हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रही सरकार की काफी प्रशंसा की थी. उन्होंने कोरोना को हैंडल करने और पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए जिस उद्धव सरकार की प्रशंसा की थी उसी के राज में एक कोरोना पीड़ित दंपति को इलाज नहीं मिला। आखिर में उन्हें 65 हजार रुपये किराया देकर एंबुलेंस से सूरत जाना पड़ा जहां उन्हें उचित इलाज मिला। सूरत में 10 दिनों तक इलाज कराने के बाद आज वह कोरोना महामारी से उबर चुके हैं।
कोरोना महामारी को हैंडल करने में पूरी तरह विफल उद्धव सरकार की प्रशंसा सोनिया गांधी किस आधार पर कर रही है यह समझ से परे। जिस सरकार के अधीन नागपुर स्थित 198 अस्पताल कोरोना मरीज को भर्ती नहीं कर पाया हो उस सरकार की प्रशंसा कैसे की जा सकती है। लेकिन सोनिया गांधी ने किया है। इससे स्पष्ट है कि सोनिया गांधी किसी न किसी प्रकार महाराष्ट्र में उद्व की सरकार को बचाए रखना चाहती है ताकि उन्हें सत्ता का हिस्सा मिलता रहे और राज्यों में कांग्रेस सरकार की गिनती बनी रहे।