प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी बरकरार है। गुजरात के 182 सीटों में से सरकार बनाने के लिए जादूई आंकड़े 92 को आसानी से पार करते हुए 99 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की। गुजरात में भाजपा की यह लगातार छठी जीत है। हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों का नतीजा भी आ गया है। यहां दो-तिहाई के आंकड़े को छूते हुए 44 सीट पर भाजपा को जीत मिली।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया।
I bow to the people of Gujarat and Himachal Pradesh for their affection and trust in BJP. I assure them that we will leave no stone unturned in furthering the development journey of these states and serve the people tirelessly.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2017
बाद में, शाम को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया और मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर देश की एकजुटता और विकास के लिए काम करने का आह्वान किया।
आम चुनाव के साढ़े तीन साल बाद भी देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता की लहर कायम है। उसी का परिणाम है कि चुनाव दर चुनाव भारतीय जनता पार्टी अपने विरोधी पार्टियों को पीछे छोड़ रही है। पिछले चुनाव परिणामों की एक झलक –
महाराष्ट्र में 7 अक्टूबर, 2017 को हुए विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी महाराष्ट्र और पश्चिमी महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत चुनाव के परिणाम आए थे। इसमें बीजेपी ने लगभग 50% सीटों पर कब्जा जमा लिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बड़ी जीत पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बधाई दी थी और इसके लिए महाराष्ट्र की जनता का शुक्रिया अदा किया था।
I thank people of Maharashtra for the impressive win of BJP in Gram Panchayat polls across the state. महाराष्ट्रतील जनतेचे मन:पुर्वक आभार.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2017
Wonderful victory of @BJP4Maharashtra in rural areas shows the unwavering support of the farmers, youth & poor for BJP’s development agenda.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2017
I congratulate @BJP4Maharashtra, @Dev_Fadnavis and @raosahebdanve for the impressive performance in Gram Panchayat polls across the state.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2017
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री और राज्य सरकार के विकास के एजेंडे में भरोसा जताया है।
Thank you Hon @narendramodi ji!
It is the victory of people’s faith on your strong leadership &vision of taking development to the last man. https://t.co/rbKuOm8VGy— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) October 10, 2017
मीरा-भायंदर महानगर पालिका भाजपामय
पंचायत चुनाव से पहले मीरा-भायंदर महानगर पालिका के चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना और कांग्रेस को बहुत पीछे छोड़ दिया था। चुनाव में बीजेपी 61 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। चुनाव परिणाम में बीजेपी को 61, शिवसेना को 22, कांग्रेस को 10 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एनसीपी का खाता भी नहीं खुला था।
केएएसी, असम चुनाव में भी भाजपा को भारी बहुमत
कार्बी आंग्लांग स्वायत्तशासी परिषद (केएएसी) चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से जीती थी। भाजपा को 26 सीटों में से 24 सीटों पर सफलता मिली। बाकी दो सीटों पर भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ने वाले आर टकबी और डी उफिंग मासलाई के खाते में गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। असम के पहाड़ी जिले कार्बी आंग्लांग के केएएसी चुनाव में कांग्रेस के साथ अगप और स्थानीय पार्टी एचएसडीसी का भी खाता नहीं खुला था।
एमसीडी में प्रचंड जीत
दिल्ली नगर निगम चुनाव (एमसीडी) में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली थी। बीजेपी को तीनों एमसीडी में बहुमत मिला था। दिल्ली नगर निगम की 270 सीटों में से बीजेपी को 184, आम आदमी पार्टी को 45, कांग्रेस को 30 और अन्य को 11 सीटों पर जीत मिली थी। चुनाव में कांग्रेस के 92 और आम आदमी पार्टी के 40 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
जम्मू कश्मीर के उच्च सदन में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी
जम्मू-कश्मीर विधान परिषद चुनावों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य विधानपरिषद के चुनाव परिणाम के अनुसार 34 सीटों वाले जम्मू-कश्मीर के उच्च सदन में बीजेपी 11 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई।
