लगाई गई है।  

दरअसल चुनावों में लगातार हार से बौखलाई कांग्रेस पार्टी और इनके नेता लगातार देश की प्रतिष्ठा गिराने का काम कर रहे हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी से खुन्नस निकालने के चक्कर में देश के सम्मानीय शरणार्थी का भी अपमान कर रहे हैं। ‘दलाई लामा’ शब्द से छेड़छाड़ का मामला भी कुछ ऐसा ही है।

गौरतलब है कि दलाई लामा बौद्धों के सबसे बड़े धर्मगुरु हैं। वे पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। तिब्बत से निर्वासन के बाद जब दलाई लामा को भारत ने शरण दी थी तो पूरी दुनिया में भारत के इस कदम की सराहना हुई थी। क्योंकि बौद्धों को सच्चाई और शांति का प्रतीक माना जाता है। दलाई लामा शांति और सच्चाई का ही संदेश देते हुए भारत आए हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी इसका भी मजाक उड़ा रही है वह भी प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ करते हुए।

यह पूरा मामला कांग्रेस के चीन प्रेम से भी जाकर जुड़ता है। यह जगजाहिर है कि दलाई लामा को चीन पसंद नहीं करता है और भारत की सरकार दलाई लामा का सम्मान करती है। कांग्रेस पार्टी का चीन प्रेम भी सभी जानते हैं। जून 2017 का वह वाकया अब भी लोग नहीं भूले हैं जब डोकलाम में चीन और भारत की सेना आमने-सामने थी तो राहुल गांधी गुपचुप तरीके से चीनी राजदूत से मिलने गए थे।

जाहिर है चीन के प्रभाव में आकर देशहित को नुकसान पहुंचाना कांग्रेस की पुरानी आदत है और इस प्रकरण के तहत भी कांग्रेस ने एक तरह से चीन की ‘चमचई’ कर उसे खुश करने की कोशिश की है।  

दलाई लामा एक मंगोलियाई पदवी है जिसका मतलब होता है, ज्ञान का महासागर और दलाई लामा के वंशज करूणा, अवलोकेतेश्वर के भगवान बुद्ध के गुणों के साक्षात रूप माने जाते हैं। इस पोस्टर वाकये से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी बौद्ध धर्म का भी सम्मान नहीं करती है।

 

 

 

 

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