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औरंगजेब को ‘हीरो’ बनाने लगा विपक्ष, अबू आजमी माफी ना मांगने पर अड़े, तरवेज ने पढ़े शान में कसीदे, मिला करारा जवाब

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ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘छावा’ में औरंगजेब के किरदार से ज्यादा सुर्खियों में विपक्ष ने असली औरंगजेब को ला दिया है। जिस औरंगजेब के लिए उसके पिता शाहजहां ने कहा था कि खुदा ऐसा बेटा किसी को ना दे…उसी की शान में समाजवादी पार्टी और विपक्ष के नेता कसीदे पढ़ रहे हैं। औरंगजेब को हीरो बनाने वाले समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी अपने बयान से मुकरने के बाद भी माफी ना मांगने की जिद पर अड़े हैं। इतना बवाल मचने के बाद भी वे औरंगजेब को सही ठहराने पर उतारू हैं और उसका समर्थन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव करने में लगे हैं। इस विरोध के बीच सूप तो सूप, चलनी भी बोलने लगी है। शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा ने कहा कि औरंगजेब को जिस हिसाब से पोर्ट्रे किया जा रहा है, वो वैसे नहीं थे। मैंने अपने वालिद से सुना और पुरानी किताबों में काफी पढ़ा है। औरंगजेब बुरे नहीं थे। उनके विपरीत चीजें दिखाई जा रही हैं। औरंगजेब को लेकर विपक्ष की इस घटिया वकालत का भाजपा नेताओं ने करारा जवाब दिया है। योगी आदित्यनाथ ने अबू आजमी का इलाज तक करने की बात कही है।

राहुल की औरंगजेब से तुलना पर भड़क गए सपा विधायक
महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी विधानसभा से बाहर निकल रहे थे तो चलते-चलते एक रिपोर्टर ने सवाल किया कि असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी की तुलना औरंगजेब से की है। अबू आजमी ने जवाब दिया, ‘मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता। जो लोग दावा कर रहे हैं कि छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच हिंदू-मुसलमान की लड़ाई थी, वे झूठ बोल रहे हैं।’ आजमी ने यह भी कहा कि ‘हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए हैं। छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ाई थी। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू और मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता।’ आजमी के बयान पर बवाल मचा और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तो अगले ही दिन अबू को कहना पड़ा, ‘मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। फिर भी मेरी बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी भी महापुरुष के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है।’

औरंगजेब की तारीफ कर कौन सी गलती की, जो माफी मांगू
सपा नेता के इस बयान से उठा विवाद महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश की विधानसभा तक गूंजा। अबू आजमी को धमकियां मिलने लगीं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने उन पर देशद्रोह का केस चलाने की मांग की। उत्तर प्रदेश से सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि अबू आजमी जैसे लोगों का इलाज यूपी में होगा। अबू आजमी ने अपना बयान तो वापस ले लिया, लेकिन औरंगजेब को हीरो बनाने पर माफी मांगने के बारे में जब उससे मीडिया ने पूछा तो उसके साफ जवाब दिया, ‘मैंने कौन सी गलती की है, मैं माफी क्यों मांगू।’ मैं आज भी इतिहास की इस बात पर कायम हूं कि औरंगजेब सेक्युलर था। उनके प्रशासन में 34% हिंदू थे। उम्मीद नहीं थी कि इसको इतना तूल दे दिया जाएगा। लोग मुझे गाली दे रहे हैं, मुझे विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया। मुझे फोन करके धमकियां दी जा रही हैं। इसलिए मैंने कहा कि मैं अपनी बात वापस लेता हूं। लेकिन मैंने माफी नहीं मांगी है।

यूपी से पहले इलाज को महाराष्ट्र सरकार ने ही कर दिया
महाराष्ट्र की राजनीति और संभाजी राजे को लेकर जैसी पवित्र भावना है, उसे हर कोई जानता है। इसके बावजूद औरंगजेब की तारीफ करना आ बैल मुझे मार वाली कहावत को ही चरितार्थ करना है। मीडिया ने जब अबू आजमी से यह पूछा कि योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अबू आजमी UP आएं, तो हम उनका इलाज कर देंगे। इस पर क्या कहेंगे? अबू आजमी ने कहा कि कौन सी ऐसी बात कह दी कि वो हमारा इलाज कर देंगे। यहां पर भी उन्हीं की सरकार है। इलाज तो इन्होंने मेरा यहीं पर कर ही दिया है। विधानसभा सत्र से सस्पेंड कर दिया। मेरे खिलाफ FIR दर्ज कर दी। सदन में डिप्टी चीफ मिनिस्टर कहते हैं कि मैं आतंकवादी हूं।

योगी बोले- शाहजहां ने कहा था औरंगजेब जैसा बेटा पैदा न हो
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा ये लोग (सपा) औरंगजेब को अपना आदर्श मान रहे हैं। उसे अपना हीरो बता रहे हैं। उसका पिता शाहजहां अपनी जीवनी में लिखता है- खुदा करे कि ऐसा कमबख्त किसी को पैदा न हो। उसने शाहजहां को आगरा के किले में कैद कर रखा था। एक-एक बूंद पानी के लिए तरसाया। जिसका आचरण औरंगजेब जैसा है, वही उस पर गौरव की अनुभूति करेगा। ये लोग भारत की आस्था पर प्रहार करने वाले क्रूर शासक औरंगजेब को अपना आदर्श मानते हैं। कोई मुसलमान भी अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता। भारत की आस्था को रौंदने वाले का महिमामंडन करने वाले सदस्य को सपा को बाहर निकाल देना चाहिए। उसे (अबू आजमी) यहां बुलाइए। उत्तर प्रदेश ऐसे लोगों का उपचार करने में देर नहीं करता।

अखिलेश ने आजमी का बचाव किया, निलंबन से सच पर लगाम नहीं
सपा विधायक के मन में औरंगजेब की महिमामंडन करने का साहस इसलिए पैदा हुआ, क्योंकि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का समर्थन उसको मिला है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा….जब आपन कुर्सी हिले तभए मन का आपा खोए…ऊ का औरन के इलाज करे जो खुदए बीमार होए। वहीं महाराष्ट्र विधानसभा से अबू आजमी के निलंबन पर अखिलेश ने लिखा- निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेखौफ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है।

तरबेज बोले, औरंगजेब इतना बुरा नहीं, शान में पढ़े कसीदे
औरंगजेब का मामला ज्यों-ज्यों तूल पकड़ता जा रहा है, कई बयान आने लगे हैं। एक ओर देश के अलग-अलग हिस्सों में अबू आजमी द्वारा दिए गए बयान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। पुतले जलाए जा रहे हैं। वहीं, औरंगजेब के चंद हितैषी इस पर समर्थन भी कर रहे हैं। अब इस मामले में शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा का बयान आया है। उन्होंने टीवी 9 भारतवर्ष से बात करते हुए कहा कि आधा सच पूरे झूठ से ज्यादा खतरनाक होता है। उनका कहना है कि औरंगजेब को जैसे दिखाया जा रहा है, वो इतना बुरा नहीं था। औरंगजेब पूरी तरह से गलत या बुरा था, वो इस बात का विरोध करते हैं। इसके बाद उन्होंने औरंगजेब की तारीफ में कसीदे पढ़े।

औरंगजेब पर मनगढ़ंत कहानी बनाकर अबू आजमी को विलेन बनाया
तबरेज राणा ने कहा कि औरंगजेब को जिस हिसाब से पोर्ट्रे किया जा रहा है, वो वैसे नहीं थे। मैंने अपने वालिद से सुना और पुरानी किताबों में काफी पढ़ा है, औरंगजेब बुरे नहीं थे। इसके विपरीत चीजें दिखाई जा रही हैं। तबरेज ने अनर्गल दावा किया औरंगजेब ने सिर्फ एक मंदिर तोड़ा है, वो भी इसलिए क्योंकि वहां गलत काम हो रहा था। औरंगजेब को इस मामले में जानकारी दी गई, इसलिए उसने वो मंदिर तुड़वाया। अपनी बात का समर्थन करते हुए तबरेज ने कहा कि उसके समय में मस्जिद भी तुड़वाई गई, पर इसका जिक्र किसी किताब में नहीं है। औरंगजेब हिंदुस्तानी थे, यहीं पैदा हुए और यहीं मरे हैं। मनगढ़ंत कहानी फैलाई जा रही है। मेरे पास किताबें हैं, ऐसी किताबें जिसमें सब सच लिखा है। जब अबू आजमी की सजा को लेकर उनसे सवाल किया गया तो वो बोले कि अबू आजमी साहब को विलेन बना दिया गया है। सजा का तो अदालत फैसला लेगी, लेकिन उन्हें विलेन बना दिया गया है। हम दबी कुचली कौम हैं, सिर्फ हमारे बयान सुनाई दे रहे हैं, दूसरे इतना कुछ कह देते हैं, किसी को दिक्कत नहीं होती।

औरंगजेब पर बयान के बाद क्या-क्या हुआ

  • अबू आजमी पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड – औरंगजेब की तारीफ करने पर अबू आजमी को पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। महाराष्ट्र का बजट सत्र 3 मार्च को शुरू हुआ और 26 मार्च को खत्म होगा। संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटील ने सदन में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि आजमी की टिप्पणी से सदन की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। इसलिए उनकी सदस्यता को बजट सत्र के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को सदन में पारित कर दिया।
  • मुंबई में केस दर्ज, तीन दिन थाने में पेश होना होगा – अबू आजमी के खिलाफ मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया। FIR में कहा गया है कि आजमी ने कहा भारत में सरकार चला रही पार्टी देश में मुसलमानों को खत्म करना चाहती है। इसलिए वे हिंदू और मुस्लिम धर्म के लोगों के बीच तनाव पैदा कर रहे हैं।’ FIR कराने वाले शिवसेना कार्यकर्ता किरण नकटी ने आरोप लगाया है कि आज़मी ने हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई और BJP को भी बदनाम किया है। इस केस में अबू आजमी को अग्रिम जमानत मिल गई है।

  • औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग, फडणवीस बोले- हम सब यही चाहते हैं छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और सातारा से BJP सांसद उदयनराजे भोंसले ने मांग की थी कि औरंगजेब की कब्र को ढहा दिया जाए। उन्होंने कहा कि एक JCB मशीन भेजकर कब्र को गिरा दो, वो एक चोर और लुटेरा था। औरंगजेब की कब्र पर जाकर श्रद्धांजलि देने वाले लोग उसका भविष्य हो सकते हैं। उन्हें उस कब्र को अपने घर ले जाना चाहिए, लेकिन औरंगजेब का महिमामंडन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
  • औरंगजेब की कब्र छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्दाबाद में है। 89 साल की उम्र में 3 मार्च, 1707 को औरंगजेब की मौत हो गई थी। औरंगजेब को दौलताबाद के पास खुल्दाबाद में सूफी संत शेख जैन-उद-दीन की कब्र के बगल में दफनाया गया था।

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