प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज झारखंड के साहिबगंज में गंगा पर बने भारत के दूसरे मल्टी-मोडल टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने रांची में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दोतरफा डिजिटल संचार प्रणाली के जरिए अत्याधुनिक टर्मिनल का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ही अप्रैल 2017 में आईडब्ल्यूएआई के साहिबगंज मल्टी-मोडल टर्मिनल की आधारशिला रखी थी, जिसका निर्माण लगभग दो वर्षों की रिकॉर्ड अवधि में 290 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। यह जल मार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के तहत गंगा नदी पर बनाए जा रहे तीन मल्टी-मोडल टर्मिनलों में से दूसरा टर्मिनल है। इससे पहले नवम्बर, 2018 में प्रधानमंत्री ने वाराणसी में मल्टी-मोडल टर्मिनल (एमएमटी) का उद्घाटन किया था।
उपर्युक्त टर्मिनल की क्षमता 30 लाख टन सालाना है। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के तहत दूसरे चरण में क्षमता विस्तार के लिए 376 करोड़ रुपये निवेश करने के बाद यह क्षमता बढ़कर 54.8 लाख टन सालाना हो जाएगी।
साहिबगंज मल्टी-मोडल टर्मिनल की विशेषताएं
*राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) पर दूसरा मल्टी-मोडल टर्मिनल
*मल्टी-मोडल टर्मिनल के प्रथम चरण की लागत : 290 करोड़ रुपये
*परियोजना आरंभ करने की तिथि : 10 नवम्बर, 2016
*परियेाजना पूरी होने की तिथि: सितंबर, 2019
*जेट्टी: लंबाई 270 मीटर x चौड़ाई 25 मीटर, बर्थिंग और लंगर की सुविधा के साथ।
*एक मोबाइल हार्बर क्रैन
मल्टी-मोडल टर्मिनलों का निर्माण जल मार्ग विकास परियोजना के तहत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य 1500-2000 टन तक के वजन के बड़े जहाजों के नौवहन के लिए वाराणसी और हल्दिया के बीच गंगा नदी के फैलाव को विकसित करना है।