कांग्रेस की माने तो देश में एक तरह से राजतंत्र चल रहा है। राजा और उसके परिवार के शान में कोई भी गुस्ताखी कांग्रेसियों के लिए नागवार गुजरता है। वे हर उस आदमी के पीछे पड़ जाते हैं, जो गांधी पारिवार की राजशाही को चुनौती देता है। अब कांग्रेसियों के निशाने पर टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह है, जिन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। उनका गुनाह बस इतना है कि उन्होंने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने के मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया था।
It feels great to win a medal after so many years. The last medal we won was before my birth… The govt has taken right decision by renaming the ‘Khel Ratna’ award after Major Dhyan Chand: Indian Men’s Hockey Captain Manpreet Singh on winning bronze at #Tokyo2020 Olympics pic.twitter.com/4O5zdftRcx
— ANI (@ANI) August 10, 2021
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने से कांग्रेसी काफी दुखित है। वे अपनी भड़ास सोशल मीडिया के जरिए हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह पर निकाल रहे हैं। वे मनप्रीत सिंह को ट्रोल कर बता रहे हैं कि मोदी सरकार के फैसले का समर्थन कर उन्होंने बड़ी गुस्ताखी की है। कांग्रेस की प्रवक्ता डॉ शमा मोहम्मद ने ट्विटर पर कहा, “क्या हमारे पुरुष हॉकी कप्तान इस तथ्य से अनजान हैं कि यह राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार था, न कि केवल खेल रत्न पुरस्कार!”
Is our Men’s hockey Captain ignorant of the fact that it was Rajiv Gandhi khel Ratna Award & not just “Khel Ratna”
Award ! https://t.co/FoPauqQgeh— Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) August 10, 2021
वहीं सुमंत रमन भी कांग्रेस की पीड़ा से पीड़ित नजर आ रहे हैं। उन्होंने मनप्रीत सिंह के बयान पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मनप्रीत सिंह को नसीहत देते हुए ट्वीट किया है कि ऐसे विवादित मुद्दे पर बयान देने की क्या जरूरत थी ?
Why is he commenting on a controversial issue? https://t.co/oPcDzki7Fb
— Sumanth Raman (@sumanthraman) August 10, 2021
इससे पहले कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम ने हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह को लेकर फेक न्यूज फैलायी थी। “विद आरजी” नाम के एक फेसबुक हैंडल पर पोस्ट किया गया था – “हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने मोदी सरकार से तब तक पुरस्कार राशि लेने से इनकार कर दिया जब तक कि 3-ब्लैक कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते।”
जब इस पोस्ट की पड़ताल की गई तो यह फर्जी निकली। मनप्रीत सिंह ने लगातार न केवल प्रधानमंत्री मोदी को बल्कि भाजपा को भी उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है। 5 अगस्त को जब हॉकी टीम ने मेडल जीता तो प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया और मनप्रीत सिंह की तारीफ की। इस पर हॉकी टीम कप्तान ने रिप्लाई देते हुए 6 अगस्त को लिखा, “आपके प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर, मुझे और टीम को आपका कभी न खत्म होने वाला समर्थन मिला – यह अंत नहीं है, हम देश को और ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए मेहनत करेंगे।”
Thank you so much sir for your encouragement, never ending support for me and the team – this is not the last, we will work harder to bring more Laurel for the nation! Jai Hind ???? https://t.co/uyCatglhry
— Manpreet Singh (@manpreetpawar07) August 6, 2021
गौरतलब है कि लोगों की मांग पर मोदी सरकार ने 6 अगस्त 2021 को खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले देश के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम बदलकर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया। अबतक यह पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ के नाम से जाना जाता था। अब प्रधानमंत्री मोदी के इस दांव पर कांग्रेस को न खुलकर तारीफ ही करते बन रहा है, न आलोचना करते ही। ऐसे में कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक अपने गुस्से को दूसरों पर जाहिर कर रहे हैं।