Home बिहार विशेष यूपी में अब ‘रणछोड़’ की भूमिका में आ रही है कांग्रेस, पहले...

यूपी में अब ‘रणछोड़’ की भूमिका में आ रही है कांग्रेस, पहले पश्चिम बंगाल में ममता के लिए मैदान छोड़ा, अब यूपी में भी प्रियंका के चलते वैसे ही बन रहे हैं हालात

SHARE

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों, या अखिलेश-मायावती, बड़े से बड़ा नेता हो या आम कार्यकर्ता, किसी के पास इस समय राहत की सांस लेने तक की फुर्सत नहीं है। कमाल की बात यह है कि इतनी जबरदस्त चुनावी आपाधापी के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को राजस्थान के रणथंभौर में सैर के लिए तीन दिन की फुरसत मिल गई। प्रियंका ने टाइगर सफारी कर बाघों की अठखेलियां देखीं। इसके बाद चुनाव में जब यूपी की जनता अपनी ‘अठखेलियां’ दिखाएगी तो कांग्रेसी हारने का ब्लैम बेचारी ईवीएम मशीनों पर आ जाएगा।सभी दलों के बड़े नेता चुनावी समर में, प्रियंका वाड्रा सैर-सपाटे पर
प्रियंका वाड्रा के इस निजी दौरे पर कांग्रेस में ही दबी जुबान से कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर ‘रणछोड़’ हो गई है। उत्तर प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कांग्रेस के कदम चुनावों की ओर तेजी से जाते नजर नहीं आ रहे हैं। यह एक तरह से कदम खींचने-जैसा ही है।  तभी तो उत्तर प्रदेश प्रभारी होने के बावजूद प्रियंका गांधी वाड्रा तीन दिनों के निजी दौरे पर रणथंभौर पहुंची। यदि कांग्रेस का पीछे हटने का कोई प्रोग्राम नहीं होता तो क्या प्रियंका ऐसे महत्वपूर्ण मौके पर तीन दिनों के लिए उत्तर प्रदेश से बाहर निकल सकती थीं ?बिहार में तेजस्वी के साथ कम सीटों पर समझौता करके किरकिरी कराई
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के लिए अब भाजपा से सत्ता छीनना दूर की कौड़ी है। इसलिए भी कांग्रेस का उस ओर ध्यान ही नहीं है, बल्कि वह तो विपक्षी पार्टियों में चौधराहट दिखाने के लिए अपनी जमीन छोड़ती जा रही है। पहले बिहार में कांग्रेस ने तेजस्वी यादव के साथ कम सीटों पर समझौता करके अपनी किरकिरी कराई थी। आज तेजस्वी यादव कांग्रेस पर आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस के कारण बिहार में उनकी सरकार नहीं बन पाई।पश्चिम बंगाल में ममता के लिए ‘रणछोड़’ बनी कांग्रेस पर बनर्जी के वार तेज
इसके बाद बंगाल में ममता बनर्जी को जिताने के लिए कांग्रेस ने ‘रणछोड़’ बनकर जानबूझकर मैदान छोड़ दिया। कांग्रेस के रणछोड़ बनने का फायदा ममता बनर्जी को बंगाल में मिला। जीतने के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस को दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया है। महाराष्ट्र की तीन दिवसीय यात्रा में यह साफ नजर आया। ममता एनसीपी नेता शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से तो मिलीं, पर कांग्रेस नेताओं से दूर ही रहीं। यहां ममता ने यह भी कहा कि यूपीए नाम भर का है, हकीकत में अब इसका कोई अस्तित्व नहीं रह गया है। बिना नाम लिए ममता ने राहुल गांधी पर भी तंज कसा-जब ज्यादा समय विदेश में ही रहेंगे, तो यहां पार्टी का काम कैसे चलेगा ?

