“कभी-कभी तो मैं कहता हूं कि योगासन एक प्रकार से जीवन अनुशासन का भी अभिष्ठान बन जाता है। कभी-कभी लोग इसको समझने में उनकी क्षमता की कमी के कारण पूरी तरह समझ नहीं पाते हैं। कभी-कभी लोगों को लगता है कि योगा से क्या मिलेगा? ये पूरा विज्ञान लेने-पाने के लिए है ही नहीं। योग, क्या मिलेगा, इसके लिए नहीं है। योग, मैं क्या छोड़ पाऊंगा, मैं क्या दे पाऊंगा, मैं किन-किन चीजों से मुक्त हो पाऊंगा, ये मुक्ति का मार्ग है, पाने का मार्ग नहीं है”।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ के कैपिटल कॉम्पलेक्स में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21जून, 2016) पर सामूहिक योग किया। पेश है पीएम मोदी की योग करते हुए विभिन्न मुद्राएं।




