जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर शनिवार को संसद में सर्वदलीय बैठक हुई। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी दलों ने सरकार को समर्थन की बात कही। बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि सैन्य बलों का मनोबल ऊंचा है और सैन्यकर्मियों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपना संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सैन्य बलों को आतंकियों और सरपरस्तों पर कार्रवाई करने की खुली छूट दी है। सरकार ने शुरू से ही आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी है। 14 फरवरी को हुआ कायरतापूर्ण हमला आतंकियों की निराशा को दिखाता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केन्द्र, शहीदों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, ‘हम राज्यों से अपील करते हैं कि वे भी परिवारों को अधिकतम संभव सहायता प्रदान करें।’
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर शनिवार को संसद में हुई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है। सभी दलों ने सरकार को समर्थन की बात कही।
हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए 14 फरवरी, 2019 की कायरतापूर्ण आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इस आतंकी घटना में सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गए। हम अपने समस्त देशवासियों के साथ दुःख की इस घड़ी में उनके परिवारों के साथ खड़े हैं।
हम आतंकवाद के सभी रूपों तथा सीमा-पार से आतंकवाद को दिए जा रहे समर्थन की भर्त्सना करते हैं।
भारत पिछले तीन दशकों से सीमा-पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। हाल के वर्षों में भारत में आतंकवाद को सीमा-पार की ताकतों द्वारा सक्रिय रूप से समर्थन दिया जाता रहा है। भारत ने इन चुनौतियों से निपटने में सुदृढ़ता और लचीलापन दोनों का ही प्रदर्शन किया है। समूचे राष्ट्र ने एक स्वर में इन चुनौतियों से निपटने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। आज, हम सब मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करने और भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करने के लिए अपने सुरक्षाबलों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।