प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज में प्रत्येक दिन नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी, आज वो भी मुमकिन हो रहा है। सोमवार (27 सितंबर, 2021) को पुडुचेरी में एक नया इतिहास रचा गया, जहां बीजेपी उम्मीदवार सेल्वागणपति राज्यसभा की एकमात्र सीट पर निर्विरोध निर्वाचित हुए। यहां से मौजूदा राज्यसभा सदस्य एन गोकुलकृष्णन का कार्यकाल 6 अक्टूबर को खत्म हो रहा था और चार अक्टूबर को यहां चुनाव होने थे। लेकिन सेल्वागणपति को पहले ही विजेता घोषित कर दिया गया, क्योंकि सिर्फ उनका नामांकन ही सही पाया गया जबकि पांच अन्य उम्मीदवारों के नामांकन खारिज कर दिए गए थे। यह पहला मौका है जब पुडुचेरी से बीजेपी का कोई सदस्य राज्यसभा पहुंचा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “यह प्रत्येक बीजेपी कार्यकर्ता के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारी पार्टी को श्री एस सेल्वागणपति जी के रूप में पुडुचेरी से पहला राज्यसभा सांसद मिला है। पुडुचेरी के लोगों ने हम पर जो भरोसा जताया है, उसके आगे हम नतमस्तक हैं। हम पुडुचेरी की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे।” गौरतलब है कि सेल्वागणपति 1962 के बाद से पुडुचेरी से चुने गए 10वें राज्यसभा सांसद हैं। वह शिक्षाविद् होने के अलावा स्कूल और टीचर्स कॉलेज भी चलाते हैं। सेल्वागणपति पहले पुडुचेरी विधानसभा में विधायक चुने गए थे और अभी बीजेपी की लोकल यूनिट में कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
It is a matter of immense pride for every BJP Karyakarta that our Party has got it’s first ever Rajya Sabha MP from Puducherry in Shri S. Selvaganabathy Ji. The trust placed in us by the people of Puducherry is humbling. We will keep working for Puducherry’s progress.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2021
दक्षिण भारत में मजबूत होती बीजेपी
छोटे से केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में एआईएनआरसी-बीजेपी गठबंधन सत्ता में है। प्रदेश की सत्ता में आने के बाद राज्यसभा चुनाव में मिली सफलता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही बीजेपी काफी उत्साहित है। क्योंकि दक्षिण भारत में काफी समय से पैर जमाने की कोशिश कर रही बीजेपी के लिए यह सफलता काफी अहम है। मोदी सरकार इस केंद्र शासित प्रदेश में रोजगार पैदा करने, लोगों के जीवनस्तर को ऊपर उठाने और बुनियादी सुविधाओं के विकास पर फोकस कर रही है। इसका असर पड़ोसी राज्य तमिलनाडु पर भी होगा, जहां बीजेपी अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। यहां पर अभी पूरी राजनीति द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच ही सिमटी है।