दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का राष्ट्रविरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आ गया है। दरअसल, 74वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न के बीच लाल किले की प्राचीर से भाषण के बाद जब पीएम मोदी ने हाथ उठाकर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए तो अरविंद केजरीवाल चुपचाप बैठे रहे जबकि हालांकि उनके आसपास बैठे सभी लोग हाथ उठाकर नारे लगा रहे थे।
आपको बता दूं कि 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले पर हर साल की तरह इस साल भी कार्यक्रम का आयोजन किया था। भाषण खत्म के बाद पहले पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों से अपील की कि वे दोनों हाथ उठाकर ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाएं। इस दौरान वहां मौजूद सभी लोग अपने हाथ उठाकर नारे लगाने लगे लेकिन ‘वंदे मातरम’ के नारे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल अपनी जगह पर चुपचाप बैठे रहे। केजरीवाल के इस व्यवहार पर उनके पुराने सहयोगी कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कटाक्ष किया है।
“हम जो हालात से मुख़ातिब है,
हम तेरी जात से मुख़ातिब है !
तू ‘सियासत’ से मुख़ातिब है मगर,
हम तो ‘जज़्बात से मुख़ातिब हैं..!”?
#IndependenceDayIndia2020 pic.twitter.com/t5sXbpBlyL— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 15, 2020
उधर, दिल्ली बीजेपी ने भी इसकी निंदा की है। पार्टी के प्रवक्ता प्रवक्ता तेंजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर लिखा कि, “अरविंद केजरीवाल! वन्दे मातरम का सम्मान करने से आपका वोट बैंक नाराज हो जाएगा? बाटला आतंकवादियों के लिए तो आपके हाथ बड़ी जल्दी खड़े हुए थे, सेना से सबूत मांगने के लिए तो आपके हाथ बड़ी जल्दी खड़े हुए थे, तो आज कौन सी बीमारी हो गई आपको, जो वन्देमातरम पर आपने हाथ खड़े करने से मना कर दिया?’
. @ArvindKejriwal वन्दे मातरम का सम्मान करने से आपका वोट बैंक नाराज हो जाएगा?बाटला आतंकवादियो के लिए तो आपके हाथ बड़ी जल्दी खड़े हुए थे,सेना से सबूत मांगने के लिए तो आपके हाथ बड़ी जल्दी खड़े हुए थे,तो आज कौन सी बीमारी हो गई आपको जो वन्देमातरम पर आपने हाथ खड़े करने से मना कर दिया pic.twitter.com/aIokCMXpjE
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) August 15, 2020