महाराष्ट्र के निकाय चुनावों में भाजपा की लहर
महाराष्ट्र में महानगरपालिकाओं और जिला परिषदों के लिए हुए चुनावों में बीजेपी ने भारी जीत दर्ज की। बीएमसी की 227 सीटों में बीजेपी को 82 सीटें मिली। पुणे में बीजेपी को 74, नागपुर में 70, नासिक में 33, पिंपरी चिंचवाड़ में 70, इसी तरह उल्हासनगर में 34, सोलापुर में 49, अकोला में बीजेपी को 48 और अमरावती मे 45 सीटें मिली। 1514 जिला परिषद चुनाव में बीजेपी को 403, शिवसेना को 269, कांग्रेस को 300, एनसीपी को 344 सीटें मिली। महाराष्ट्र की चंद्रपुर और लातूर महानगरपालिका चुनावों में बीजेपी को भारी सफलता मिली। लातूर में पिछली बार बीजेपी को एक भी सीट नही मिली थी। इस बार 41 सीटों पर कामयाबी मिली। आजादी के बाद पहली बार यहां कांग्रेस को करारी हार मिली।
ओडिशा में भी जय-जयकार
ओडिशा में स्थानीय निकायों के चुनाव में भी बीजेपी ने परचम लहरा दिया। कोई खास जनाधार नहीं होने के बाद भी बीजेपी को यहां 270 सीटों का फायदा हुआ है। बीजेपी को यहां 2012 में 36 सीटें मिली थीं जो अब बढ़कर 306 हो गई हैं। बीजेपी यहां सत्ताधारी बीजू जनता दल के बाद दूसरे नंबर पर आई है। बीजेपी ने कांग्रेस को तीसरे नंबर पर धकेल दिया है।
चंडीगढ़ में बल्ले-बल्ले
नोटबंदी के बाद 18 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निकाय के चुनाव हुए। यहां भाजपा को जबर्दस्त बहुमत मिला। इस चुनाव में 26 में से 20 सीट भाजपा की झोली में गई जबकि सहयोगी पार्टी शिरोमणी अकाली दल को एक सीट मिला। कांग्रेस पार्टी का तो सूपड़ा ही साफ हो गया। वह मात्र 4 सीट पर सिमट गई। भाजपा का वोटिंग शेयर यहां 56 फीसदी हो गया है। चंडीगढ़ निकाय चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं की जमानत जब्त हो गई।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव में भाजपा अव्वल
महाराष्ट्र में पहली बार म्यूनिसिपल काउंसिल के अध्यक्ष पद के लिए डायरेक्ट चुनाव हुए। इसमें बीजेपी को 51 सीटें मिलीं जो कि कांग्रेस, एनसीपी या शिवसेना से दोगुनी है। शिवसेना को 25 और कांग्रेस को महज 23 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। यानी 2011 में जो पार्टी चौथे नंबर पर थी, वो नोटबंदी के फैसले के बाद 2016 में पहले नंबर पर आ गई, वो भी ग्रामीण इलाके में।
गुजरात के निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत
गुजरात में हुए स्थानीय चुनावों में तो बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया था। यहां के स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस से 35 सीटें छीन लीं थीं। 126 में से 109 सीटें जीती। वापी नगरपालिका, राजकोट, सूरत-कनकपुर-कंसाड में जो चुनाव हुए, उसमें बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
उपचुनाव में जीत
प्रधानमंत्री मोदी के जलवे के चलते पंजाब और गोवा के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में भी जोरदार झटका लगा। दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव में भाजपा-अकाली गठबंधन के उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने जीत दर्ज की। इस सीट पर कांग्रेस दूसरे और आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही है और उसकी जमानत तक जब्त हो गई।
असम- नोटबंदी के बाद लखीमपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए। यहां से भाजपा प्रत्याशी प्रधान बरुआ को जीत मिली। बैथालांगसो विधानसभा सीट पर भाजपा के ही मानसिंह रोंगपी ने जीत हासिल की।
मध्य प्रदेश- मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट और नेपानगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। शहडोल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी ज्ञान सिंह और नेपानगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मंजू दादू ने जीत दर्ज की।
अरुणाचल प्रदेश- नोटबंदी के बाद अरुणाचल प्रदेश में भी भाजपा की लहर देखने को मिली। भाजपा प्रत्याशी देसिंगू पुल को हायूलियांग विधानसभा सीट से जीत मिली।
त्रिपुरा- यहां उपचुनाव के बाद भाजपा का वोट शेयर 1% से बढ़कर पूरे 21% तक पहुंच गया है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर 41% से घट कर मात्र 2% हो गया है।
पश्चिम बंगाल- नोटबंदी के बाद पश्चिम बंगाल के कूचबिहार और तामलुक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए। कूचबिहार लोकसभा सीट पर भाजपा का वोट शेयर 16.4 से बढ़कर 28.5 फीसदी हो गया। वहीं तामलुक लोकसभा सीट पर भाजपा का वोट शेयर 6.4 से बढ़कर 15.25 फीसदी तक पहुंच गया। दोनों लोकसभा सीट पर भाजपा तृणमूल कांग्रेस के सामने खतरा बनकर उभरी है।
नोटबंदी के फैसले के बाद ज्यादातर नतीजे बीजेपी के पक्ष में गए हैं। सारे परिणाम उत्साहवर्धक रहे हैं। ये सारे परिणाम पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले पर जनता की सहमति का मुहर है।