पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। यह फैसला शुक्रवार को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक में किया गया। बैठक में हमले के बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गयी और इस बारे में आगे की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया गया। प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, एनएसए अजीत डोवाल, खुफिया विभाग के उच्च अधिकारियों के अलावा तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी शामिल हुए। जम्मू कश्मीर के पुलवामा के अवंतिपोरा में हुए आतंकी हमले को लेकर बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया गया।
बैठक के बाद अरुण जेटली ने कहा कि हमले की पूरी जानकारी मांगी गई है। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया है। विदेश मंत्रालय यह प्रयास करेगा कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग करने के सभी कूटनीतिक तरीके आजमाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि हमले के जिम्मेदार और समर्थकों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। सुरक्षाबल सुरक्षा के पूरे कदम उठाएगी।
Most Favoured Nation status to Pak stands withdrawn
MEA will engage with international community to ensure that convention on international terrorism is adopted
Security forces will ensure those responsible for this heinous attack pay a heavy price: Union Minister @arunjaitley pic.twitter.com/4IX7NrUvC4
— PIB India (@PIB_India) February 15, 2019
बैठक में यह भी तय किया गया कि आतंकियों के खिलाफ जवाबी करवाई के अलावा पुलवामा आतंकी हमले पर मोदी सरकार डोजियर तैयार करेगी जिसमे ये सबूत होंगे कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। बैठक में शहीद जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई।