Home इतिहास के झरोखे में नरेन्द्र मोदी इतिहास के झरोखे में नरेन्द्र मोदी: 17 जुलाई

इतिहास के झरोखे में नरेन्द्र मोदी: 17 जुलाई

हर वक्त काम ही काम, हर पल राष्ट्र के नाम, यही है नमो की पहचान

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17 जुलाई, 2014 
ब्रिक्स सम्मेलन से लौटते समय एंजला मर्केल से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी BRICS SUMMIT से वापस लौटते समय फ्रैंकफर्ट में रुके और जर्मनी की चांसलर से बातचीत की, उन्होंने चुनावों में शानदार विजय के लिए एंजला मर्केल को बधाई दी और भारत आने का निमंत्रण दिया।

17 जुलाई, 2015
स्व गिरधारी लाल डोगरा की जन्म शताब्दी समारोह में संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू विश्वविद्यालय में स्वर्गीय गिरधारी लाल डोगरा की जन्मशती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। राजनीतिक छुआछूत के मत को दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की विरासत को विचारधारा के आधार पर नहीं बांटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि विगत के सभी राजनीतिक नेता हमारे आदर के पात्र हैं क्योंकि उन्होंने हमारे देश को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया है।

17 जुलाई, 2017
संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही में हिस्सा, राष्ट्रपति चुनाव में मतदान
पीएम मोदी कई मौकों पर अपनी सक्रियता और कुछ अलग हटकर काम से अक्सर लोगों को चौंका देते हैं। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान भी वोटिंग शुरू होने से 10 मिनट पहले ही मतदान केंद्र पर पीएम मोदी के पहुंचने पर, अधिकारी हैरान रह गए। पीएम मोदी वोटिंग टाइम शुरू होने का इंतजार करते रहे। हैरान अधिकारियों से मोदी ने कहा कि वे स्कूल भी टाइम से पहुंचते थे।

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