कांग्रेस सरकार की भर्ती परीक्षाओं में ‘फेल’ होने में पीएचडी
राजस्थान प्रवास के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका वाड्रा का एक कागजी बयान जरूर आया। यूपी टेट का पेपर आउट होने पर उन्होंने कहा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही सरकार की पहचान बन चुका है। पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। प्रियंका यह बयान देते समय भूल गईं कि जिस मरूधरा से वह बयान जारी कर रही हैं, वहां कि कांग्रेस सरकार ने तो भर्ती परीक्षाओं के ‘फेल’ होने में पीएचडी की हुई है। यूपी टेट जैसी राजस्थान की रीट परीक्षा हो, या पटवारी परीक्षा, आएएस परीक्षा हो या जेईएन भर्ती…हर परीक्षा में पेपर लीक, लापरवाहियां, गड़बड़ियां, गिरफ्तारियां, मुन्नाभाई, नकल रैकेट, रिश्वत, सैटिंग, पीरियड पैड ब्लूट्रूथ, छह लाख का चप्पल मोबाइल और न जाने क्या-क्या प्रपंच हो चुके हैं भर्ती परीक्षाओं में…. !! इसके बावजूद प्रियंका वाड्रा मे मुख से अपनी सरकार के खिलाफ एक शब्द भी नहीं निकला।बेसब्र युवा प्रियंका के इंतजार में उत्तर प्रदेश तक में आंदोलनरत
खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को स्वीकारना पड़ा कि आरपीएससी परीक्षाओं के मामले में अपनी विश्वसनीयता खोता जा रहा है। राजस्थान में हालात यह हैं कि पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो जाता है। परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं आता फिर किसी घोटाले में रद्द हो जाता है। वहां से बचे तो गड़बड़ियों के चलते कोर्ट के चक्कर में फंस जाता है। दर्जनों भर्ती परीक्षाओं के लाखों युवाओं को सालों से नियुक्ति का इंतज़ार हैं। आखिर राज्य का युवा कब तक सब्र करे ? वह बेसब्र होकर ही प्रियंका के इंतजार में उत्तर प्रदेश तक में आंदोलनरत है। लेकिन प्रियंका को अपने सैर-सपाटे से फुरसत मिले, तब न बेरोजगार युवाओं का ध्यान आए !!

कड़ाके की सर्दी में रातभर तड़पने के लिए मजबूर कर दिया

इस तस्वीर को देखिए, ये तस्वीरें पत्थरदिल कांग्रेस नेताओं की हकीकत बयां कर रही है, सर्द रात में , खुले आसमान के नीचे नौकरी के लिए रात गुजारने को मजबूर इन छात्र-छात्राओं को उनके माता-पिता ने बड़ी ही कठिनाइयों से पाल पोस कर बड़ा किया था। लेकिन कांग्रेस के बेरहम नेताओं ने इनकी एक छोटी सी मांग पूरा करने के बदले, इन्हें कड़ाके की सर्दी में रातभर तड़पने के लिए मजबूर कर दिया।

 

 

राजस्थान के छात्रों के आंदोलन को पचास दिन पूरे
राजस्थान के बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। गहलोत सरकार की शिकायत करने ये छात्र लखनऊ पहुंचे थे, ताकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात करते अपनी बात रख सकें। लेकिन छात्रों की समस्यायें और राजस्थान की गलहोत सरकार से बात कर उसे सुलझाने के बजाय, प्रियंका गांधी ने मुलाकात तक नहीं है। 

 

प्रियंका गांधी ने छात्रों से मुलाकात से मना किया, बदसलूकी की गई
लखनऊ पहुंचे राजस्थान के बेरोजगार छात्रों ने ठान लिया है कि इस बार गहलोत सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी या तो राजस्थान की गहलोत सरकार को उनकी मांगे माननी पड़ेगी नहीं तो अपनी मांगों को लेकर वे जान भी देने को तैयार हैं। और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी धरना जारी रहेगालखनऊ में अपनी 22 मागों के लेकर छात्रों ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था, लेकिन छात्रों की मांग सुनने के बदले उनके साथ बदसलूकी की गई।

