प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश के हर व्यक्ति को टीका लगाने का प्रयास कर रही हैं। देश में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के तहत कोरोना टीके की दी जा चुकी खुराक की संख्या 23.61 करोड़ के पार हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में देश के सभी लोगों को मुफ्त टीकाकरण की बात कही है। इस सबके बाद भी कुछ कांग्रेस समर्थित राज्य टीके को लेकर हो-हल्ला कर रहे हैं और कमी का रोना रो रहे हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन राज्यों में कोरोना टीके की लाखों खुराकें बर्बाद हो चुकी हैं। राजस्थान में कोरोना टीके को कचरे में फेंकने और गड्डे में गाड़ने के बाद अब अब फ्रीज में जमाकर टीके बर्बाद करने का मामला सामने आया है। दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार राज्य के रघुनाथपुरा पीएचसी में कोरोना वैक्सीन की 50 वायल, यानी 500 डोज को फ्रिज में जमा कर बर्बाद कर दिए गए। फ्रिज में तापमान 2-8 डिग्री सेल्सियस तक रहना चाहिए, लेकिन इसका ध्यान नहीं रखा गया।
राजस्थान का वैक्सीनेशन मॉडल
कोरोना वैक्सीन के टीके को कचरे में फेंकने और गड्ढे में गाढ़ने के बाद अब फ्रीज में जमाकर बर्बाद किया जा रहा है। एक भी वैक्सीन की बर्बादी किसी को सुरक्षा कवच से वंचित करना है।वैक्सीन को लेकर सरकारी कुप्रबंधन फिर से सिद्ध हो गया है। #GehlotWastedVaccine pic.twitter.com/zis6uXNzLV
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) June 7, 2021
गहलोत का वैक्सीनेशन मॉडल
वैक्सीन को कचरे में फेंक दो….
वैक्सीन को गड्ढे में गाढ़ दो….
वैक्सीन को फ्रिज में जमा दो…..और चिल्लाते रहो…केंद्र सरकार ने ये नहीं दिया, केंद्र सरकार ने वो नहीं दिया ! #GehlotWastedVaccine pic.twitter.com/E7XNldzpiv
— Ramlal Sharma (@ramlalsharmabjp) June 7, 2021
अब डूंगरपुर से वैक्सीन ख़राब होने की खबर है।
इस बार 500 लोगों का सुरक्षा कवच बर्बाद किया गया है।
गहलोत जी और उनकी टीम वैक्सीन खराब कर कृत्रिम कमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कोरोना काल में हुई लापरवाही की जिम्मेदारी केंद्र पर डाली जा सके।#GehlotWastedVaccine #Rajasthan pic.twitter.com/FCxG7f2mWs— Dr. Sumesh Vijay (@SvijayDr) June 7, 2021
रिस रिस कर पाप बाहर आ रहे हैं कांग्रेस के ? pic.twitter.com/TfTeLNanvN
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) June 7, 2021
9 राज्यों ने इस्तेमाल ही नहीं की वैक्सीन की पूरी खेप
कुछ कांग्रेसी सरकारें टीकाकरण अभियान को पटरी से उतारने में लगी हुई हैं। आप को यह जानकर हैरानी होगी कि वैक्सीन पर हो-हल्ला मचाने वाली 9 राज्य की सरकारों ने केंद्र से मिली खेप का इस्तेमाल ही नहीं किया। इन कांग्रेसी और कांग्रेस समर्थित सरकारों ने सिर्फ कमी का रोना रोकर केंद्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश की।
इसके साथ ही केरल में 0.63 करोड़ वैक्सीन में से 0.34 करोड़ ही इस्तेमाल हुई। महाराष्ट्र ने 1.43 करोड़ खुराक में से केवल 0.62 करोड़ खुराक का ही इस्तेमाल किया जबकि दिल्ली ने 0.44 करोड़ में से 0.24 करोड़ को ही इस्तेमाल किया।
झारखंड में 37 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में 30 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद
इसके साथ ही कांग्रेसी राज्यों में कोरोना टीके की लाखों खुराकें बर्बाद हो चुकी हैं। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन के साढ़े 11 लाख डोज बर्बाद हो चुके हैं। हाल ही में कोरोना टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि वैक्सीन की बर्बादी करने वाले राज्यों में सबसे ऊपर झारखंड और छत्तीसगढ़ है। झारखंड में सबसे अधिक 37.3 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हुई है। इसके बाद छत्तीसगढ़ में 30.2 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हुई। वैक्सीन बर्बादी में तमिलनाडु तीसरे नंबर पर है। यहां 15.5 प्रतिशत टीकों की बर्बादी होती है।