सोशल मीडिया पर बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। माना तो यह भी जा रहा है कि बिहार में शराब कांड से ध्यान हटाने के लिए लालू यादव के करीबी नेता का यह बयान सामने आया है। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने चौंकाने वाले बयान में कहा है कि देश अब मुसलमानों के लिए सुरक्षित नहीं है। तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मेरा एक बेटा और एक बेटी है। बेटा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है। बेटी लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से पासआउट है। देश का जो माहौल है, ऐसे में हमने अपने बेटा-बेटी को कहा कि उधर ही नौकरी कर लो। अगर नागरिकता भी मिले तो ले लेना। अब इंडिया में माहौल नहीं रह गया है। तुम लोग झेल पाओगे। देखिए वीडियो-
अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर लोगों को कहना है कि बेटा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है, बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ी हैं, लेकिन बिहार के गरीब मुसलमानों के बच्चों की पढ़ाई के लिए इन्होंने क्या किया? विदेश में पढ़े बच्चे वहां नौकरी कर ले, बस जाए उसमें क्या नई बात है। लेकिन इन्हें तो अपनी राजनीति करनी है। एक बार सांसद और सात बार विधायक रहे अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर लोग फटकार लगा रहे हैं।
बिहार RJD नेता “अब्दुल बारी सिद्दीकी” का कहना है, कि अब “भारत” रहने लायक नहीं रहा… कोई नहीं पाकिस्तान चले जाओ टिकट की व्यवस्था मैं करा देता हूं…https://t.co/WS1spieisW pic.twitter.com/PjEfiQmx7c
— Brijesh Rai (@BrijeshRai4bjp) December 23, 2022
ये हैं वरिष्ठ राजद नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल सिद्दीकी जो कह रहे हैं कि देश में माहौल ठीक नहीं है। अपने बेटे- बेटी से कह रहे हैं कि दूसरे देश की नागरिकता ले लो। ऐसे देश विरोधी बयान के लिए इन्हें माफी मांगनी चाहिए या इन्हें भी दूसरे देश की नागरिकता ले लेनी चाहिए।
@bjp@BJP4Bihar pic.twitter.com/byFprf5t3n— Ramsurat Rai (@RamsuratRai) December 22, 2022
इनका बेटा इंग्लैंड में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ी हैं। अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे नेताओं का काम है गरीब मुसलमानों के नाम पर अपनी राजनीति चमकाओ, अपने बेटे-बेटियों को विदेश में पढ़ाओ, देश का माहौल खराब बताओ और मुसलमानों को बरगलाओ।
— Ramsurat Rai (@RamsuratRai) December 22, 2022
‘भारत में अब रहने लायक़ माहौल नहीं रह गया है’ : RJD नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी
बताइए लालू राज में MY समीकरण में #बिहार के मुसलमानों को बरगलाने वाले,मंत्री बनकर छक छक के मलाई खाने वाले को भारत रहने लायक नहीं लग रहा
किसने रोका है आपको,जाइए पाकिस्तान का दरवाजा खटखटाइए और चले जाइए pic.twitter.com/aa0B17HDTJ
— Rahul Jha (@JhaRahul_Bihar) December 22, 2022
जिस देश ने इन्हें पद, पहचान, पैसा और प्रतिष्ठा दी उसी देश में माहौल ठीक नहीं लग रहा है इन्हें। तो फिर अब्दुल बारी सिद्दीकी जी जिस देश में माहौल ठीक है उस देश में चले जाइये। जाने का खर्च मैं दे दूंगा। और हां जिस देश में माहौल ठीक नहीं लग रहा है, उस देश में वोट मत मांगिएगा
— AmarJyoti Tiwari (@AMARJYO98965977) December 23, 2022
ऐसा माहौल नहीं बन पाये, इसकी जिम्मेदार आपकी ही थी “मुस्लिमों के लीडर सहाब”
हम इस भरोसे आपको वोट देते आए के कल हमारा बेहतर होगा अब अपने बच्चों को बाहर की नागरिकता दिला रहे हैं?
निकम्मे निकले आप, थु है आप पर।
— Nadim (@IMSyedNadim) December 22, 2022
RJD leaders Abdul Bari Siddiqui is enjoying privileges as a citizen & political leader but spitting venom against #India.
Siddiqui has send his son & daughter abroad to study but playing victim card to provoke muslims here n survive in politics. @blsanthosh @byadavbjp @BJP4India pic.twitter.com/YIoJuNuZGE
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) December 23, 2022
RJD MP Abdul Bari Siddiqui’s assets as per his election affidavit is 2 crores. His son studies in Harvard. His daughter at London School of Economics. He enjoys tremendous power as elected MP from ruling party in Bihar. And he is still shamelessly playing the victim card. pic.twitter.com/61NrdLiC4q
— Amit Thadhani (@amitsurg) December 22, 2022
Meet Abdul Bari Siddiqui. 7 times MLA, he has enjoyed the privilege of being Bihar’s Finance Minister, Chairman of Bihar Cricket Association & Bihar Badminton Association. His daughter is studying at the prestigious London School of Economics. But he says “INDIA IS UNLIVABLE”!!! pic.twitter.com/xKLDR5qNYN
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) December 23, 2022