राफेल डील पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किसी भी तरह घेरने की कोशिश कांग्रेस पर उल्टी पड़ रही है। कांग्रेस नेता एक के बाद एक झूठ बोल रहे हैं लेकिन उनका झूठ तुरंत पकड़ में आ रहा है। आज भी कांग्रेस नेताओं ने एक नया झूठ परोसा कि गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत प्रतापसिंह राणे का एक ऑडियो टेप लीक हुआ है जिसमें राणे ये आरोप लगा रहे हैं कि राफेल डील की सभी फाइलें मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में हैं। इसलिए कोई भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।’ कांग्रेस के मुताबिक टेप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत पी. राणे के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ कथित बातचीत की रिकॉर्डिंग है. इसमें कथित रूप से राणे एक व्यक्ति को ये बता रहे हैं कि राफेल से संबंधित दस्तावेज मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में, उनके फ्लैट में हैं. इस पर सुरजेवाला ने कहा, ‘पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने राफेल के रहस्य का रहस्योद्घाटन किया है।’
लीक ऑडियो में सुनिए : गोवा की भाजपा सरकार के मंत्री @visrane ने बातचीत में खुलासा किया कि गोवा के मुख्यमंत्री @manoharparrikar के पास #RafaleScam से जुड़े राज मौजूद हैं, इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।#RafaleAudioLeak pic.twitter.com/LE9wyyNIeO
— Congress (@INCIndia) January 2, 2019
लेकिन ये आरोप लगाकर कांग्रेस खुद ही घिर गई। सुरजेवाला ने जो आरोप लगाए और जिस तरह के दावे किये। खुद राहुल गांधी ने सुरजेवाला से अलग दावे किये और सुरजेवाला की किरकिरी हो गई।
इसके बाद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और खुद विश्वजीत प्रतापसिंह राणे ने ये साफ कर दिया कि ना तो इस ऑडियो में उनकी आवाज है और ना कैबिनेट की मीटिंग में इस तरह की कोई चर्चा ही हुई है।
The audio clip released by the congress party is a desperate attempt to fabricate facts after their lies were exposed by the recent Supreme Court verdict on Rafale. No such discussion ever came up during Cabinet or any other meeting.
— Manohar Parrikar (@manoharparrikar) January 2, 2019
Goa Min Vishwajit P Rane: The audio tape is doctored. Congress has stooped to such a low level to doctor a tape to create miscommunication b/w cabinet&CM. Mr Parrikar has never made any reference to Rafale or any documents. Have asked him for a criminal investigation into this. pic.twitter.com/pEA6L1SiTx
— ANI (@ANI) January 2, 2019
Goa Minister Vishwajit P Rane has written to BJP President Amit Shah in regard with audio circulated by Congress on Rafale, states, “This is a doctored audio & I have never had any discussion on this subject with anyone.” pic.twitter.com/0owurvt6nW
— ANI (@ANI) January 2, 2019
कांग्रेस के कथित लीक पर गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत प्रतापसिंह राणे का बयान
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई को दिये इंटरव्यू में कहा था कि कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील की सभी चीजे सामने निकालकर रख दी है। दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका है। कांग्रेस जो आरोप लगा रही है, उसे साबित करें। उन्हें बार-बार बोलने की बीमारी है, तो मुझे बार-बार बोलने की जरूरत है क्या? उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से हमेशा डिफेंस डील विवादित क्यों रहा है? ‘
इसके पहले दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने भी विस्तार से राफेल डील की बारीकियों और राहुल गांधी के आरोपों की जानकारी दी थी।
राफेल डील को लेकर राहुल गांधी लगातार झूठ बोलते रहे हैं, हालांकि उनके इस झूठ को डसॉल्ट कंपनी के CEO एरिक ट्रेपियर ने Expose कर दिया। उन्होंने कहा कि राफेल डील में पूरी पारदर्शिता है और यह दो देशों की सरकारों के बीच हुआ है। दरअसल राफेल डील पर राहुल गांधी एंड कंपनी लगातार दुष्प्रचार कर रही है। हालांकि वह अपनी इस साजिश में खुद ही Expose भी हो रही है। आइये एक नजर डालते हैं राहुल गांधी के ऐसे ही 8 झूठ, और जानते हैं कि कैसे वह Expose भी हो हैं।
पहला झूठ
फ्रेंच मीडिया हाउस की रिपोर्ट को ट्विस्ट किया। डसॉल्ट के CEO ने इसे खारिज कर दिया।
दूसरा झूठ
सुप्रीम कोर्ट पर राफेल डील पर दबाव बनाया। कोर्ट ने साफ कहा कि राफेल की कीमत नहीं जाननी।
तीसरा झूठ
डिफेंस मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के ट्रांसफर पर राहुल ने झूठ बोला, जबकि वह ट्रेनिंग के लिए गए थे।
चौथा झूठ
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के ओलांद के नाम पर झूठ फैलाने की कोशिश, ओलांद ने ही उस झूठ को एक्सपोज कर दिया।
पांचवां झूठ
ओलांद का नाम लेकर कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के बारे में अपशब्द कहे, हालांकि ओलांद ने इसका खंडन किया।
छठा झूठ
राहुल गांधी ने संसद में कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति से मिले थे। फ्रांस की सरकार ने इसका खुद खंडन किया।
सातवां झूठ
राहुल गांधी राफेल के अलग-अलग दाम बताते हैं, जबकि मोदी सरकार ने फुली लोडेड राफेल डील की है।
आठवां झूठ
राहुल ने कहा कैबिनेट कमिटी ऑन डिफेंस को लूप में नहीं लिया, जबकि अगस्त 2016 को CCS ने खरीद को मंजूरी दी।