Home चार साल बेमिसाल पहली-पहली बार हुआ है… मोदी राज में 2018 की 10 रिकॉर्डतोड़ उपलब्धियां

पहली-पहली बार हुआ है… मोदी राज में 2018 की 10 रिकॉर्डतोड़ उपलब्धियां

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पीएम मोदी के सत्तासीन होने के बाद से ही विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों से दुनिया में भारत का नाम रोशन होता रहा है। वर्ष 2018 में भी यह सिलसिला जारी रहा। आइए, एक नजर डालते हैं, इस साल की उन उपलब्धियों पर जो पहली बार भारत को हासिल हुईं और जिन्होंने हर भारतवासी को दुनिया में गर्व से सिर ऊंचा करने का मौका दिया।

नाटो-देशों के बराबर का व्यापारिक साझेदार बनने वाला एशिया का पहला देश

पीएम मोदी के सत्ता संभालते ही लचर विदेश नीति के दिन लद गए। प्रधानमंत्री के कुशल और मजबूत नेतृत्व में भारत दुनिया भर में तेजी से उभरा। अमेरिका तक ने भारत का लोहा माना। यह संयोग नहीं है कि 2018 में अमेरिका ने पहली बार भारत के महत्व को बढ़ाते हुए नाटो और यूरोपीय देशों के बराबर व्यापारिक साझेदार बना दिया। ट्रंप प्रशासन ने सितंबर माह में भारत को स्‍ट्रैटेजिक ट्रेड अथॉ‍राइजेशन-1 यानी एसटीए-1 की लिस्‍ट में रखने का फैसला किया। 

देश में रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

पीएम मोदी की विदेश नीति और दुनिया के देशों से बेहतर संबंध बनाने के प्रयास का नतीजा यह हुआ कि भारत में पहली बार 60.8 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में जिन आर्थिक नीतियों को लागू किया गया है, उनकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था परवान चढ़ रही है। सिर्फ अर्थव्यवस्था ही मजबूत नहीं हो रही है, बल्कि देश का कारोबारी माहौल भी अच्छा हुआ है। 

पहली बार देश के सभी राज्य खाद्य सुरक्षा के दायरे में 

जनकल्याण के लिए परिश्रम कर रही मोदी सरकार ने इस साल भी जनता के हित में तेज गति से काम करना जारी रखा। देश के सभी 36 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में खाद्य सुरक्षा के दायरे को बढ़ा दिया गया, जिससे देश के करीब दो-तिहाई लोगों को खाद्य सुरक्षा मिली। 

आयकरदाताओं की रिकॉर्ड संख्या

नोटबंदी, जीएसटी और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के माध्यम से अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता लाने का परिणाम यह हुआ कि टैक्स देने वालों की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गई। जीएसटी लागू होने से पहले टैक्स देने वालों की संख्या जहां सिर्फ 65 लाख थी, वह एक साल के अंदर ही बढ़कर एक करोड़ से अधिक हो गई। इस साल देश में रिकॉर्ड संख्या में आयकर जमा किया गया। देश के इतिहास में रिकॉर्ड 7 करोड़ व्यक्तियों ने आयकर जमा किया।

पहली बार देश के किसी प्रधानमंत्री ने विश्व आर्थिक मंच को संबोधित किया

अब अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भी दुनिया भारत की आवाज सुनने लगी है। 23 जनवरी 2018 को दावोस के विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करने वाले पीएम मोदी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए। इसी साल पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया की संसद को भी संबोधित किया। इसके साथ ही, नेपाल के संसद को पहली बार संबोधित करने वाले वे पहले भारतीय पीएम बने।   

देश में रिकॉर्ड टीकाकरण

मोदी सरकार नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रही है। मिशन इंद्रधनुष के तहत शिशुओं और माताओं का संपूर्ण टीकाकरण कर इस दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया गया है।  

देश में पहली बार आर्थिक भगोड़ा कानून बना

देश के बैंकों का पैसा लेकर विदेश भाग गए लोगों को कानून के दायरे में लाने के लिए मोदी सरकार ने सख्त कदम उठाए। देश में पहली बार Fugitive Economic Offenders कानून बना। इसके तहत देश का धन लेकर बाहर भागने वाले नागरिकों की देश के अंदर की संपत्तियों को जब्त किया गया। इसके साथ ही, देश में पहली बार देश का धन लूटकर भागने वालों की हजारों करोड़ मूल्य की संपत्तियां जब्त हुईं। 

पीएम मोदी ने किया अबू धाबी में हिन्दू मंदिर का शिलान्यास

देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ। प्रधानमंत्री ने 11 फरवरी 2018 को यूएई की राजधानी अबू धाबी में पहले हिन्दू मंदिर के निर्माण का शिलान्यास किया। यह मंदिर वर्ष 2020 तक बनकर तैयार हो जाएगा, इसके लिए यूएई की सरकार ने 55,000 वर्गमीटर की जमीन दी।

देश में पहली बार 1 करोड़ से अधिक लोगों ने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ी

प्रधानमंत्री ने रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने के ‘गिव-इट-अप’ अभियान की शुरुआत जनवरी 2015 में की थी, जिसका प्रभाव यह हुआ कि वर्ष 2018 तक 1 करोड़ से अधिक लोगों ने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ दी। इतना ही नहीं, देश में पहली बार बुजुर्गों ने रेलवे टिकट में अपनी सब्सिडी छोड़ी। पीएम की अपील पर साढ़े सत्रह लाख से ज्यादा बुजुर्ग यात्रियों ने रियायती किराये पर रेल यात्रा की सुविधा का त्याग कर दिया। एलपीजी सब्सिडी के बाद सक्षम लोगों से सब्सिडी छुड़वाने में मिली यह दूसरी बड़ी कामयाबी है। 

एशियाई खेलों में अब तक की सबसे बड़ी सफलता 

भारत ने पहली बार एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक सहित कुल 69 मेडल हासिल किए। 18वें एशियाई खेलों में इस प्रदर्शन के साथ ही अपना सबसे ज्यादा पदकों का साल 2010 का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 

इस प्रतियोगिता में ही 15 वर्षीय विहान ने पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके साथ ही वह एशियाई खेलों में सबसे कम उम्र में पदक जीतने वाले भारतीय बन गए। वह निशानेबाजी की डबल ट्रैप में दूसरे स्थान पर रहे। 16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 

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