प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 साल पहले जब देश की बागडोर संभाली तो उन्होंने महसूस किया कि भारतीय युवाओं में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, अगर किसी बात की आवश्यकता है तो उस टैलेंट को एक दिशा देने की। इसके लिए उन्होंने देश की टैलेंटेड युवा शक्ति के कौशल विकास का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री मोदी की ये दूरदर्शी सोच रंग लाने लगी है। लाखों-लाख की तादाद में युवा अपने मनचाहे क्षेत्र में ट्रेनिंग लेकर देश की तरक्की के योगदान में जुट गए हैं, जिसपर आत्मनिर्भर न्यू इंडिया के निर्माण की नींव खड़ी हो रही है।
देश में उपलब्ध कौशल को उच्च गुणवत्ता वाले परिणाम में बदलने के लिए 2015 में पहली बार एक राष्ट्रीय नीति बनाई गई। सरकार ने इस क्षेत्र में पूरी तैयारी के साथ कदम बढ़ाना शुरू किया और उसी का नतीजा है कि देश की युवाशक्ति आज जिस क्षेत्र में भी जा रही है उस क्षेत्र का कायापलट होता जा रहा है। आइए एक नजर डालते हैं पिछले पांच सालों में मोदी सरकार ने कौशल विकास के लिए क्या कदम उठाया और उसे कितनी सफलता मिली…








कौशल विकास संस्थानों ने कोरोना के इस संकटकाल में 70 लाख से अधिक फेस मास्क का निर्माण किया है, ताकि ज़रूरतमंदों के बीच इनके वितरण को सुनिश्चित करने के साथ ही स्वस्थ्य राष्ट्र के संकल्प को गति दी जा सके।
कौशल विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा
- स्किल इंडिया मिशन के तहत 96,000 से अधिक लोगों को योग शिक्षक और प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया गया।
- देश के सभी हिस्सों में कौशल प्रशिक्षण की बेहतर पहुंच के लिए लेह में एक एनएसटीआई विस्तार केंद्र का शुभारम्भ किया गया।
- एमएसडीई ने 6 एनएसटीआई में प्रशिक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए रिलायंस जियो के साथ भागीदारी कायम की।
- देश में 6 जगहों पर रोजगार मेलों का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण के लिए 400 अभ्यर्थियों का चयन किया गया।
- 5 सितंबर, 2019 को कौशलाचार्य पुरस्कार, 2019 का आयोजन किया गया, जिसमें 53 प्रशिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
- 2019 में 30 युवा उद्यमियों और 6 संगठनों को राष्ट्रीय उद्यमशीलता पुरस्कार, 2019 से सम्मानित किया गया।
- स्किल साथी परामर्श कार्यक्रम के अंतर्गत 40 लाख विद्यार्थियों को परामर्श दिया गया।
- मोदी सरकार ने सरकारी विद्यालयों में 500 कौशल हब और प्रयोगशालाओं की स्थापना की योजना को भी अंतिम रूप दिया है।
- कौशल भारत फिलहाल 9100 से ज्यादा विद्यालयों के साथ जुड़ चुका है। अभी तक 7.5 लाख विद्यार्थियों को फायदा हुआ है।
- मुंबई में भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) की स्थापना की घोषणा की गई। जिसका दर्जा आईआईएम और आईआईटी जैसा होगा।
- रूस के कजान में आयोजित वर्ल्ड स्किल्स इंटरनेशनल, 2019 में भारत ने 63 देशों में 13वां स्थान हासिल किया।
- देश में जमीनी स्तर पर विभिन्न सुधारों और हर नागरिक को सशक्त बनाने के के लिए सभी जिलों में जिला कौशल समितियों का गठन किया गया है।
- सितंबर 2019 में भारतीय कौशल विकास सेवा के पहले बैच ने कर्नाटक में मैसूरु के प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की।
- आईएसडीएस केंद्र सरकार की सबसे नई सेवा है। 263 पदों के लिए नियुक्ति आईईएस परीक्षा के माध्यम से किए जाने का प्रावधान है।
- प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई मुद्रा योजना के कारण कौशल हासिल कर चुके युवा जॉब सीकर की जगह जॉब क्रिएटर बन रहे हैं।
- ‘मेक इन इंडिया’और ‘स्किल इंडिया’ जैसे मोदी सरकार के दो महत्वपूर्ण पहल को वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य कौशल मानकों के अनुरूप बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कौशल मानकों को भी लागू किया गया है।
- कौशल विकास से जुड़े ये मानक सभी 82 चिन्हित रोजगारों के मामले में ब्रिटिश बेंचमार्क के अनुरूप हैं।
- विश्वस्तरीय स्किल ट्रेनिंग के लिए दुनियाभर के संस्थानों के साथ समझौते किए गए हैं। जैसे कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC)और अमेरिका की वाधवानी ऑपरेटिंग फाउंडेशन (WOF) के बीच ये करार हुआ है।