राजस्थान के बेरोजगार छात्रों की मांगों के बारे में भी जान लीजिए

  • नर्सिंग भर्ती 2013 के वंचित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति 
  • प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 की चयन सूची जारी की जाए 
  • स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में कम किए 689 पदों को जोड़ा जाए
  • 689 पदों को जोड़ कर एक नई सूची जारी की जाए 
  • रीट शिक्षक भर्ती 2021 में 5000 पदों पर विशेष शिक्षकों के पद
  • रीट शिक्षक भर्ती 2021 में 31000 से बढ़ाकर 50000 किया जाए 
  • शिक्षक भर्ती 2012 मामले में सरकार कार्रवाई करे 
  • सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं के पक्ष में प्रार्थना पत्र दिया जाए 
  • रीट शिक्षक भर्ती 2018 को जल्द से जल्द पूरी की जाए l
  • पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 का नियुक्ति प्रक्रिया का कैलेंडर
  • टेक्निकल हेल्पर,पंचायतराज JEN, कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती
  • फर्स्ट ग्रेड और सेकंड ग्रेड के लिए 
  • पीटीआई भर्ती के 461पदों की संख्या बढ़ाकर 2000 पदों पर हो
  • 6 बेरोजगार अभ्यर्थियों के मुकदमे वापस ले जाए l
  • प्रतियोगी परीक्षा में गैर जमानती कानून का अध्यादेश 
  • चिकित्सा विभाग में नई भर्तियों की विज्ञप्तिया जारी की जाए
  • बाहरी राज्यों का कोटा कम कर प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता
  • प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र गृह जिले में हों
  • परीक्षा केंद्र सरकारी स्कूलों में हों और सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी 
  • प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में बायोमेट्रिक वीडियोग्राफी जरूरी हो

 

‘हठधर्मिता छोड़ छात्रों से बात करे गहलोत सरकार’

छात्रों की मांगों को लेकर राजस्थान सरकार की बेरूखी के बाद अब बीजेपी ने छात्रों के साथ कांग्रेस की बेरूखी का विरोध करते हुए कहा है कि राज्य सरकार को हठधर्मिता छोड़कर युवाओं की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।

रीट प्रकरण पर खानापूर्ति कर वाहवाही लूटना चाह रही सरकार

राजस्थान के बेरोजगारों का कहना है कि कांग्रेस ने उनसे वादाखिलाफी की है। यूपी में प्रियंका गांधी अपनी रैलियों में बेरोजगारों को रोजगार देने और सरकारी भर्ती करने सहित कई वादे कर रही है, लेकिन राजस्थान के बेरोजगार छात्र अब यूपी में कांग्रेस के वादों की पोल खोलने की तैयारी कर चुके हैं। वे कांग्रेस को राहुल गांधी के उस वादे की याद दिला रहे हैं, जो तीन साल पहले राज्य के युवाओं, महिलाओं और किसानों से किए थे, लेकिन अब इन वादों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया है। राजस्थान के बेरोजगारों का कहना है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार झूठ बोल कर बेरोजगारों का अनशन तुड़वाने में जुटी है। जबकि रीट भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के आरोपियों को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। छात्रों का आरोप है कि सरकार ने आनन-फानन में रीट का रिजल्ट जारी कर दिया। जबकि जिन लोगों तक फर्जी तरीके से पेपर पहुंचा था। उनकी मान्यता निरस्त कर उन्हें पकड़ा जाना चाहिए था। लेकिन सरकार इस पूरे प्रकरण पर खानापूर्ति कर वाहवाही लूटना चाह रही है। जिसे प्रदेश के बेरोजगार कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

 

वाहवाही लूटना चाह रही कांग्रेस सरकार, छात्रों से बात करे गहलोत सरकार, बेरोजगार उत्तर प्रदेश तक में आंदोलनरत, भर्ती परीक्षाओं में ‘फेल’ होने में पीएचडी, 

 

Leave a Reply